Short News in English
Location: | Kelwa |
Headline: | Anuvrata Is Boom For Society ►Acharya Mahashraman |
News: | Anuvrata teach us how to live. Society can develop by Anuvrata. Character building is its main mission. Acharya Mahashraman advised laypersons to follow 12 vow. |
News in Hindi
समाज के उत्थान में वरदान है अणुव्रत-आचार्य महाश्रमण
Wednesday, 31 Aug 2011 Jain Terapnth News
केलवा। आचार्य महाश्रमण ने अणुव्रत को समाज के उत्थान में वरदान के रूप में परिभाषित करते हुए श्रावक-श्राविकाओं से आह्वान किया कि वे इसके सर्व व्यापीकरण में अपनी सहभागिता का निर्वहन करें। अणुव्रत एक ऎसा आंदोलन है जिसके माध्यम से हम समाज का सर्वागींण विकास करने की कल्पना को साकार कर सकते है। आचार्य मंगलवार को यहां चातुर्मास के दौरान पर्युषण महापर्व के पांचवें दिन धर्मसभा को सम्बोघित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि अणुव्रत हमें जीना सिखाता है। इसके माध्यम से हमारा जीवन व्यसन मुक्त और चारित्रिक दृष्टि से अनुकूल हो सकता है। इससे समाज प्रगति के मार्ग पर प्रशस्त हो सकता है। समाज कल्याण के लिए इसकी आज महत्ती आवश्यकता बन गई है। इससे आत्मा का कल्याण संभव है। आचार्य ने श्रावक-श्राविकाओं की ओर से 12 व्रत करने के लहर को लेकर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि व्यक्ति में त्याग, संयम और तप करने की साधना बारह व्रतों के माध्यम से आती है। इन व्रतों को करने से भी अणुव्रत को स्वीकार करना माना गया है। यह हमें व्यापक धरातल का अहसास कराता है।
बच्चों को संस्कारित करें
भगवान महावीर की आध्यात्म यात्रा का प्रसंग प्रस्तुत करते हुए उन्होंने नवसार के 18 वें जन्म की जानकारी दी। आचार्य ने कहा कि नीति शास्त्र में भी इस बात का उल्लेख मिलता है कि बालक जब पांच वर्ष की आयु पूर्ण करता है तब तक उसे लाड दुलार दो। 10 वर्ष की आयु तक उसे उलाहना दो और उसके गलत आचरण के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मंशा बनी रहे। बच्चा जब 16 वर्ष की आयु प्राप्त कर लेता है तो अपने मित्र की भांति उसके साथ व्यवहार करें। उससे खुलकर बातें करो और वह यदि कोई सलाह दे तो उसे टालने की बजाय उस पर ध्यान देने की आवश्यकता है। उसकी उपेक्षा करने की प्रवृति को त्यागना होगा, तभी उसका जीवन सार्थकता की ओर जा सकेगा।
मंत्री मुनि सुमेरमल ने कहा कि जिस उद्देश्य की प्राप्ति की मंशा को लेकर गुरूदेव आचार्य तुलसी ने अणुव्रत आंदोलन का सूत्रपात किया था। वह आज सुशुप्त सा हो गया है। इस अवस्था से बाहर लाने की जरूरत है। अणुव्रत दिवस के उपलक्ष्य में आम लोगों में इसके प्रति निष्ठा प्रदर्शित करने के उद्देश्य से मंगलवार को केलवा के विद्यार्थियों ने रैली निकाली। सुबह पौने आठ बजे भिक्षु विहार से शुरू हुई यह रैली कस्बे के विभिन्न मागोंü से होते हुए तेरापंथ समवसरण स्थल पहुंची, जहां आचार्य ने सभी विद्यार्थियों को नशामुक्ति का संकल्प दिलाया।
Dosto jai jinendra.
PARYUSHAN PARV-
Paryushan is the most auspicious 8 days long festival in Jainism. These 8 days are celebrated with the goal of one's Spiritual development, self purification, contemplation and seeking Truth. These 8 days are for rigorous spiritual practices.
31st Aug 2011 -- Jap Diwas
01st Sep 2011 -- Dhyan Diwas
02nd Sep 2011 -- Samvatsari Mahaparv