31.01.2018 ►SS ►Sangh Samvad News

Published: 31.01.2018
Updated: 02.02.2018

Update

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*01/02/18* दक्षिण भारत मे मुनि वृन्द, साध्वी वृन्द का सम्भावित विहार/ प्रवास
दर्शन सेवा का लाभ ले
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*संघ संवाद* + *संघ संवाद*
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*आचार्य श्री महाश्रमण जी* *के आज्ञानुवर्ति मुनिश्री सुव्रत कुमार जी ठाणा* 2 का प्रवास *Shree Jain Swetamber Terapanth sabha*
No 5 Thalayattam Bazzar
Near police station *Gudiyattam* Tamilnadu
☎9003789485,9150179971
9488921371
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*संघ संवाद* + *संघ संवाद*
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*आचार्य श्री महाश्रमण जी के आज्ञानुवर्ती मुनि श्री रणजीत कुमार जी ठाणा २* का प्रवास
*भिकमचन्द जी दक के निवास स्थान पर*
नियर - KEB OFFICE
*पेरियापटना* (कर्नाटक)
मैसुर - मैगलौर रोड (कर्नाटक)
☎9448385582
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*संघ संवाद*+ *संघ संवाद*
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*आचार्य श्री महाश्रमण जी के सुशिष्य*
*मुनि श्री ज्ञानेन्द्र कुमार जी ठाणा 3* का प्रवास
*महावीर भवन*
*विलिपुरम*
☎8107033307
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*संघ संवाद*+ *संघ संवाद*
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*आचार्य श्री महाश्रमण जी के सुशिष्य डॉ *मुनि श्री अमृत कुमार जी ठाणा २ का प्रवास*
*महावीर भवन*
*विलिपुरम*
☎9566296874
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*संघ संवाद*+ *संघ संवाद*
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*आचार्य श्री महाश्रमण जी के सुशिष्य मुनि श्री प्रशान्त कुमार जी ठाणा २* का प्रवास
*Jain Bhawan*
TD Road Near Convent in
*ERNAKULAM* (केरला) ☎9672039432,7907269421
92469989090
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*संघ संवाद*+ *संघ संवाद*
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*आचार्य श्री महाश्रमण जी के सुशिष्य मुनि श्री सुधाकर जी एवं मुनि श्री दीप कुमार जी का प्रवास*
*SHIVGOAN से विहार करके वलीघरा स्कुल मे पधारेगे*
पुना - बैगलौर हाईवे
☎7821050720,9558651374
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*संघ संवाद*+ *संघ संवाद*
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*आचार्य श्री महाश्रमण जी की सुशिष्या 'शासन श्री' साध्वी श्री विद्यावती जी 'द्वितिय' ठाणा ५* का प्रवास
*प्रवीणकुमार जी सेठिया के निवास स्थान से विहार करके गमनसी लाल जी सेठीया के निवास स्थान पधारेगे*
Jain colony, next to meenakshi talkies 2nd cross road Robertsonpet KGF (कर्नाटक)
☎8890788494,9845280135
9845562131
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*संघ संवाद*+ *संघ संवाद*
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*आचार्य श्री महाश्रमण जी की सुशिष्या "शासन श्री" साध्वी श्री यशोमती जी ठाणा 4* का प्रवास
*Anjipalayam से 10.5 km का विहार करके पलेसना स्कुल मे पधारेगे*
विशाखापट्नम् - चेन्नैइ रोड
☎7297958479,9025434777
7044937375
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*संघ संवाद*+ *संघ संवाद*
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*आचार्य श्री महाश्रमण जी की सुशिष्या 'शासन श्री' साध्वी श्री कंचनप्रभा जी ठाणा 6* का प्रवास
*Jugraj ji Srisrimal*
JUGRAJ
#977/1, 46 Cross 11th Main 3rd Block Rajajinagar Near
Rajajinagar Terapanth Sabha Bhavan
Bangalore-560010
☎7624946879,9845351101
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*संघ संवाद*+ *संघ संवाद*
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*आचार्य श्री महाश्रमण जी की सुशिष्या साध्वी श्री प्रज्ञाश्री जी ठाणा 4* का प्रवास
*जैन भवन*
114/48, Big Street (Periya Teru),
*Vadivishwaram,Nagercoil* से प्रातः टकले की ओर विहार करेंगे । प्रवास भूपेश भाई के स्थान पर...
(तमिलनाडु)
☎9629840537
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*संघ संवाद*+ *संघ संवाद*
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*आचार्य श्री महाश्रमण जी की सुशिष्या साध्वी श्री सुदर्शना श्री जी ठाणा 4* का प्रवास
*तेरापंथ भवन*
*बल्लारी* (कर्नाटक)
☎7230910977,8830043723
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*संघ संवाद*+ *संघ संवाद*
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*आचार्य श्री महाश्रमण जी की सुशिष्या साध्वी श्री लब्धि श्री जी ठाणा 3 का प्रवास*
*तेरापंथ सभा भवन*
*हासन*
☎9601420513,
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*संध संवाद*+ *संध संवाद*
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*आचार्य श्री महाश्रमण जी की सुशिष्या साध्वी श्री मघुस्मिता जी ठाणा 6* का प्रवास
*तेरापंथ सभा भवन गॉधीनगर बैगलौर* (कर्नाटक)
☎7798028703
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*संघ संवाद*+ *संघ संवाद*
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*संघ संवाद फेशबुक से जुडने के लिए दिए link पर click करे*

