News in English:
Location: | Sri Dungargarh |
Headline: | Sadhvi Sirekanwar Lived Life With Sanayam◄ Sadhvi Fulkumari and Sadhvi Anima Shree |
News: | Sadhvi Sirekanwar expired at Seva Kendra, Sri Dungargarh two days ago. Memorial meeting was held. Sadhvi Fulkumari told that birth is not important but how you live is important. Sadhvi Sirekanwar live her life with Sanyam. Sadhvi Anima Shree told that Sadhvi Sirekanwar was in Seva Kendra since last 15 years. We saw combination of politeness, dedication in her. She travelled thousands kilometre with Sadhvi Rupa. Sadhvi Dr. Mangal Prajna told that Sadhvi Sirekanwar was symbol of equanimity. Sadhvi Shashirekha, Sadhvi Jayprabha, Sadhvi Kantyasha also spoke. Muni Bachhraj, Muni Devendra Kumar and Muni Arjav Kumar chanted Mangal-Path. |
News in Hindi:
‘जन्म लेने से बड़ा है उसे सही तरीके से जीना’साध्वी सिरे कंवरजी ने संयम का वरण कर अपने जीवन को शानदार ढंग से जिया है
श्रीडूंगरगढ़ 19 जून 2011 जैन तेरापंथ समाचार ब्योरो
जन्म और मृत्यु सृष्टि का शाश्वत क्रम है। जन्म लेना बड़ी बात नहीं, बड़ी बात है जीवन को शानदार ढंग से जीना।साध्वी सिरे कंवरजी ने संयम का वरण कर अपने जीवन को शानदार ढंग से जिया है इसलिए वे प्रणम्य है। उनकी आत्मा हमेशा आध्यात्मिक आरोहण करती रहेगी। ये विचार रविवार को साध्वी सिरे कंवर की स्मृति सभा में साध्वी फूल कुमारी ने व्यक्त किए। साध्वी अणिमाश्री ने कहा, साध्वी सिरे कंवर पिछले 15 वर्ष से श्रीडूंगरगढ़ के सेवा केंद्र में विराजित थीं। उन्होंने अंतिम समय में घोर वेदना को समभाव से सहन किया। उनका जीवन कर्मशीलता, विनयशीलता व समर्पण का सहज संगम था। उन्होंने लगभग पचास वर्षों तक साध्वी रूपाजी के साथ हजारों किमी यात्रा कर देश के अनेक प्रांतों में आध्यात्म की अलख जगाई थीं। साध्वी डॉ. मंगल प्रज्ञाजी ने कहा, सिरे कंवरजी समता की जीवंत प्रतिमा थीं। उन्होंने अंतिम क्षण तक समता को खंडित नहीं होने दिया। साध्वी शशि रेखा, साध्वी जय प्रभा व साध्वी कांत यशाजी ने भी सिरे कंवर के गुणों को याद किया। मुनि बच्छराज, मुनि देवेंद्र कुमार, मुनि आर्जव कुमार ने मंगल पाठ सुनाया। तेरापंथ सभा के सहमंत्री पवन सेठिया, महिला मंडल अध्यक्षा झिणकार देवी बोथरा, तेयुप मंत्री प्रमोद बोथरा, साध्वी सिरेकंवर के संसारपक्षीय भाई हेमराज डोसी आदि ने भी विचार रखे।
साध्वी को संकल्प पत्र सौंपते तेयुप के पदाधिकाri
‘जन्म लेने से बड़ा है उसे सही तरीके से जीना’
19 जून 2011 जैन तेरापंथ समाचार ब्योरो
चार सौ संकल्प पत्र भरवाए
स्मृति सभा में तेयुप की ओर से नशा मुक्ति संकल्प अभियान मनाया गया। तेयुप मंत्री प्रमोद बोथरा ने बताया कि आचार्य महाश्रमण के जन्म दिवस से लेकर अब तक एक माह में चार सौ संकल्प पत्र भरवाए गए हैं। इन संकल्प पत्रों को रविवार शाम को परिषद के अध्यक्ष हनुमान दुगड़, प्रदीप झाबक व अन्य पदाधिकारियों ने ने साध्वी वृंद को भेंट किए।