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Exclusive Photograph @ Bhopal! VERY SPECIAL POST ON 50k Likes:) Read Every Word Carefully and Share when You Understand!! Admin Request:)
ये पेज 50,000 Likes cross कर रहा हैं.. जैन धर्मं का 'अनेकान्तवाद' नाम से एक सिद्धांत हैं जिससे समस्यायों का Solution होता हैं इसी Solution को आचार्य विद्यासागर जी ने मूक-माटी महाकाव्य में Explain किया हैं आओ समझे.. और अपनी LIFE को Ideal अवस्था में ले जाने का प्रयास करले:) आचार्य श्री समझाने का प्रयास करते हैं की जो व्यक्ति सिर्फ अपने को 'ही' सब कुछ समझता हैं, दुसरे को तुच्छ समझता हैं निचा समझता हैं, और सोचता हैं जो मैं करता/सोचता हूँ वह 'ही' सत्य हैं दुसरे जो सोचते/करते हैं वो गलत हैं उस व्यक्ति की समझ अभी सही नहीं हैं! *दूसरी और एक व्यक्ति जो कहता हैं हम 'भी' सही सोचते हैं तथा दूसरा व्यक्ति 'भी' [ उसका नजरिया ] सही हो सकता हैं वो व्यक्ति हमेशा शांत तथा सुलझा हुआ रहता हैं और मोक्ष मार्ग में आगे बढ़ जाता हैं:)
भेट हो 'भी' से.... न की 'ही' से... [ मूक-माटी महाकाव्य से ली गयी पंक्तिया ]
'ही' एकान्त्वाद का समर्थक है
'भी' अनेकांत, स्यादवाद का प्रतिक है ।
हम 'ही' सब कुछ है
यु कहता है 'ही' सदा,
तुम तो तुच्छ, कुछ नहीं हो!
और,
'भी' का कहना है की
हम 'भी' हैं
तुम 'भी' हो
सब कुछ!
#vidyasagar #Mookmati
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हम तो अकेले चले थे जनाबे मंजिल मगर... लोग जुड़ते ही गए काफिला बनता गया... एक से दो.. दो से तीन.. अब पचास हजार (50k) 50,000 member to this Page:)
वात्सल्य का इससे बड़ा उदाहरण क्या होगा भला... जितनी मुनि निष्कंप सागर जी की आयु होगी..उतनी तो मुनि सुधासागर जी की साधना हो गई है.. मुनि निष्कंपसागर जी को 4 दिन में 3 बार आहार में अंतराय आया है... गजब है अपने मुनि पुंगव जो अपने छोटों का इतना ध्यान रखते है! Info shared by Mr. Brajesh Jain:) #Vidyasagar #Sudhasagar
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Ganini Pramukha Aryika Shri Gyanmati Mataji (Sanskrit Āryikā Jñānamati Hindi: आर्यिका श्री ज्ञानमति) is considered as an iconic Jain nun, known for undertaking several projects related to Jainism. The Ganini Pramukh Āryikā is considered as the legendary figure reflecting the true spirit of Jainism among the disciples. She is also eminent for construction of the Jain temples representing Jain cosmology models at Jambudweep, Hastinapur, Uttar Pradesh, which were supported by former Prime Minister of India, Indira Gandhi.
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Amazing Info • *संसद हो या विधान सभा* समय समय पर बजा दिगम्बर जैन साधुओं का डंका:) #Jainism #Glory
*सन् 1974 - आचार्य देशभूषणजी महाराज - संसद में प्रवचन*
*सन् 2008 - आचार्य देवनन्दिजी महाराज - बैंगलोर विधानसभा में प्रवचन*
*सन् 2010 - मुनि श्री तरुणसागरजी महाराज - भोपाल विधानसभा में प्रवचन*
*सन् 2012 - मुनि श्री पावनकीर्तिजी महाराज - बेलगांव विधानसभा में प्रवचन*
*सन् 2016 - आचार्य विद्यासागरजी महाराज - भोपाल विधानसभा में प्रवचन*