News In English
Location: | Nathdwara |
Headline: | Stay Polite Towards Knowledge Giver ◄ Acharya Mahashraman |
News: | Acharya Mahashraman leading Ahimsa Yatra today reached Nathdwara. Grand welcome given by local people. Addressing huge gathering he told that people should show politeness to knowledge giver. He further told that we get same teaching in Gita. Human life is rare thing to get. People should not show ego if they get wealth. |
News in Hindi:
ज्ञान दाता के प्रति विनम्र व्यवहार होना चाहिए-आचार्य महाश्रमण
नाथद्वारा में प्रवेश करते आचार्य महाश्रमण।
नाथद्वारा 24 मई 2011 [[ सवाददाता-जैन तेरापंथ न्यूज समाचार ब्योरो)]
तेरा पंथ धर्म संघ के आचार्य महाश्रमण ने कहा कि ज्ञान देने वाले के प्रति मनुष्य का व्यवहार विनम्र होना चाहिए। शिष्य को भी शरीर, वाणी तथा मन से गुरु का सम्मान करना चाहिए।
वे सोमवार को नगर में धर्म सभा में प्रवचन कर रहे थे। आचार्यश्री ने भागवत गीता में भी गुरु के प्रति व्यवहार करने के बारे में बताया गया है। उन्होंने गुरु शिष्य संबंध के तीन पहलू बताए। इसमें पहला प्रणिका, इसका तात्पर्य जिस गुरु से ज्ञान प्राप्त करना है, उसके सामने झुको, विनम्र रहो, अहंकार छोड़ो। दूसरा पहलू परिप्रशनिका को बताया, उन्होंने कहा कि मनुष्य को हमेशा जिज्ञासु रहना चाहिए, हमेशा प्रश्न करते रहना चाहिए, जानकारी लेते रहना चाहिए। गीता में कहा गया है कि जिज्ञासा रखनी चाहिए। तीसरा पहलू उन्होंने परिसेवा को बताते हुए कहा कि जो व्यक्ति गुरु की सेवा करता है वह ज्ञान पाता है। उन्होंने कहा कि धन का अहंकार कभी नहंीं करना चाहिए। जीवन कितना मूल्यवान है, यह मानव जीवन मुश्किल से मिला है, इसे कीमती माना गया है। आचार्य ने नाथद्वारा प्रवास पर कहा कि वे पहली बार नाथद्वारा आए हैं। नाथद्वारा के लोग धार्मिक हैं। लोगों को व्यवहार में भी हिंसा नहंी करनी चाहिए यह धर्म स्थान है, धर्म स्थान में धोखाधड़ी नहीं होनी चाहिए। कार्यक्रम की शुरूआत में नाथद्वारा महिला मंडल की ओर से मंगलाचरण का पाठ किया। संचालन दिनेश मुनि ने किया। नगरपालिका की अध्यक्ष गीता शर्मा सहित कई लोगों ने आचार्य से आशीर्वाद लिया। साध्वी प्रमुखा कनकप्रभा ने भी प्रवचन दिए।