19.01.2018 ►TSS ►Terapanth Sangh Samvad News

Published: 19.01.2018
Updated: 21.01.2018

Update

👉 जसोल: *'शासन श्री' साध्वी श्री गुलाबकुमारी जी का "देवलोकगमन"..*
👉 'शासन श्री' साध्वी श्री गुलाबकुमारी जी का *"संक्षिप्त जीवन परिचय"..*

दिनांक: 19/01/2018

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👉 *गोपालपुर, कटक (ओड़िशा): पूज्यप्रवर का "प्रेरणा पाथेय"*
👉 *कटक के अतिनिकट पधारे महातपस्वी आचार्य श्री महाश्रमण..*
👉 शुक्रवार प्रातः आचार्य श्री ने भुवनेश्वर जिले के पहाला स्थित उत्कल हाईट्स से मंगल प्रस्थान किया..
👉 *लगभग तेरह किलोमीटर का विहार कर* कटक जिले के *गोपालपुर में स्थित गोपालपुर हाइस्कूल पधारे..*
👉 *कल 20 जनवरी को 154 वें "मर्यादा महोत्सव" के लिए 'कटक' में होगा "मंगल प्रवेश"..*
👉 *आज 'गोपालपुर' में आचार्य श्री ने अचौर्य को किया विवेचित, चोरी रूपी पाप से बचने की दी पावन प्रेरणा..*
👉 *अमेरिका प्रवास सम्पन्न कर ओड़िशा से संबद्ध समणी मलयप्रज्ञा जी और समणी रत्नप्रज्ञा जी ने किए पूज्य गुरुदेव के दर्शन..*
👉 समणी मलयप्रज्ञा जी ने आचार्य श्री के अपने राज्य में दर्शन कर दी हर्षाभिव्यक्ति..
👉 *समणीद्वय ने* समवेत स्वर में गीत के माध्यम से *आचार्य श्री की अभ्यर्थना की तथा आचार्य श्री से पावन आशीर्वाद प्राप्त किया।*

दिनांक: 19/01/2018

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*20/01/18* दक्षिण भारत मे मुनि वृन्द, साध्वी वृन्द का सम्भावित विहार/ प्रवास
दर्शन सेवा का लाभ लें
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*आचार्य श्री महाश्रमण जी के आज्ञानुवर्ती मुनि श्री धर्मरूचि जी ठाणा 4* का प्रवास
*Naresh kumarji Kothari*
Kothari Nivas
49-20-10 lalitha nagar *VISAKHAPATNAM* 530016
☎8890269128,9848582010

