27.07.2016 ►Acharya Shri VidyaSagar Ji Maharaj ke bhakt ►News

Published: 27.07.2016
Updated: 05.01.2017

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Exclusive photo nd update SHARE MAXIMUM ⭕कल रचा जाएगा इतिहास⭕ आचार्य विद्यासागर @ विधानसभा #vidyasagar

इस युग के भगवन आचार्य श्री विधासागर जी म्हामुनिराज प्रथम बार किसी राजनीतिक सभा को संबोधित करेंगे जी हां । हमारे और आपके भगवन कल मध्य प्रदेश की विधान सभा में अपने सघ सहित सुशोभित होंगे । म प्र शासन के मुख्य मंत्री एवं विधानसभा अध्यक्ष सीतारामचरण सिह के विशेष अनुरोध पर कल ठीक दोपहर 3 बजे अपनी दिव्य देशना से मंत्रियों विधायको एवं सरकारी अमले के साथ हमे और आप को क्रतघ करेंगे।।। आचार्य भगवन ठीक 2. 30 बजे विधान सभा में अपने चरण रखेंगे । उसके वाद रोज की तरह पाद प्रक्षालन, शास्त्र भेंट की क्रिया के बाद विधानसभा अध्यक्ष का उद्बोधन फिर आचार्य भगवन के परम भक्त एवं मुख्यमंत्री महोदय के विचार सुनने को मिलेंगे । तत्पच्चात गुरुदेव आपना मंगल आशीष प्रदान करेंगे । आप सभी से निवेदन है सभी लोग इस कार्यक्रम को टेलीविजन के माध्यम से लाइव ठीक 3 बजे से सभी राष्टीय एवं जैन धर्म के दिगम्बर चैनल जिनवाणी पर साथ में पारस चेनल पर।।। देखना न भूले ।।।। अक्षय रसिया ।।

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भोपाल चातुर्मास के दिन क्लिक की गयी पिक्चर:) ✿ अजमेर जिले पर बरसती आचार्य श्री की विशेष कृपा -lucky city:) ✿ #Ajmer #ShantiSagar #Vidyasagar #Gyansagar

प्रथमाचार्य चारित्र चक्रवर्ती शान्तिसागर जी महाराज का पावन आशिर्वाद अजमेर जिले को शुरु से ही प्राप्त है पूज्य आचार्य परमेष्ठी शान्तिसागर जी महाराज का ब्यावर की धरती पर चातुर्मास पश्चात् आचार्य देव वीरसागर जी एवं आचार्य देव शिवसागर जी का पदविहार अजमेर, किशनगढ़, ब्यावर आदि स्थानों पर हुआ आचार्य शिवसागर जी मुनिराज के प्रथम दीक्षित शिष्य ज्ञानसागर जी अपनी मुनिकाल की सम्पूर्ण साधना अजमेर जिले के विभिन्न उपनगरों में की 21 वीं सदी के महान संत जैनाचार्य विद्यासागरजी की दीक्षा भी अजमेर में हुई इसके बाद आचार्य परमेष्ठी विद्यासागरजी के 6 चातुर्मास अजमेर जिले में हुए आचार्य विद्यासागरजी की महती कृपा से 1994 में पूज्य मुनिपुंगव सुधासागर जी क्षुल्लकद्वय गम्भीरसागर जी धैर्यसागर जी का मंगल वर्षायोग अजमेर की पावन धरा पर हुआ कुछ दिनों बाद ज्ञानोदय तीर्थ की नींव पड़ी व अब तक सर्वाधिक 6 चातुर्मास मुनिपुंगव सुधासागर जी के अजमेर जिले की पावन धरा पर हो चुके है आचार्य विद्यासागर जी के परम शिष्य मुनि श्री क्षमासागर जी मुनि श्री आर्जवसागर जी मुनि श्री चिन्मयसागर जी मुनि श्री अविचलसागर जी, आर्यिका विज्ञानमति जी आर्यिका दृढ़मति जी के पदविहार व चातुर्मासों से अजमेर जिले की धरा पवित्र है अजमेर के ही उपनगर ब्यावर में मुनिपुंगव का यह 7 वाँ चातुर्मास है *अभी कुछ दिनों पूर्व ही अजमेर जिले के केकड़ी क्षेत्र में गुणोदय तीर्थ का पूज्य मुनिपुङ्गव ने पञ्चकल्याणक महोत्सव करवाया था* आचार्य श्री विद्यासागर जी की कृपा का ही प्रभाव है कि इस बार आचार्य श्री से दीक्षित 6 श्रमण अजमेर जिले में चातुर्मास कर रहे है ब्यावर में *मुनिपुंगव108 श्री सुधासागर जी,मुनि श्री महासागर जी, मुनि श्री निष्कम्पसागर जी क्षुल्लक गम्भीरसागर जी क्षुल्लक धैर्यसागर जी*, स्वयं अजमेर में ही *मुनि श्री प्रमाणसागर जी, मुनि श्री विराटसागर जी ससंघ*, एवं नसीराबाद में *मुनि श्री उत्तमसागर जी ससंघ* चातुर्मास हेतु विराजित है

