News in English:
Location: | Sevantri |
Headline: | Farmers Conference Held In Presence Of Acharya Mahashraman |
News: | Acharya Mahashraman told that farmers feed to whole world. They do hard labour for agriculture. We should attempt to use non-violent means in agriculture. Non Violence, Sanyam and Tap are part of religion. We should stick to religion defined above. |
News in Hindi:
परिश्रम से जीवन में अपेक्षाओं की पूर्ति संभव: महाश्रमण
सेवंत्री में किसान सम्मेलन का आयोजन
चारभुजा 28 जून 2011 (जैन तेरापंथ समाचार न्यूज ब्योरो)
आचार्य महाश्रमण ने कहा कि किसान अन्नदाता होता है। इनके अथक परिश्रम से कितने लोग पलते हैं। सभी लोगों एवं व्यवसायों का अपना अपना कर्तव्य है तथा कर्तव्य एवं परिश्रम से ही हमारे जीवन में अपेक्षाओं की पूर्ति संभव है। आचार्य सोमवार को सेवंत्री में किसान सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि खेती में भी अहिंसा का विकास हो, ऐसे प्रयास करने की जरूरत है। क्योंकि किसान फसलों पर दवाई छिड़काव करके हजारों जीवों को नष्ट करते हैं। इससे पूर्व मंगल पाथेय में कहा कि एक ओर हमारा शरीर है तथा दूसरी ओर धर्म की साधना है। धर्म शासन है। दोनों में किसी एक को छोडऩा पड़े, तो किसे छोड़ेंगे।
उन्होंने कहा कि शरीर को छोड़ दो, मगर धर्म को मत छोड़ो। धर्म जागरण के लिए अहिंसा, संयम एवं तपस्या की जरूरत है। देवता भी उन लोगों को नमस्कार करते हैं, जिनके मन में धर्म की साधना हो। जहां धर्म है, वहां शक्ति है। शक्ति है, वहां सुख है। अशांत आदमी को सुख नहीं मिल सकता। इस अवसर पर रोकडिय़ा हनुमान मंदिर के महंत नारायणदास, मोनी बाबा, संत बजरंगदास सहित किसान एवं श्रावक मौजूद थे।
महाप्रज्ञ की पुण्यतिथि मनाई:
किसान सम्मेलन में आचार्य महाप्रज्ञ की पुण्यतिथि आचार्य महाश्रमण के सानिध्य में मनाई गई। आचार्य श्री ने महाप्रज्ञ को प्रेक्षाध्यान का महा पुरोधा व्यक्तित्व वाला संत बताया, जिसमें साधना, आध्यात्मिक साधना, साहित्य लेखन व ज्ञान की आराधना संबंधित थी। उनके कार्यों को नमन किया।