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*आचार्य श्री महाश्रमण जी* *के आज्ञानुवर्ति मुनिश्री सुव्रत कुमार जी ठाणा* 2 का प्रवास *Shree Jain Swetamber Terapanth sabha*
No 5 Thalayattam Bazzar
Near police station *Gudiyattam* Tamilnadu
☎9003789485,9150179971
9488921371
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*आचार्य श्री महाश्रमण जी के आज्ञानुवर्ती मुनि श्री रणजीत कुमार जी ठाणा २* का प्रवास
*नागमंगला*
मैसुर - मैगलौर रोड (कर्नाटक)
☎9448385582
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*आचार्य श्री महाश्रमण जी के सुशिष्य*
*मुनि श्री ज्ञानेन्द्र कुमार जी ठाणा 3* का प्रवास
*Sobhag Mal ji Saand*
49,sinivasan street
*CUDDALORE-2* (तमीलनाडु)
☎8107033307,9443421378
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*आचार्य श्री महाश्रमण जी के सुशिष्य डॉ *मुनि श्री अमृत कुमार जी ठाणा २ का प्रवास*
*सोहनलाल जी पाडिया के निवास स्थान पर*
*विलियनुर* (तमिलनाडु)
☎9786805285,9566296874
9442833407
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*आचार्य श्री महाश्रमण जी के सुशिष्य मुनि श्री प्रशान्त कुमार जी ठाणा २* का प्रवास
*Jain Bhawan*
TD Road Near Convent in
*ERNAKULAM* (केरला) ☎9672039432,7907269421
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*आचार्य श्री महाश्रमण जी की सुशिष्या 'शासन श्री' साध्वी श्री विद्यावती जी 'द्वितिय' ठाणा ५* का प्रवास
*तेरापंथ भवन*
*KGF* (कर्नाटक)
☎8890788495
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*आचार्य श्री महाश्रमण जी की सुशिष्या "शासन श्री" साध्वी श्री यशोमती जी ठाणा 4* का प्रवास
*रणस्थलम हाई स्कुल से 13 किमी का विहार करके कँदवलसा गांव पधारेंगे*
Bhubaneswar se Visakhapatnam highway
☎7297958479,9025434777
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*आचार्य श्री महाश्रमण जी की सुशिष्या 'शासन श्री' साध्वी श्री कंचनप्रभा जी ठाणा ५* का प्रवास
*तेरापंथ सभा भवन*
*गॉधीनगर बैगलौर*
☎7624946879,22912735
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*आचार्य श्री महाश्रमण जी की सुशिष्या साध्वी श्री काव्यलता जी ठाणा 4* का प्रवास
*North Town Apartment*
Binny Mill Villa No 10
*Chennai*
☎9962649649,9380361000
9841036201
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*आचार्य श्री महाश्रमण जी की सुशिष्या साध्वी श्री प्रज्ञाश्री जी ठाणा 4* का प्रवास
*जैन भवन*
114/48, Big Street (Periya Teru),
*Vadivishwaram,Nagercoil*
(तमिलनाडु)
☎9629840537
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*आचार्य श्री महाश्रमण जी की सुशिष्या साध्वी श्री सुदर्शना श्री जी ठाणा 4* का प्रवास
*तेरापंथ भवन*
*बल्लारी* (कर्नाटक)
☎7230910977,8830043723
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*आचार्य श्री महाश्रमण जी की सुशिष्या साध्वी श्री लब्धि श्री जी ठाणा 3 का प्रवास*
*तेरापंथ सभा भवन*
*हासन*
☎9601420513,
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*आचार्य श्री महाश्रमण जी की सुशिष्या साध्वी श्री मघुस्मिता जी ठाणा 7* का प्रवास
*मदन जी नाहर के निवास स्थान पर नेहरू नगर बैगलौर*
(कर्नाटक)
☎7798028703,9448456346
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प्रस्तुति:- 🌻 *तेरापंथ संघ संवाद* 🌻

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Terapanth Sangh Samvad
News, photos, posts, columns, blogs, audio, videos, magazines, bulletins etc.. regarding Jainism and it's reformist fast developing sect. - "Terapanth".

*देवलोक गमन*

आचार्य श्री महाश्रमण जी की आज्ञानुवर्ती शिष्या *शासन श्री साध्वीश्री गुलाबकुमारी जी* का आज सांय 5.45 बजे जसोल में देवलोक गमन हो गया है।
दिवगंत आत्मा के उत्तरोत्तर आध्यात्मिक विकास की मंगल कामना

दिनांक - 19-01-2018

प्रस्तुति - तेरापंथ *संघ संवाद*

Update

*देवलोक गमन*

आचार्य श्री महाश्रमण जी की आज्ञानुवर्ती शिष्या *शासन श्री साध्वीश्री गुलाबकुमारी जी* का आज सांय 5.45 बजे जसोल में देवलोक गमन हो गया है।
दिवगंत आत्मा के उत्तरोत्तर आध्यात्मिक विकास की मंगल कामना

दिनांक - 19-01-2018

प्रस्तुति - तेरापंथ *संघ संवाद*

Update

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जैनधर्म की श्वेतांबर और दिगंबर परंपरा के आचार्यों का जीवन वृत्त शासन श्री साध्वी श्री संघमित्रा जी की कृति।