प्रस्तुति:- 🌻 *संघ संवाद* 🌻

Source: © Facebook

Sangh Samvad
News, photos, posts, columns, blogs, audio, videos, magazines, bulletins etc.. regarding Jainism and it's reformist fast developing sect. - "Terapanth".

👉 विशाखापट्टनम: अ.भा.ते.म.मं. महामंत्री श्रीमती नीलम सेठीया की "आंध्रा - संगठन यात्रा"
👉 साउथ हावड़ा - "निर्माण" एक नन्हा कदम स्वच्छता की ओर
👉 हासन - पेरेटिंग सेमिनार कार्यशाला का आयोजन
👉 रामेंहन्द्रेवरम - " निर्माण " एक नन्हा कदम स्वच्छता की ओर

प्रस्तुति: *🌻संघ संवाद🌻*

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👉 हिसार - *साध्वी श्री कमलरेखा जी (लाडनूँ) का देवलोकगमन एवं आपका जीवन परिचय*

प्रस्तुति: *🌻संघ संवाद🌻*

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Update

*पुज्यवर का प्रेरणा पाथेय*

👉 *संतों की संगति हो सकती है कल्याणकारी: आचार्यश्री महाश्रमण*

👉 *भापुर से लगभग पन्द्रह किलोमीटर का विहार कर धवल सेना संग अहिंसा यात्रा पहुंची गंडानाली*

दिनांक - 31-01-2018

प्रस्तुति - *संघ संवाद*

Source: © Facebook

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जैनधर्म की श्वेतांबर और दिगंबर परंपरा के आचार्यों का जीवन वृत्त शासन श्री साध्वी श्री संघमित्रा जी की कृति।

📙 *जैन धर्म के प्रभावक आचार्य'* 📙

📝 *श्रंखला -- 247* 📝

*दिव्य विभूति आचार्य देवनन्दी (पूज्यपाद)*

*साहित्य*

गतांक से आगे...

*जैनेंद्र न्यास* शिमोगा जिले की नगर तहसील के 46वें शिलालेख में पूज्यपाद के चार ग्रंथों की सूचना है। उसमें सबसे पहला ग्रंथ जैनेंद्र न्यास है। पूज्यपाद ने स्वरचित जैनेंद्र व्याकरण की व्याख्या में इस न्यास की रचना की होगी, पर वर्तमान में यह ग्रंथ उपलब्ध नहीं है।

*शब्दावतार न्यास* पाणिनि व्याकरण पर शब्दावतार न्यास की रचना पूज्यपाद ने की थी। इससे स्पष्ट है पूज्यपाद को पाणिनि व्याकरण का गहरा अनुभव था। पर जैनेंद्र न्यास की तरह यह न्यास भी वर्तमान में उपलब्ध नहीं है।

