05.08.2016 ►TSS ►Terapanth Sangh Samvad News

Published: 05.08.2016
Updated: 09.01.2018

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06 अगस्त का संकल्प

जब हो आवेश से हमारे मन भारी ।
तब समता से, सहने की करें तैयारी ।।

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👉 विशाखापट्टनम - सभा का शपथ ग्रहण समारोह

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नवसारी: तप अभिनन्दन कार्यक्रम
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आचार्य तुलसी की कृति....."श्रावक संबोध"

📝 श्रृंखला- 83 📝

पिछली पोस्ट से आगे.........

प्रतिमा का अर्थ है अभिग्रह। साधना की दृष्टि से विशेष प्रकार की प्रतिज्ञाएँ स्वीकार कर निश्चित कालावधि तक उनका पालन किया जाता है। कुछ आचार्यों ने प्रतिमाधारी श्रावको के तीन वर्गीकरण किए हैं। प्रथम छह प्रतिमाओं को धारण करने वाले को गृहस्थ, सातवीं से नौवीं तक तीन प्रतिमाओं के धारक को वर्णी या ब्रह्मचारी और शेष दो प्रतिमा धारण करने वाले को भिक्षुक माना गया है। कुछ आचार्यों ने इनको क्रमशः जधन्य, मध्यम और उत्कृष्ट श्रावकों की श्रेणी में परिगणित किया है।

समवायांग सूत्र (11/1) में श्रावक की ग्यारह प्रतिमाओं के नामों का उल्लेख है, पर वहां उनके स्वरुप के बारे में कोई चर्चा नहीं है। उपासक दशा सूत्र में आनन्द आदि दस श्रावको का वर्णन है। उसके अनुसार सभी श्रावकों ने प्रतिमाओं को स्वीकार किया है। किन्तु वहां न तो प्रतिमाओं के नाम दिए गए हैं और न उनके बारे में कोई जानकारी दी गई है। आनन्द द्वारा प्रतिमा - स्वीकार का वर्णन इस प्रकार है - आनन्द श्रमणोपासक ने प्रथम उपासक प्रतिमा स्वीकार कर उसकी यथासूत्र, यथाकल्प, यथामार्ग और यथातथ्य आराधना की। इसी प्रकार दूसरी, तीसरी एवं ग्यारहवीं प्रतिमा की आराधना की। उपासक-प्रतिमाओं का विस्तृत विवरण दशाश्रुतस्कन्ध (6/8- 18) में उपलब्ध है। उसके आधार पर उनका संक्षिप्त विवरण इस प्रकार है -

1. दर्शन प्रतिमा
समय - एक मास
विधि - सर्वप्रथम (पूर्णधर्म) रुचि होना, सम्यक्त्व विशुद्धि रखना- सम्यक्त्व के दोषों का वर्जन करना।

2. व्रत प्रतिमा
समय - दो मास
विधि - पांच अणुव्रत और तीन गुणव्रत धारण करना तथा पोषध उपवास करना।

3. सामायिक प्रतिमा
समय - तीन मास
विधि - सामायिक तथा देशावकाशिक
व्रत धारण करना।

4. पोषध प्रतिमा
समय - चार मास
विधि - अष्टमी, चतुर्दशी, अमावस्या और पूर्णिमा को प्रतिपूर्ण पोषध व्रत का पालन करना ।

बाकी की प्रतिमाओं को जानने के लिए देखें हमारी अगली पोस्ट.....

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👉 पूज्य प्रवर का "प्रेरणा पाथेय" - वीतराग समवसरण, धारापुर, 'गुवाहाटी' में..
👉 गुरुदेव मंगल उद्बोधन प्रदान करते हुए..
👉 *महासभा प्रतिनिधि सम्मेलन का आगाज*

दिनांक 05/08/2016

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  1. आचार्य
  2. आचार्य तुलसी
  3. दर्शन
  4. दस
  5. सम्यक्त्व
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