News In English
Location: | Boraj |
Headline: | Ego Makes Our Life Miserable ◄Acharya Mahashraman |
News: | Acharya Mahashraman addressed people of Boraj and told them to avoid Ego as it makes life miserable. He told that there should be harmony among family members. Family is heaven if all member live with love and serve each other. People should keep purity in thinking. |
News in Hindi:
बोरज गांव में आयोजित धर्म सभा में आचार्य महाश्रमण ने कहा
अहंकार जीवन की बर्बादी का कारणबोरज गांव में आयोजित धर्म सभा में आचार्य महाश्रमण ने कहा
धर्मसभा में प्रवचन देते आचार्य महाश्रमण
राजसमंद 19मई 2011 (जैन तेरापंथ समाचार न्यूज ब्योरो)
आचार्य महाश्रमण ने अहंकार को मनुष्य जीवन की बर्बादी का मूल बताया है। उन्होंने कहा कि अहंकार मनुष्य को गर्त में ले जाता है, इससे उसका पतन संभव है। आचार्य ने श्रावकों को उपासना को जीवन का अभिन्न अंग बताया है।
राजसमंद। बोरज गांव में आयोजित धर्मसभा में उपस्थित श्राविकाएं
वे बुधवार को बोरज गांव के सभा भवन में प्रवचन दे रहे थे। उन्होंने कहा कि जिस परिवार के सदस्यों में आपस में प्रेम, सामंजस्य, शांति तथा सौहार्द है वह घर स्वर्ग के समान होता है तथा जहां अहंकार, लड़ाई- तथा झगड़े होते हैं वह घर नरक के समान है। उन्होंने कहा कि मनुष्य जीवन में सेवा का भाव होना जरूरी है। इंसान को हर क्षेत्र में सेवा का मौका मिलता है और उसे सच्ची सेवा करके अपने आप को साबित करना चाहिए। आचार्य ने कहा कि मनुष्य के मन में पाप तथा दुराचार है तो तीर्थयात्रा तथा सभी दर्शन भी उसे पवित्र नहीं बना सकते हैं। मन का पवित्र होना जरूरी है। साध्वी प्रमुखा कनक प्रभा ने कहा कि संत व गुरु के दर्शन सौभाग्य से मिलते हैं, संत तथा गुरु मनुष्य के मन तथा विचारों को पवित्र बनाते हैं। साध्वी ने लोभ को दानव की संज्ञा दी। उन्होंने कहा कि लोभ रूपी दानव से परिवारों में बिखराव होता है। सांसारिक जीवन में लोभ से ही परिवारों में बिखराव बढ़ गया है, आपराधिक प्रवृतियों का मूल भी लोभ को बताया। साध्वी विश्रुता विभा, साध्वी मंजू प्रभा ने भी प्रवचन दिए। आचार्य के बोरज पहुंचने पर सरपंच निर्भय सिंह, पारसमल परमार, भैरु लाल परमार, नरेश कुमार ने अगवानी की।