ShortNews in English
Ladnun: 01.03.2012 Students of Ratani Devi Sethia Secondary School, Sujangarh visited Jain Vishva Bharti. Muni Dhananjay Kumar told them to apply Jeevan Vigyan. Jeevan Vigyan is a complete system of education. He advised students to give values to honesty, morality and duty. You can choose any profession after completing your academic carrier but always keep in mind to become good man.
News in Hindi
विद्यार्थियों ने सीखे जीवन विज्ञान के प्रयोग1 मार्च 2012 जैन तेरापंथ न्यूज ब्योरो लाडनू
लाडनूँ 29 फरवरी। जैन विश्व भारती परिसर भ्रमण पर आए रतनीदेवी सेठिया
माध्यमिक विद्यालय, सुजानगढ़ के विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए आचार्यश्री महाश्रमणजी के
आज्ञानुवर्ती मुनिश्री धनंजय कुमारजी ने कहा कि जीवन विज्ञान एक सर्वांगीण शिक्षा पद्धति है।
जीवन को सही तरीके से जीने हेतु इसके अन्तर्गत सैद्धान्तिक ज्ञान के साथ-साथ प्रायोगिक
अभ्यास भी करवाये जाते हैं। उन्होंने विद्यार्थियो ं को ईमानदारी, नैतिकता, कर्तव्यनिष्ठा आदि
मूल्यों का महत्व समझाते हुए कहा कि बड़े होकर आप डॉक्टर, इंजीनियर, वकील, प्रशासक
आदि बनें पर इसके साथ-साथ अच्छे इन्सान जरूर बनें।
दिनांक 28 फरवरी को कक्षा 1 से 3 तक के 140 विद्यार्थियों तथा 5 शिक्षकों को
आचार्यश्री तु लसी स्मृति स्मारक पर अणुव्रत गीत आसन-प्राणायाम, महाप्राण ध्वनि, कायोत्सर्ग,
दीर्घश्वास प्रेक्षा एवं संकल्प शक्ति के प्र योगों का अभ्यास करवाया गया। इसी प्रकार दिनांक 29
फरवरी को कक्षा 4 एवं 5 के 90 विद्यार्थियों एवं 5 शिक्षकों को तुलसी अध्यात्म नीड़म में प्रार्थ ना
सभा में जीवन विज्ञान की विविध गतिविधियों का प्रायोगिक अभ्यास करवाया गया। प्रशिक्षण
कार्य में प्रशिक्षक रामेश्वर शर्मा एवं महेन्द्र कुमावत का महत्वपूर्ण सहयोग प्राप्त हुआ। विद्यार्थियों
ने जैन विश्व भारती परिसर स्थित आर्ट गैलेरी का अवलोकन कर प्रसन्नता व्यक्त की। शिक्षकों
ने कहा कि शैक्षिक भ्रमण के साथ-साथ जीवन विज्ञान के प्रयोगों से विद्यालय को दोहरा लाभ
मिला है।