📙 *जैन धर्म के प्रभावक आचार्य'* 📙

📝 *श्रंखला -- 241* 📝

*दिव्य विभूति आचार्य देवनन्दी (पूज्यपाद)*

दिगंबर परंपरा के आचार्य देवनन्दी (पूज्यपाद) योग, दर्शन, तर्क, काव्य, सिद्धांत, छंद आदि विभिन्न विषयों के उद्भट विद्वान थे। जैन परंपरा में प्रथम वैयाकरण थे उच्चकोटि के कवि एवं तपोयोग के विशिष्ट साधक थे। जैन धर्म की प्रभावना में उनका कई दृष्टियों से महत्त्वपूर्ण योगदान है। आचार्य समन्तभद्र के बाद दिगंबर परंपरा के विशिष्ट आचार्यों की गणना में आचार्य देवनन्दी (पूज्यपाद) का स्थान प्रथम है।

*गुरु-परंपरा*

शुभचन्द्राचार्य के पाण्डुपुराण में देवनन्दी की गुर्वावली प्राप्त है। उनके अनुसार मूल संघ के अंतर्गत नन्दी संघ बलात्कार गण में माघनन्दी नाम के आचार्य हुए। उनके बाद जिनचन्द्र, पद्मनन्दी आदि क्रमशः होने वाले कई आचार्यों के साथ एक नाम देवनन्दी का भी है। इस कथन के आधार पर पूज्यपाद देवनन्दी मूल संघ के अंतर्गत नन्दी संग बलात्कार गण के आचार्य थे। 'राजबलिकथे' ग्रंथ में भी देवनन्दी को नन्दी संघ का माना है। देवनन्दी के शिष्य का नाम वज्रनन्दी था।

*जीवन-वृत्त*

देवनन्दी ब्राह्मण वंशज थे। वे बुद्धिमान बालक थे। ब्राह्मण परिवार में जन्म होने के कारण उनकी सहज आस्था ब्राह्मण धर्म-दर्शन के प्रति थी। आचार्य समन्तभद्र के 'देवागमस्तोत्र' को पढ़कर वे जैन धर्म के प्रति झुके, आस्थाशील बने। उन्होंने बाल वय में सुविधाओं को त्यागकर जैन दिगंबर मुनि दीक्षा ग्रहण की। मुनि जीवन में देवनन्दी ने बहुमुखी विकास किया। अपनी योग्यता के आधार पर वे तीन नामों से प्रसिद्ध हुए— देवनन्दी, जिनेन्द्रबुद्धि और पूज्यपाद।

श्रवणबेलगोला के शिलालेख के अनुसार आचार्यजी का प्रथम नाम देवनन्दी था, बुद्धि की विशेषता के कारण जिनेन्द्र-बुद्धि और देवों द्वारा पूजाभाव प्राप्त होने के कारण वे पूज्यपाद कहलाए। जैन शिलालेख संग्रह संख्यक 105 का अभिलेख इस प्रकार है—

*प्रागभ्यधायि गुरुणा किल देवनन्दी,*
*बुद्ध्या पुनर्विपुलया स जिनेन्द्रबुद्धिः।*
*श्रीपूज्यपाद इति चैष बुद्धैः प्रचख्ये,*
*यत्पूजितः पदयुगे वनदेवताभिः।।*

शक संवत् 1365 में उत्कीर्ण शिलालेख में पूज्यपाद और जिनेन्द्रबुद्धि इन दोनों नामों का उल्लेख है। यह शिलालेख इस प्रकार है—

*श्री पूज्यपादोद्धृतधर्मराजस्ततः*
*सुराधीश्वरपूज्यपादः।*
*यदीयवैदुष्यगुणानिदानीं*
*वदन्ति शास्त्राणि तदुद्धृतानि।।15।।*
*धृतविश्वबुद्धिरयमत्रयोगिभिः*
*कृत्यकृत्यभावमनुविभ्रदुच्चकैः।*
*जिनवद् बभूव यदनङ्गचापहृत्स*
*जिनेन्द्रबुद्धिरिति साधुवर्णितः।।16।।*