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✿ हे जिनेन्द्र स्वामी, तुमको देखा तो भाव कुछ इस तरह उमड़ आया..
हे सर्वज्ञ, तुम्हारे वीतरागी स्वरुप में मैं अपना भविष्य आज पाया...

हे आदिश्वर, आपकी जीवंत प्रतिकृति को भक्तामर में पाया, तो भाव ये आया...
आज लधु-नंदन के रूप में, तीर्थंकर मुद्रा का साक्षात् प्रतिरूप झलक आया...

हे महावीर स्वामी, नयन पथ गामी की वाणी से धर्मं का मर्म अब मैं कुछ समझ पाया....
तब भाव ये आया, तुम्हारे सिवा हितोपदेशी अपना और कोई कहा, ऐसा हमने पाया...

हे जिन स्वामी, ज़ब आपके वीतराग स्वरुप को मन में ध्याया को फुला नहीं समाया...
तब ख़याल ये आया, अभी तब कहा मैं तेरे चरणों में तेरे जैसा होने को आया?

अब क्या कहू? 'इस बार फिजा कुछ अलग ही है, लग रहा अब मेरा मोक्ष निकट ही है'!

Composition written by: NIpun Jain:)

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Exclusive #bhopal Pravachan चिंतन को सहज बनाकर रखो, तभी उलझनों से बचे रहोगे -आचार्यश्री विद्यासागरजी महाराज:)

ज्ञान का महत्व तभी है, जब वह दूसरों की भलाई के काम में आए। संख्या में एक की अपेक्षा में नौ का अंक बड़ा है उसमें जीरो मिला दो तो दस हो जाता है, पर एक के बिना शून्य की गिनती नहीं है और हम आगे सैकड़ा और दशक की संख्या शून्य बढ़ा-बढ़ाकर कर करते रहते हैं पर ध्यान रखो, आत्मा तो एक ही है। शून्य के पीछे अंक होता है तभी उसका महत्व है शून्य अकेले का कोई महत्व नहीं है। शून्य ज्ञान के समान है और अंक के समान सम्यक दर्शन है। यह विचार आचार्यश्री विद्यासागर महाराज ने व्यक्त किए। वे मंगलवार को हबीबगंज जैन मंदिर में प्रवचन दे रहे थे।
उन्होंने कहा कि धर्म पर सच्ची श्रद्धा होना जरूरी है, ज्ञान का महत्व तभी होता है। मन में जो उजाला दिखता है वह इन्द्रियों के विराम लेने के बाद दिखता है, सारे लोग सांसारिक उलझनों के गुणा-भाग में लगे रहते हैं। बस यहीं गड़बड़ी हो जाती है। वे भूल जाते हैं कि हमारी आत्मा का सुख सांसारिक उपलब्धियों में नहीं है।
आचार्यश्री ने कहा कि हमेशा चिंतन को स्वच्छ और साफ रखो उलझे हुए न रहो। जिस व्यक्ति में साधर्मी भाईयों के प्रति करुणा वात्सल्य नहीं वह मात्र सम्यक दृष्टि होने का दंभ भर सकता है। जो व्यक्ति जितना सरल व सहज होगा, उसका चिंतन भी सकारात्मक होगा, उसके जीवन में कठिनाइयां भी कम आएंगी।

आज सुबह 8 बजे से प्रवचन
इधर, हबीबगंज जैन मंदिर में मंगलवार को भी आचार्यश्री के दर्शन करने आने वालों का सिलसिला जारी रहा। दोपहर दो से चार बजे के बीच मंदिर में श्रद्धालुओं की खासी भीड़ थी। इनमें प्रदेश के कई अन्य स्थानों से आए लोग भी शामिल थे। बुधवार की सुबह 8 बजे से आचार्यश्री के प्रवचन होंगे।
संकलन अभिषेक जैन लुहाडिया रामगंजमंडी

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✿ वाणी को वीणा की तरह मधुर बनाएं: मुनि प्रमाण सागर अजमेर ✿ #Jainism #Pramansagar #Ajmer

