Update
📢 चतुर्दशी पर हाजरी का वाचन:-
पूज्य गुरुदेव आचार्य श्री महाश्रमण जी के पावन सान्निध्य में चल रहे "राष्ट्रिय संस्कार निर्माण शिविर" एवं "हाजरी" वाचन की अनुपम झलकियां।
15.10.2016
प्रस्तुति > #तेरापंथ मीडिया सेंटर
#jain #terapanth #acharyamahashraman #tmc #guwahati #news #chaturmas #haajari #rashtriysanskarnirmanshivir #mahasabha
Source: © Facebook
News in Hindi
🔯 गुरुवचनों को अपनाये - जीवन सफल बनायें 🔯
#Acharyamahashraman #quotes #Tmc #suvichar #Thoughtoftheday
Source: © Facebook
🙏 जय जिनेन्द्र सा 🙏
दिनांक- 15-10-2016
तिथि: -आसोज सुदी चौदस(१४)
शनिवार का त्याग/पचखाण
1>आज लोकी की बनी चीज खाने का त्याग करे।
★ *आज पूज्य आचार्य प्रवर के निर्देशानुसार सायं 07 बजे से 08 बजे के मध्य सामायिक करने का प्रयास करे।*
जय जिनेन्द्र
प्रतिदिन जो त्याग करवाया जाता हैं सभी से निवेदन है की आप स्वेच्छा से त्याग आवश्य करे। छोटे छोटे त्याग करके भी हम मोक्ष मार्ग की आराधना कर सकते हैं। त्याग अपने आप में आध्यात्म का मार्ग हैं।
•••••••••••••••••••••••••
🙏तेरापंथ मीडिया सेंटर🙏
तेरापंथ धर्म संघ के समाचारों को देखने के लिए नीचे दिए लिंक पर लाइक करे 👇👇👇👇
https://m.facebook.com/TerapanthCenter
••••••••••••••••••••••••••
🌏 आज की प्रेरणा 🌎
प्रवचनकार - आचार्य श्री महाश्रमण
प्रस्तुति - अमृतवाणी 📺
संप्रसारण - संस्कार चैनल के माध्यम से:-
आर्हत वाणी में - चंदेसु निम्लयरा...का नवरात्री काल में जप अनुष्ठान किया जाता है | यह लोगस्स का पाठ है | सिद्ध भगवान प्रकाश पुंज होते हैं पांच ज्ञानों में केवल ज्ञान एक परिपूर्ण व अनंत पर्यायों को जानने वाला असाधारण ज्ञान होता है | यह आलोक व इन्द्रिय दोनों से निरपेक्ष होता है | लोक अलोक, लोकाकाश अलोकाकाश दोनों को जानने वाला | केवल ज्ञान एक ऐसा असाधारण सूर्य के समान होता है जो कभी अस्त नहीं होता | जिस पर न राहू का प्रभाव न ही बादलों का | सिद्ध भगवान चंद्रमा से भी अधिक प्रकाशवान व निर्मल होते हैं | उन्हें सागर से उपमित किया गया है लेकिन उनकी गम्भीरता सागर से भी कहीं ज्यादा होती है | बात का पचा लेना गंभीरता का द्योतक होता है | हर सुनी और देखी हुई बात को प्रचारित नहीं किया जाता | ऐसे सिद्ध मुझे आरोग्य, बोधि व समाधि का वरदान से व सिद्धत्व प्रदान करें | ऐसे सिद्धों की हम भक्ति करें व वह भक्ति हमें शक्ति देने वाली बने, यह काम्य है |
दिनांक - १५ अक्टूबर २०१६,शनिवार
🌏 आज की प्रेरणा 🌎
प्रवचनकार - आचार्य श्री महाश्रमण
प्रस्तुति - अमृतवाणी 📺
संप्रसारण - संस्कार चैनल के माध्यम से:-
आर्हत वाणी में - चंदेसु निम्लयरा...का नवरात्री काल में जप अनुष्ठान किया जाता है | यह लोगस्स का पाठ है | सिद्ध भगवान प्रकाश पुंज होते हैं पांच ज्ञानों में केवल ज्ञान एक परिपूर्ण व अनंत पर्यायों को जानने वाला असाधारण ज्ञान होता है | यह आलोक व इन्द्रिय दोनों से निरपेक्ष होता है | लोक अलोक, लोकाकाश अलोकाकाश दोनों को जानने वाला | केवल ज्ञान एक ऐसा असाधारण सूर्य के समान होता है जो कभी अस्त नहीं होता | जिस पर न राहू का प्रभाव न ही बादलों का | सिद्ध भगवान चंद्रमा से भी अधिक प्रकाशवान व निर्मल होते हैं | उन्हें सागर से उपमित किया गया है लेकिन उनकी गम्भीरता सागर से भी कहीं ज्यादा होती है | बात का पचा लेना गंभीरता का द्योतक होता है | हर सुनी और देखी हुई बात को प्रचारित नहीं किया जाता | ऐसे सिद्ध मुझे आरोग्य, बोधि व समाधि का वरदान से व सिद्धत्व प्रदान करें | ऐसे सिद्धों की हम भक्ति करें व वह भक्ति हमें शक्ति देने वाली बने, यह काम्य है |
दिनांक - १५ अक्टूबर २०१६,शनिवार
🌏 आज की प्रेरणा 🌎
प्रवचनकार - आचार्य श्री महाश्रमण
प्रस्तुति - अमृतवाणी 📺
संप्रसारण - संस्कार चैनल के माध्यम से:-
आर्हत वाणी में - चंदेसु निम्लयरा...का नवरात्री काल में जप अनुष्ठान किया जाता है | यह लोगस्स का पाठ है | सिद्ध भगवान प्रकाश पुंज होते हैं पांच ज्ञानों में केवल ज्ञान एक परिपूर्ण व अनंत पर्यायों को जानने वाला असाधारण ज्ञान होता है | यह आलोक व इन्द्रिय दोनों से निरपेक्ष होता है | लोक अलोक, लोकाकाश अलोकाकाश दोनों को जानने वाला | केवल ज्ञान एक ऐसा असाधारण सूर्य के समान होता है जो कभी अस्त नहीं होता | जिस पर न राहू का प्रभाव न ही बादलों का | सिद्ध भगवान चंद्रमा से भी अधिक प्रकाशवान व निर्मल होते हैं | उन्हें सागर से उपमित किया गया है लेकिन उनकी गम्भीरता सागर से भी कहीं ज्यादा होती है | बात का पचा लेना गंभीरता का द्योतक होता है | हर सुनी और देखी हुई बात को प्रचारित नहीं किया जाता | ऐसे सिद्ध मुझे आरोग्य, बोधि व समाधि का वरदान से व सिद्धत्व प्रदान करें | ऐसे सिद्धों की हम भक्ति करें व वह भक्ति हमें शक्ति देने वाली बने, यह काम्य है |
दिनांक - १५ अक्टूबर २०१६,शनिवार
Source: © Facebook