ShortNews in English:
Chhapali: 30.12.2011
Human Life, Right Faith, Hearing and Following Religion are Rare Things: Acharya Mahashraman
News in Hindi
दुनिया में चार चीजें दुर्लभ हैं: महाश्रमण
पीपली नगर से विहार कर छापली पहुंची अहिंसा यात्रा, आज देवगढ़ में प्रवेश को लेकर नगरवासियों में उत्साह, एक जनवरी को करेंगे प्रस्थान
देवगढ़ ३० दिसम्बर २०११ जैन तेरापंथ न्यूज ब्योरो
आचार्य महाश्रमण ने कहा कि दुनिया में चार चीजें- मानव जीवन, श्रद्धा, समय और धर्म दुर्लभ हैं। मानव जीवन सभी को नहीं मिलता है। कई योनियों में आत्मा के गमन के बाद मानव का जीवन मिलता है। उसी तरह श्रद्धा सभी में नहीं जागती है, वह कुछ में ही जागती है। इसी तरह सभी को प्रवचन सुनने के लिए समय नहीं मिलता है। जबकि प्रवचन सुनने से स्वयं का विवेक जागता है और विवेक के जागने से धर्म को प्रबलता मिलती है।
आचार्य गुरुवार को छापली गांव में आयोजित धर्मसभा में प्रवचन दे रहे थे। आचार्य ने ग्रामीणों को प्रेरणा प्रदान करते हुए जीवन से बुराइयों को त्यागने और नशामुक्त रहने का आह्वान किया। आचार्य ने कहा कि आज परिवार में अनेक प्रकार की समस्याओं का कारण नशा है। यह परिवार की सुख-शांति में खलल तो डालता ही है, साथ ही व्यक्ति द्वारा अपने बच्चों और पत्नी को पीटने की बात भी सामने आती है। नशे के कारण व्यक्ति आर्थिक रूप से भी तंगहाल हो जाता है।
अहिंसा यात्रा में उमड़ा जनसैलाब:
आचार्य महाश्रमण की अहिंसा यात्रा सुबह बाघाना से रवाना हुई, जो नेशनल हाइवे 8 से होती हुई छापली आंदरलाई पहुंची। अहिंसा यात्रा को देखने के लिए मुख्य मार्गोंं के दोनों ओर ग्रामीणों की भीड़ लग गई। लोगों ने जगह-जगह आचार्य का स्वागत किया। इस दौरान डॉ. जतन डागा, जुगराज नाहर, हस्तीमल चंडालिया, अशोक कुमार आच्छा, उत्तमचंद्र डागा, संपतलाल पोखरना, अरविंद छाजेड़, धनराज भटेवरा, राजू चोरडिय़ा, सुभाष श्रीमाली, राजेंद्र कुमार सहित बड़ी संख्या में श्रावक व श्राविकाएं मौजूद थे।
आचार्य आज देवगढ़ में:
आचार्य महाश्रमण अपनी धवल सेना के साथ 30 दिसंबर सुबह 9 बजे देवगढ़ में मंगल प्रवेश करेंगे।आचार्य के देवगढ़ आगमन को लेकर समाज द्वारा शेष त्न पेज १२
सारी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। आचार्य के दर्शन के लिए गुजरात, महाराष्ट्र, चेन्नई, बेंगलुरू सहित अन्य राज्यों से श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। आयोजन को लेकर सुबह 9 बजे अहिंसा रैली विद्या निकेतन से प्रारंभ होगी, जो बस स्टैंड, मारू दरवाजा, सदर बाजार, माणक चौक, कोतवाली चबूतरा, सूरज दरवाजा होते करणी माता प्रांगण पहुंचेगी, जहां दस बजे आचार्य प्रेरणा पाथेय देते हुए श्रावक-श्राविकाओं को संबोधित करेंगे। दूसरे दिन 31 दिसंबर सुबह 9 बजे धर्मसभा में प्रवचन देंगे। शाम 7 बजे भिक्षु भजन संध्या होगी। इसमें कमल सेठिया प्रस्तुति देंगे। एक जनवरी सुबह सवा सात बजे वृहद मंगल पाठ होगा। आचार्य के देवगढ़ आने से तेरापंथी सभा, महिला मंडल, युवक परिषद सहित तेरापंथ समाज के लोग व्यवस्थाओं में जुटे रहे। एक जनवरी को बारह बजे अहिंसा यात्रा दौलपुरा प्रस्थान करेगी।