06.02.2016 ►Acharya Shri VidyaSagar Ji Maharaj ke bhakt ►News

Published: 06.02.2016
Updated: 05.01.2017

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🚩🚩🚩आचार्य देशना🚩🚩🚩
🇮🇳"राष्ट्रहितचिंतक"जैन आचार्य 🇮🇳
आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज
तिथि: माघ कृष्ण चतुर्दशी, २५४२
मोक्ष कल्याणक: श्री १००८ आदिनाथ भगवान
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सूत्र कभी भी
बासा नहीं होता सो
नया न मांगे

भावार्थ: कभी कभी ध्यान से पढ़ने और जीवन में उतारने से एक ही सूत्र हमारे जीवन का कल्याण कर देता है । और कभी कभी हजारों ग्रन्थ पढ़ने पर भी जीवन की दिशा नहीं बदलती ।सूत्र कभी भी पुराना नहीं होता । हर सूत्र को हमे स्मृति में रखने की आवश्यकता है इसलिए आचार्य श्री कहते हैं कि हर बार नया सूत्र मांगने की अपेक्षा पहले दिए हुए सूत्रों पर विचार करना चाहिए । इस हाईको को ध्यान में रखते हुए हम पिछले सप्ताह में भेजे हुए सूत्रों को रविवार को एक बार फिर भेज रहे हैं । आपको श्री १००८ आदिनाथ स्वामी के मोक्ष कल्याणक की शुभकामनाएं ।

जितना चाहा
जो चाहा जब चाहा
क्या कभी मिला
--- माघ कृष्ण त्रयोदशी, २५४२
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परिचय से
परीषह बीमारी
आई न करो
--- माघ कृष्ण द्वादशी, २५४२
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सम्यक् धारणा
मार्ग प्रशस्त कर
मोक्ष ले जाती
--- माघ कृष्ण एकादशी, २५४२
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हाथ डालो तो
वामी में सर्प को भी
सुधा दो हो तो
--- माघ कृष्ण दशमी, २५४२
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आगे बनूँगा
अभी प्रभु पदों में
बैठ तो जाऊं
--- माघ कृष्ण नवमी, २५४२
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भक्ति बहुत
फिर भी अपमान
विवेक न था
--- माघ कृष्ण अष्टमी, २५४२
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