Short News in English
Location: | Kelwa |
Headline: | World Peace Is Possible By Non-violence► Acharya Mahashraman |
News: | Last day of Anuvrata week observed as Non-violence day. Acharya Mahashraman told that world peace is possible by Non-violence. Non-violence protect quality of soul. We can feel peace by observing non-violence. Mahatma Gandhi made experiment in his life by adopting Non-violence. Person cannot solve problems by anger but can get solution by peace and Non-violence. |
News in Hindi
अहिंसा से संभव है विश्व शांति: महाश्रमण
अणुव्रत उद्बोधन सप्ताह के अंतिम दिन अहिंसा दिवस मनाया
केलवा. Jain Terapnth News
आचार्य महाश्रमण ने विभिन्न देशों में परस्पर भाईचारा बनाए रखने की आवश्यकता प्रतिपादित करते हुए कहा कि इससे हम विश्व शांति और बंधुत्व की भावना कायम रख सकते हैं। सूक्ष्म हिंसा से दूर रहने की हिदायत देते हुए उन्होंने कहा कि व्यवहार में अहिंसा का भाव हो तो उसकी मूर्ति मन मंदिर में विद्यमान कर सकते है।
आचार्य ने उक्त विचार यहां तेरापंथ समवसरण में रविवार को अणुव्रत उद्बोधन सप्ताह के समापन पर अहिंसा दिवस के अवसर पर व्यक्त किए। उन्होंने संबोधि के पांचवें अध्याय में उल्लेखित आत्मा के गुणों की व्याख्या करते हुए कहा कि अहिंसा के माध्यम से आत्मा के गुणों की रक्षा करने से शांति की अनुभूति होती है। अहिंसा का यह शब्द हालांकि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के आजादी के आंदोलन से जुड़ा़ हुआ है, लेकिन भगवान महावीर ने इसे देशभर में फैलाया था। बापू के नाम से प्रसिद्ध गांधी ने अहिंसा का सूत्र अपनाने से पूर्व कई तरह के प्रयोग जीवन में किए, लेकिन हिंसा से लडऩे की शक्ति उन्हें अहिंसा के माध्यम से ही मिली। व्यक्ति को आवेश में आने और गुस्सा करने की बजाय हर समस्या का समाधान शांति और अहिंसा के माध्यम से खोजने का प्रयास करना चाहिए।
जीवन का आधार है अहिंसा:
मंत्री मुनि सुमेरमल ने कहा कि व्यक्ति के जीवन में अहिंसा का अलग स्थान है। अन्य सभी नियमों का अपना स्थान है। हिंसा के सहारे व्यक्ति पूरे चौबीस घंटे समय व्यतीत नहीं कर सकता। व्यक्ति इस तथ्य का आकलन करें कि वह दिनभर में कितने समय हिंसा की ओर रहता है।
अहिंसा से ही संभव है शांति: पूर्व गृहमंत्री एवं उदयपुर शहर विधायक गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि आज महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री का जन्म दिवस है। महात्मा गांधी ने आजादी की लड़ाई अहिंसा के मार्ग पर चलकर लड़ी और इसका परिणाम भी सामने आया। आज हिंसा के माध्यम से कुछ हासिल होने वाला नहीं है। अहिंसा का मार्ग हम अपनाएंगे तो उसके परिणाम भी अच्छे सामने आएंगे। हिंसा का प्रमुख कारण व्यक्ति में भोगवादी प्रवृति को होना है। इस पर अंकुश रहेगा तो जीवन में आगे बढऩे का प्रयास सफल हो जाता है। उन्होंने कहा कि यह आने वाला समय बताएगा कि अहिंसा के माध्यम से ही विश्व में शांति का बिगुल बज सकता है। बस इसके लिए सामूहिक प्रयास की आवश्यकता है।
भाजपा नेता कटारिया ने लिया आशीर्वाद:
पूर्व गृहमंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता गुलाबचंद कटारिया ने रविवार सुबह यहां चातुर्मासरत आचार्य महाश्रमण से आशीर्वाद लिया।
व्यवस्था समिति के अध्यक्ष महेंद्र कोठारी ने स्मृति चिन्ह भेंटकर कटारिया का स्वागत किया। इस दौरान भाजपा नेता प्रमोद सामर, अणुव्रत महासमिति दिल्ली के अध्यक्ष बाबूलाल गोलछा आदि ने भी आचार्यश्री से आशीर्वाद लिया। इसी तरह एरिगेशन मॉर्निंग वॉक क्लब के अध्यक्ष सुरेश रांका, ओम पारीक, राजेश पालीवाल ने भी आचार्यश्री के दर्शन कर आशीर्वाद लिया।