नन्दी संघ की पट्टावली में देवनन्दी और पूज्यपाद इन दोनों नामों का उल्लेख है। देवनन्दी का दूसरा नाम पूज्यपाद है। आचार्य जिनसेन ने आदि पुराण में देवनन्दी के लिए देव शब्द का प्रयोग किया है और आचार्य शुभचन्द्र के ज्ञानार्णव में देवनन्दी शब्द प्रयुक्त हुआ है। कवि धनंजय की 'नाममाला' में लक्षण ग्रंथ रचयिता के रूप में पूज्यपाद नाम का उल्लेख है। जैनेन्द्र प्रक्रिया में आचार्य गुणनन्दी द्वारा पूज्यपाद नाम का स्मरण किया गया है। कन्नड़ साहित्य में आचार्यजी का पूज्यपाद नाम अधिक प्रचलित है।

*दिव्य विभूति आचार्य देवनन्दी (पूज्यपाद) के जीवन-वृत्त के कई रोचक व प्रेरणादायी प्रसंगों* बारे में जानेंगे... हमारी अगली पोस्ट में... क्रमशः...

प्रस्तुति --🌻तेरापंथ *संघ संवाद*🌻
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News in Hindi

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त्याग, बलिदान, सेवा और समर्पण भाव के उत्तम उदाहरण तेरापंथ धर्मसंघ के श्रावकों का जीवनवृत्त शासन गौरव मुनि श्री बुद्धमलजी की कृति।

📙 *'नींव के पत्थर'* 📙

📝 *श्रंखला -- 65* 📝

*चैनजी श्रीमाल*

चैनजी श्रीमाल लाटोती निवासी थे। वे एक दृढ़ श्रद्धालु तथा तत्त्वज्ञ श्रावक थे। उन्होंने आचार्य भारमलजी तथा ऋषिराय के शासनकाल में अच्छी ख्याति प्राप्त की। एक बार वहां खरतरगच्छ के श्रीपूज्य जिनचन्द्र सूरि आए। उपाश्रय में प्रतिदिन उनका व्याख्यान होने लगा। एक दिन सूरिजी ने अपने व्याख्यान में नव तत्त्वों का विश्लेषण किया, उसके अंतर्गत आश्रव तत्त्व की व्याख्या करते हुए उन्होंने उसे अजीव बतलाया।

व्याख्यान में उस दिन श्रावक चैनजी भी सम्मिलित हुए थे। वे सूरिजी के आश्रव संबंधी उक्त कथन से सहमत नहीं थे। यद्यपि वे इस बात से भली भांति परिचित थे कि किसी के चालू व्याख्यान में प्रश्न आदि पूछकर बीच में व्याघात करना उचित नहीं होता फिर भी वे अपने आपको रोक नहीं पाए। उन्हें लगा कि व्याख्यान समाप्ति के पश्चात् पूछने से तो केवल मेरी शंका का ही समाधान हो पाएगा। व्याख्यान में बैठे इतने लोग जो गलत धारणा बना लेंगे, उनके निराकरण का तो फिर अवसर ही नहीं आ पाएगा। ऐसा ही कुछ सोच कर वे तत्काल खड़े हुए और बोल उठे— 'महाराज! आश्रव तो जीव है, आप उसे अजीव कैसे बतला रहे हैं?' सूरिजी ने प्रतिवाद करते हुए कहा— नहीं श्रावकजी! तुम्हारी धारणा गलत है। आश्रव जीव नहीं, अजीव ही है।'

चैनजी ने पूर्ण आत्मविश्वास के साथ अपनी बात दोहराते हुए कहा— 'नहीं महाराज! आप इस पर पुनः विचार कीजिए। आश्रव जीव की उसी परिणति का नाम है, जो कर्मागमन में हेतु बनती है। जीव की परिणति को अजीव कैसे कहा जा सकता है?'