धर्मप्रभावना समिति की ओर से आयोजित कार्यक्रम में मुनि प्रमाण सागर महाराज ने शनिवार को दिव्य सत्संग प्रवचन माला के तीसरे दिन कहा कि जीवन को उन्नत, सफल और सार्थक बनाने में वाणी बहुत बड़ी शक्ति है। हमारे समस्त व्यवहार का आधार वाणी है। वाणी में मिठास हो तो हर दिल में निवास हो जाता है। वाणी को वीणा की भांति मधुर बनाना चाहिए।

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today exclusive morning picture:) ✿ आचार्य विद्यासागर जी के नाम पर भोपाल में होगी एक कालोनी, एक सड़क ✿ #vidyasagar #bhopal #aloksharma #ShivrajCM

भोपाल के महापौर आलोक शर्मा इस बात से बहुत प्रसन्न है कि उनके कार्यकाल में दुनिया के सबसे बड़े संत आचार्य विद्यासागर जी महाराज भोपाल पधारे हैं और यहां चातुर्मास कर रहे हैं। इस चातुर्मास को स्थाई बनाने के लिए आलोक शर्मा भोपाल के एक कालोनी और एक सड़क का नाम आचार्य विद्यासागर जी के नाम पर रखने पर भी विचार कर रहे हैं। इस संबंध में उनकी जैन समाज की प्रतिनिधियों से चर्चा चल रही है। वे मुख्यमंत्री से चर्चा के बाद इसे अंतिम रूप देंगे।

महापौर आलोक शर्मा लगातार आचार्य विद्यासागर जी महाराज के संपर्क में है और लगभग प्रतिदिन उनके दर्शन करने और उनसे आशीर्वाद लेने पहुंच रहे हैं। उन्होंने हबीबगंज जैन मंदिर के आसपास सौंदर्यीकरण के लिए नगर निगम से दो करोड़ रुपए स्वीकृत कर दिए हैं। अब वे जैन समाज की संस्था दिगम्बर जैन सोश्यल ग्रुप रेलवे स्टेशन मध्य रीजन और दिगम्बर जैन मुनिसंघ सेवा समिति के पदाधिकारियों के आग्रह पर भोपाल की प्रोफेसर कालोनी जिसे विद्या विहार के नाम से भी जाना जाता है का नाम आचार्य विद्यासागर कालोनी करने एवं पोलिटेक्निक चौराहे से डीपो चौराहे तक बनने वाली सिक्स लेन रोड का नाम आचार्य विद्यासागर मार्ग रखने पर विचार कर रहे हैं। आलोक शर्मा ने अग्निबाण से चर्चा में बताया कि इस संबंध में वे पहले मुख्यमंत्री से चर्चा करेंगे। इसके बाद नगर निगम परिषद की बैठक में प्रस्ताव लाएंगे। शर्मा का कहना है कि आचार्य विद्यासागर महाराज का भोपाल में चातुर्मास इस सदी की बड़ी उपलब्धि के रूप में देखता हूं।

picture clicked and shared कपिल प्रवीण जैन:)

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✿ जब रावण का अंत समय आगया था तो... #mangitungi #Jainism

श्री राम लक्ष्मण से बोलते है जाओ रावण के पास जाओ और उसने कुछ उपदेश ग्रहण करो तब लक्ष्मण जाते और रावण को बोलते है मेरे बड़े भैया ने बोला है की आपसे कोई उपदेश ले तो आप मुझे उपदेश दीजिये तो रावण कोई उत्तर नहीं देते तो लक्ष्मण वापस आजाते है और राम पूछते है कोई उपदेश नहीं लिया तब राम पूछते है तुम कहा खड़े थे..लक्षमण बोलते है रावण के सर की तरफ तो राम बोलते है जिससे शिक्षा लेनी होती है उनके चरणों में खड़ा होना पड़ता है....और जाओ उनसे उपदेश ग्रहण करो..फिर रावण राम से क्षमा याचना करते है और लक्ष्मण को जीवन के अनमोल सूत्र बताते है...

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परम पूज्य आचार्यश्री विद्यासागरजी महाराज के आशीर्वाद एवं मुनि श्री क्षमासागरजी की प्रेरणा से आयोजित "जैन युवा प्रतिभा सम्मान" (Young Jaina Award - 2016):

जानकारी एवं आवेदन की प्रक्रिया के लिए कृपया निम्नलिखित लिंक पर क्लिक करें:

http://goo.gl/166O27

मैत्री समूह
94254 - 24984
98274 - 40301

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