Mumbai: 18.11.2018
57 students gave Jain Vidhya examination which is record. It was possible due to inspiration of Sadhvi Anima Shree and Sadhvi Mangal Pragya. Sadhvi Karnika Shree, Sadhvi Maitri Prabha, Sadhvi Sudha Prabha and Sadhvi Samatva Yasha guided, trained and done teaching for Jain Vidhya. Examination centre incharge Sarla Kothari thanked to all. She specially mentioned efforts of all nuns. She also mentioned that many senior citizen also gave examination. Media incharge Nitesh Dhakad gave all information.
महाप्रज्ञ पब्लिक स्कूल में जैन विधा परीक्षा का भव्य नजारा*
साध्वी श्री आणिमाश्रीजी एवं साध्वी श्री मंगलप्रज्ञा जी की प्रबल प्रेरणा से महाप्रज्ञ पब्लिक स्कूल कालबादेवी में समण संस्कृति संकाय की तरफ से होनेवाली जैन विधा परीक्षाओं में सत्तावन विधार्थी संभागी बने।
साध्वी श्री आणिमाश्रीजी ने पाथेय प्रदान करते हुए कहा भगवान महावीर ने कहा है ज्ञान प्रकाशकर है। ज्ञान जिंदगी के हर अंधे मोड़ को रोशन कर देता है। जिंदगी के अंधेरे गलियारों को आलोक से आलोकित कर देता है। जीवन को प्रकाशमय बना देता है। जैन विधा परीक्षा ज्ञान प्राप्ति का महत्वपूर्ण सोपान है। स्वाध्याय का सशक्त अवलम्बन है, जो व्यक्ति स्वाध्याय साधना में निरत रहता है, वह अपने मस्तिष्क को ताउम्र सक्रिय एवं स्वस्थ रख सकता है। इसलिए हर व्यक्ति को जैन विधा परीक्षा के क्रम से जुड़ना चाहिए। आज मैं साधुवाद देना चाहती हूँ श्री चन्दन मल बैद व ताराचन्द बरलोटा को जिन्होंने क्रमश 82 व 80 वर्ष की उम्र में जैन विधा की परीक्षा दी है। सबके लिए प्रेरणा स्रोत बने है। साध्वियों की प्रेरणा से अनेक युवक संभागी बने है, प्रसन्नता की बात है। युवक किशोरों, कन्याएं, महिलाएं सभी इस क्षेत्र में गति प्रगति करते रहे मंगलकामना।
साध्वी मंगलप्रज्ञा जी, साध्वी कर्णिका श्रीजी, साध्वी सुधाप्रभाजी, साध्वी स्मतव्यशाजी, व साध्वी मैत्रीप्रभाजी ने विद्यार्थियों को प्रशिक्षण देकर उनके उत्साह को वृदिगंत किया। केंद्र व्यवस्थापिका सरला कोठारी ने साध्वी वृन्द के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करते हुए कहा साध्वी श्रीजी की प्रबल प्रेरणा से ही इस बार कालबादेवी में जैन विधा के क्षेत्र में नया इतिहास बना है। पहली बार स्कूल प्रांगण में सत्तावन परीक्षार्थियों ने भाग लिया। चन्दन मल बैद, ताराचन्द की लगन व उत्साह हमारे लिए प्रेरणा है। यह सब साध्वी वृन्द के पुरुषार्थ की फलश्रुति है। बार बार हार्दिक कृतज्ञता ।
विलेपार्ले से अनिल बाफना, पंकज सुराणा, धनपत बैद, अशोक बरलोटा, दिनेश धाकड़, विमल गिडिया, मनोज चोरडिया, सुनील नाहर, देव नाहर,सुयश नाहर, दिलीप ढेलरिया, वरिष्ठ सदस्यों में चन्दनमलजी बैद, ताराचंदजी बरलोटा एव अशोक बरलोटा, मुकेश धाकड़, नितेश धाकड़, दिनेश धाकड़,पवन बोलिया, अशोक धींग, राकेश कच्छारा, प्रदीप ओसवाल, महावीर ढेलरिया, धनपत बैद, सुनील नाहर, सुयश, देव नाहर, निधि बरलोटा, विनल बरलोटा, रेखा बरलोटा, मेनका डागलिया, लतिका डागलिया, प्रिशा डागलिया, भावना वागरेचा, रेखा धाकड़, हीना धाकड़, राखी सालेचा,पद्मा, भावना मेहता, शर्मिला धाकड़, रेणु बोलिया, शिल्पा मेहता, भावना मेहता
यह जानकारी तेयुप दक्षिण मुंबई के मीडिया प्रभारी नितेश धाकड़ ने दी