*वैद्यक (चिकित्सा शास्त्र)* शिमोगा जिले के शिलालेख में वैद्यक ग्रंथ का उल्लेख है। ग्रंथ का "वैद्यक" नाम चिकित्सा संबंधी सामग्री की सूचना देता है। पूज्यपाद का ज्ञान बहुमुखी था। चिकित्सा के संबंध में भी उनका ज्ञान परिपक्व था। शुभचन्द्राचार्य ने ज्ञानार्णव में पूज्यपाद की विशेषताओं का उल्लेख करते हुए लिखा है—

*अपाकुर्वन्ति यद्वाचः कायवाग्चित्तसम्भवम्।*
*कलङ्कमङ्गिनां सोऽयं देवनन्दी नमस्यते।।15।।*

जिनकी वाणी प्राणियों के काय, वचन और चित्त के विकारों को नष्ट करने में सक्षम है, वे देवनन्दी नमस्कार करने योग्य हैं।

इस श्लोक में समागत काय शब्द का प्रयोग शरीर विज्ञान संबंधी उनकी विशेषज्ञता को समर्थित करता है। वर्तमान में पूज्यपाद का चिकित्सा संबंधी कोई वैद्यक नामक ग्रंथ प्राप्त नहीं है।

*जैनाभिषेक* श्रवणबेलगोला संख्यक 40 के अभिलेख में आचार्य पूज्यपाद के कई ग्रंथों के साथ जैनाभिषेक ग्रंथ का उल्लेख है। वह अभिलेख इस प्रकार है—

*जैनेन्द्र निजशब्दभागमतुलं सर्वार्थसिद्धिः परा।*
*सिद्धान्ते निपुणत्वमुग्धकविता जैनाभिषेकः स्वकः।*
*छन्दः सूक्ष्मधियं समाधिशतकं स्वास्थ्यं यदियं* *विदामाख्यातीह स पूज्यपादमुनिपः पूज्यो मुनीनां गणैः।।4।।*

प्रस्तुत अभिलेख पद्य के अनुसार जैनेंद्र व्याकरण, सर्वार्थसिद्धि टीका, जैनाभिषेक एवं समाधिशतक ये चारों ग्रंथ आचार्य पूज्यपाद की हैं।

*ग्रंथांतरों में निर्देशित ग्रंथ* धवला टीका में पूज्यपाद के सार संग्रह ग्रंथ का उल्लेख है। यह एक न्याय विषयक ग्रंथ संभव है।

कन्नड़ ग्रंथ 'पूज्यपाद चरिते' में पूज्यपाद रचित 'अर्हद् प्रतिष्ठा लक्षण' और शान्त्यष्टक इन दो ग्रंथों का उल्लेख है। जयकीर्ति के छंदोनुशासन ग्रंथ में पूज्यपाद के छंद शास्त्र का निर्देश है। सार संग्रह, अर्हत् प्रतिष्ठा लक्षण, शान्त्यष्टक, जैनाभिषेक ये चारों ग्रंथ वर्तमान में अनुपलब्ध हैं।

*भक्ति ग्रंथ* सिद्धभक्ति, श्रुतभक्ति, चरित्रभक्ति, योगभक्ति, निर्वाणभक्ति, आचार्यभक्ति, पंचगुरुभक्ति, तीर्थंकरभक्ति, शांतिभक्ति, समाधिभक्ति, नंदीश्वरभक्ति और चैत्यभक्ति संस्कृत भाषा में रचित ये भक्ति प्रकरण आचार्य पूज्यपाद के माने गए हैं। प्राकृत भक्ति प्रकरण आचार्य कुंदकुंद के हैं।

*आचार्य देवनन्दी पूज्यपाद के आचार्य काल के समय-संकेत* के बारे में जानेंगे... हमारी अगली पोस्ट में... क्रमशः...