इसी प्रकार कुछ देर तक दोनों में तर्क वितर्क होते रहे। सूरिजी ने तब उस चर्चा को वहीं रोकते हुए कहा— 'इस विषय की बात हम व्याख्यान के पश्चात् करेंगे।'

चैनजी ने आगे कुछ कहना उपयुक्त नहीं समझा और 'ठीक है महाराज!' कहकर वहीं बैठ गए।

व्याख्यान समाप्त करते हैं सूरिजी ने पुनः चैनजी से बातचीत प्रारंभ की, परंतु उससे भी किसी निर्णायक स्थिति पर नहीं पहुंचा जा सका। आखिर आगम निरीक्षण के पश्चात ही फिर से बात करने का निश्चय हुआ।

*आगम निरीक्षण के पश्चात् किसकी बात सत्य प्रमाणित हुई...?* जानेंगे और प्रेरणा पाएंगे... हमारी अगली पोस्ट में... क्रमशः...

प्रस्तुति --🌻तेरापंथ *संघ संवाद*🌻
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👉 तिरुकलिकुण्ड्रम - पंचायत पब्लिक स्कूल मे स्वच्छ भारत अभियान
👉 कालीकट: "जैन संस्कार विधि" के गतिमान चरण..
👉 हुबली: "निर्माण - एक कदम स्वच्छ्ता की ओर" के तीसरे चरण का आयोजन
👉 सोलापुर - पेरेंटिंग सेमिनार का आयोजन
👉 वणी (महा) - सामान्य ज्ञान प्रश्नोतरी का आयोजन
👉 कांदिवली, मुम्बई - A New Me मैक्रो चेंजेस फ़ॉर मैक्रोट्रांसफॉर्मेशन कार्यक्रम
👉 सेलम: तेममं द्वारा Move Ahead into New Era कार्यशाला का आयोजन
👉 अहमदाबाद: तेरापंथ महिला मंडल द्वारा "तत्व ज्ञान कार्यशाला" का आयोजन
👉 सादुलपुर-राजगढ़: अणुव्रत समिति द्वारा "ऊनी वस्त्र - कम्बल वितरण" कार्यक्रम का आयोजन
👉 अहमदाबाद - कन्यामण्डल द्वारा Happy mind & Healthy body (work shop) का आयोजन
👉दक्षिण हावड़ा - Parenting seminar का आयोजन
👉 लिलुआ - जैन संस्कार विधि
👉 राजसमंद - आध्यात्मिक मिलन

प्रस्तुति: 🌻तेरापंथ *संघ संवाद*🌻

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*आचार्य श्री महाप्रज्ञ जी* द्वारा प्रदत प्रवचन का विडियो:

👉 *खुद सुने व अन्यों को सुनायें*

*- Preksha Foundation*
Helpline No. 8233344482

संप्रेषक: 🌻 तेरापंथ *संघ संवाद* 🌻

👉 प्रेक्षा ध्यान के रहस्य - आचार्य महाप्रज्ञ

प्रकाशक - प्रेक्षा फाउंडेसन

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👉 *"अहिंसा यात्रा"* के बढ़ते कदम

👉 पूज्यप्रवर अपनी धवल सेना के साथ विहार करके "गोपालपुर (ओड़िशा)" पधारेंगे

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Some texts contain  footnotes  and  glossary  entries. To distinguish between them, the links have different colors.
  1. Bhubaneswar
  2. Body
  3. Jainism
  4. Preksha
  5. Sangh
  6. Sangh Samvad
  7. Terapanth
  8. Terapanth Sangh Samvad
  9. Visakhapatnam
  10. आचार्य
  11. आचार्य महाप्रज्ञ
  12. जिनसेन
  13. ज्ञान
  14. दर्शन
  15. भाव
  16. लक्षण
  17. सोलापुर
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