News In English
Location: | Rajsamand |
Headline: | People Who Speak Less And Eat Less Get Long Life ◄ Acharya Mahashraman |
Content: | Acharya Mahashraman was speaking at Gandhi Seva Sadan and inspired people not to speak without need and control on your diet. 18570 people took vow not to drink wine and other addict material. Abhinandan Patra (Welcome-Letter) was presented to Acharya Mahashraman. |
News in Hindi:
‘कम बोलने तथा कम खाने वाले सत् जीवी’- आचार्य महाश्रमण
राजसमंद 14 मई 2011 (जैन तेरापंथ समाचार ब्योरो)
राजसमंद. गांधी सेवा सदन में आयोजित धर्मसभा में प्रवचन देते आचार्य महाश्रमण साथ में मंचस्थ साध्वी प्रमुख कनक प्रभा।
तेरापंथ धर्मसंघ के ग्यारहवें आचार्य महाश्रमण का अभिवंदन समारोह शुक्रवार को गांधी सेवा सदन प्रांगण में वंदे गुरुवरम के गगनभेदी उद्ïघाष के साथ सुबह नौ बजे शुरू हुआ।
शुरुआत में श्रावकों ने नवकार मंत्र का पाठ किया। सेवा सदन के बाल स्वरों ने आचार्य की अभिवंदना में ‘आचार्य प्रवर श्री महाश्रमण का करते हम अभिनंदन है’ की प्रस्तुति दी। साध्वी वृंद ने गुरुदेव का सामूहिक रूप से अभिवंदन किया। धर्मसभा में साध्वी सुमति प्रभा ने कहा कि आचार्यश्री की सत्य के प्रति अगाध निष्ठा है, सत्य साधक बनी बनाई लकीर पर चलने वाला नहीं होता, नई लकीर खींचने का साहस रखता है। साध्वी ने कहा कि आचार्य तुलसी कहा करते थे कम बोलने ओर कम खाने वाले सत् जीवी होते हैं। वे सब खूबियां आचार्य के अंदर हैं। मुनि सुरेश कुमार ने कविता पाठ किया। प्रज्ञा इंस्टीट्यूट ने नाटक के माध्यम से धर्म को आधुनिक संचार साधनों का माध्यम बनाने की सीख दी। आचार्य ने महाश्रमण ने कहा कि आचार्य तुलसी ने एक बार मुझसे कहा था वरदान मांगो, उस समय तो मैं चुप रहा, लेकिन कुछ दिनों बाद मैंने कहा गुरुदेव मुझे वरदान दीजिए, प्रथम मैं काम, क्रोध पर विजय पाऊं और जैन धर्म के उत्थान के लिए कार्यरत रहूं। स्वस्थ रहूं। आचार्य ने कहा गुरुदेव तुलसी हमें ऊपर से देख रहे हैं कि हम वैसे कार्य कर रहे हैं या नहीं। उन्होंने कहा कि वर्षों तक आचार्य तुलसी व महाप्रज्ञ के साथ रहा हूं, मैं तेरापंथ के लिए समर्पित रहना चाहता हूं। पाटोत्सव मेरे लिए महत्वपूर्ण है। कार्यक्रम में बालिका कर्णावट ने कविता प्रस्तुत की।
राजसमंद। गांधी सेवा सदन में आयोजित धर्मसभा में उपस्थित श्राविकाएं।
देवेंद्र स्मृति पुरस्कार की घोषणा की गई। इसमें क्रमश 2008 का पुरस्कार जमुना शंकर दशोरा को, 2009 का कवि माधव दरक को तथा 2010 का पुरस्कार डॉ. पुष्पा खिल नानी को दिया गया। डॉ. कर्णावट नशा मुक्ति के अंतर्गत 18570 शपथ पत्र आचार्य श्री के सम्मुख प्रस्तुत किए। संपतलाल ने अभिनंदन पत्र का वाचन किया।.
धर्मसभा में आचार्य महाश्रमण को अभिनंदन पत्र भेट करते हुए।
डूंगर सिंह कर्णावट, मधु सूदन व्यास ने अभिनंदन पत्र आचार्यश्री को समर्पित किया। कवि अब्दुल जब्बर ने काका की याद में सुंदर कविता का वाचन किया। जी. एल. नाहर ने स्मृतियों के वातायन नामक पुस्तक आचार्य को समर्पित की। साध्वी प्रमुख व मंत्री मुनि ने आचार्य के जन्म दिवस को दूध और मिश्री का योग बताया। संचालन मोहन कुमार ने किया।
राजसमंद 14 मई 2011 (जैन तेरापंथ समाचार ब्योरो)
भगवान महावीर स्वामी के कल्याण दिवस पर मैं तेरापंथ धर्मसंघ का आचार्य बना यह मेरा सौभाग्य है। यह विचार आचार्य महाश्रमण ने महाप्रज्ञ विहार के मोहन कन्हैया प्रांगण में धर्मसभा में कहे। उन्होंने कहा कि पाटोत्सव दिवस के पहले चरण में अहिंसा यात्रा के दौरान एक वर्ष में नशा मुक्ति तथा भ्रूण हत्या रोकने, सांप्रदायिक सद्भाव की अलख जगाने का सार्थक प्रयास रहा है। इससे पहले आचार्य की धवल सेना के कांकरोली से विहार कर 100 फीट रोड पहुंचने पर हजारों श्रावकों ने स्वागत किया। इस दौरान केलवा चातुर्मास व्यवस्था समिति के अध्यक्ष महेंद्र कोठारी ने आचार्य की अगवानी की। बाबूलाल कोठारी ने अभिनंदन पत्र का वाचन किया। सौ फीट रोड के बाशिंदों ने आचार्यश्री को अभिनंदन पत्र भेंट किया।.
इस दौरान महेंद्र कोठारी ने कहा कि केलवा चातुर्मास को अद्वितीय बताया। कार्यक्रम में नगरपालिका अध्यक्ष आशा पालीवाल, बाबूलाल कोठारी, ललित चोरडिय़ा, मेवाड़ कांफ्रेंस के बसंतीलाल बाबेल, विनोद चपलोत, प्रदीप पालीवाल, राजेंद्र बाफना, अरविंद गेलड़ा, निर्मल कोठारी, अशोक जैन, मनीष कावडिय़ा, अरविंद, लक्ष्मी लाल, कमलेश कोठारी, पवन, संपतलाल बड़ाला, सुनील तापडिय़ा, किशोर गुर्जर, सत्यप्रकाश काबरा आदि मौजूद थे। संचालन नवीन चोरडिय़ा ने किया।
आचार्य का आज पालिका कार्यालय में होगा अल्प प्रवास: तेरा पंथ धर्मसंघ के आचार्य महाश्रमण अपनी धवल वाहिनी के साथ शनिवार सुबह राजसमंद नगरपालिका कार्यालय परिसर में पदार्पण करेंगे। आचार्य प्रवर के पालिका में इस अल्प प्रवास कार्यक्रम को लेकर समूचा पालिका प्रशासन और यहां के सभी कार्मिकों में उत्साह रहा। नगरपालिका अध्यक्ष आशा पालीवाल ने बताया कि आचार्य महाश्रमण सुबह करीब साढ़े सात बजे पालिका कार्यालय प्रांगण में पदार्पण करेंगे। अहिंसा यात्रा में सहभागी सभी साधु- साध्वी एवं समणीवृंद भी आचार्य प्रवर के साथ रहेंगे। यहां उनका करीब आधे घंटे का प्रवास रहेगा। इसके बाद आचार्य प्रवर गंतव्य के लिए प्रस्थान कर जाएंगे।