प्रस्तुति --🌻 *संघ संवाद* 🌻
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त्याग, बलिदान, सेवा और समर्पण भाव के उत्तम उदाहरण तेरापंथ धर्मसंघ के श्रावकों का जीवनवृत्त शासन गौरव मुनि श्री बुद्धमलजी की कृति।

📙 *'नींव के पत्थर'* 📙

📝 *श्रंखला -- 71* 📝

*जोधोजी सिसोदिया*

जोधोजी सिसोदिया जयपुर, बोराणा के निवासी थे। वे ऋषिराय तथा जयाचार्य के शासनकाल में वहां के प्रमुख श्रावक गिने जाते थे। तत्त्वज्ञता और श्रद्धाशीलता में भी लोग उन्हें बेजोड़ माना करते थे। खेती-बाड़ी का कार्य तो उनके यहां था ही, कपड़े का तथा ब्याज का कार्य भी अच्छा चलता था। रायपुर में एक चमार जाति का भाई भी संतों का बड़ा भक्त था। वह प्रतिदिन व्याख्यान सुनता तथा सामायिक भी करता। उसकी गुरु धारणा की हुई थी। साधार्मिक होने के नाते जोधोजी उसे बहुत माना करते थे। उसके साथ उनका आर्थिक लेन-देन भी था।

एक बार वोवणी के समय उसका बैल मर गया। उसकी पूर्ति करना तत्काल आवश्यक था। अतः उसने जोधोजी से ब्याज पर रुपए लिए और नया बैल खरीदा। कई महीने तक तो उसने ब्याज चुकाया। परंतु, 'दुर्बल को सौ दोष' वाली कहावत चरितार्थ हो गई। बेटा बीमार हो गया। वह ठीक हुआ तो पत्नी बीमार हो गई। ब्याज भरने के लिए की गई बचत औषधोपचार में लग गई। कई महीने व्यतीत हो जाने पर भी ब्याज नहीं आया तो जोधोजी के धैर्य का बांध टूट गया। एक दिन उन्होंने उसकी नीयत पर आक्षेप करते हुए काफी कुछ बुरा-भला कह डाला। असहाय एवं गरीब व्यक्ति तो दूसरों की कटुक्तियां सुनने के लिए ही होते हैं– ऐसा सोचकर तो वह कुछ देर तक चुपचाप खड़ा रहा, परंतु जब तीखे शब्दों की चुभन असह्य हो गई, तब वह भी स्वयं को रोक नहीं पाया और कुछ कटु शब्द छलक कर बाहर आ गए। बस उसी दिन से उनका परस्पर बोलचाल बंद हो गया। बड़ी कठिनाई से उसने रुपयों की व्यवस्था की और ब्याज सहित पूरे चुका दिए। फिर भी दोनों का मनोभाव पूर्ववत् नहीं बन पाया। आंतरिक खिंचाव ने बाहर के सभी व्यवहारों को अस्त-व्यस्त कर दिया।

*क्या उनके संबंध फिर कभी ठीक हो पाए...? और ठीक हो पाए तो कैसे...?* जानेंगे और प्रेरणा पाएंगे... हमारी अगली पोस्ट में... क्रमशः...

प्रस्तुति --🌻 *संघ संवाद* 🌻
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News in Hindi

🔰 *साध्वी श्री कमल रेखा जी का देवलोक गमन....*

🎗 हिसार: *साध्वीश्री कमलरेखा जी (लाडनूँ)* का देवलोकगमन आज दिनांक 31 जनवरी, 2018 को सुबह लगभग 9.22 बजे तेरापंथ भवन, मॉडल टाउन, *हिसार* में हो गया है। बैंकुठी यात्रा आज दोपहर 3 बजे रवाना होगी।

🌻 *संघ संवाद*🌻

👉 प्रेक्षा ध्यान के रहस्य - आचार्य महाप्रज्ञ

प्रकाशक - प्रेक्षा फाउंडेसन

📝 धर्म संघ की तटस्थ एवं सटीक जानकारी आप तक पहुंचाए

🌻 *संघ संवाद* 🌻

Source: © Facebook

https://goo.gl/maps/9LCeUzK8fTs

👉 *"अहिंसा यात्रा"* के बढ़ते कदम

👉 पूज्यप्रवर अपनी धवल सेना के साथ विहार करके "गंडानाली" पधारेंगे

👉 आज का प्रवास - गंडानाली यूपी स्कूल, गंडानाली, जिला - ढेकानल (ओड़िशा)

प्रस्तुति - *संघ संवाद*

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Sources

Sangh Samvad
SS
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