16.10.2017 ►Acharya Shri VidyaSagar Ji Maharaj ke bhakt ►News

Published: 16.10.2017
Updated: 18.10.2017

Update

#Ramtek Update आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के प्रवचन भगवती आराधना ग्रन्थ से 💡

कभी किसी का अनादर मत करो, देवी देवता को नमोस्तु नहीं जय जिनेन्द्र करो, वे भी हमारे बंधू है, उनकी निंदा नहीं करे, उनको साथ लेकर जिनेन्द्र प्रभु की भक्ति करे, उनके प्रति कभी अनादर का भाव नहीं आना चाहिए, क्योकि वे भी है तो जिनेन्द्र प्रभु के भक्त ही, उनके पास रिद्धि-सिद्धि होती है ये फर्क है बस! शॉर्टकट में मत जाना कभी, देवताओ का सम्यक दर्शन कायम रहता है यदि, तो वे मनुष्य गति में आयेंगे, मनुष्य पर्याय में उनका सम्यक दर्शन और रिद्धि सिद्धि अगर कायम रहेगी, तो मोक्ष प्राप्ति के लिए उन्हें वो रिद्धि सिद्धि भी छोडनी पड़ेगी -आचार्य श्री [ प्रवचन के अंश Ayush Jain ने रामटेक से शेयर किये -Big thanks to him! ] #AcharyaVidyasagar

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News in Hindi

क्यों हर जैनी युवा,त्यागी,विद्वान आदि सब वर्ग के दिलों पर राज करते है आचार्य विद्यासागर मुनि महाराज #AcharyaVidySagar

आचार्य श्रीविद्यासागर जी की त्याग तपस्या चर्या के बारे में एक छोटा सा परिचय

✅ आजीवन चीनी का त्याग
✅ आजीवन नमक का त्याग
✅ आजीवन चटाई का त्याग
✅ आजीवन हरी का त्याग
✅ आजीवन दही का त्याग
✅ सूखे मेवा (dry fruits)का त्याग
✅ आजीवन तेल का त्याग
✅ सभी प्रकार के भौतिक साधनो का त्याग
✅ थूकने का त्याग
✅ एक करवट में शयन
✅ पुरे भारत में सबसे ज्यादा दीक्षा देने वाले
✅ पुरे भारत में एक मात्र ऐसा संघ जो बाल ब्रह्मचारी है
✅ पुरे भारत में एक ऐसे आचार्य जिनका लगभग पूरा परिवार ही संयम के साथ मोक्षमार्ग पर चल रहा है
✅ शहर से दूर खुले मैदानों में नदी के किनारो पर या पहाड़ो पर अपनी साधना करना
✅ अनियत विहारी यानि बिना बताये विहार करना
✅ प्रचार प्रसार से दूर- मुनि दीक्षाएं, पीछी परिवर्तन इसका उदाहरण,
✅आचार्य देशभूषण जी महराज जब ब्रह्मचारी व्रत से लिए स्वीकृति नहीं मिली तो गुरुवर ने व्रत के लिए 3 दिवस निर्जला उपवास किआ और स्वीकृति लेकर माने
✅ ब्रह्मचारी अवस्था में भी परिवार जनो से चर्चा करने अपने गुरु से स्वीकृति लेते थे
और परिजनों को पहले अपने गुरु के पास स्वीकृति लेने भेजते थे ।
✅ आचार्य भगवंत सम दूसरा कोई संत नज़र नहीं आता जो न केवल मानव समाज के उत्थान के लिए इतने दूर की सोचते है वरन् मूक प्राणियों के लिए भी उनके करुण ह्रदय में उतना ही स्थान है।

Source: © Facebook

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