Short News in English
Location: | Kelwa |
Headline: | Workshop for Newly Wedded Couple Held |
News: | All India Terapanth Mahila Mandal held workshop for newly wedded couple in presence of Acharya Mahashraman. |
News in Hindi
नव दंपती शिविर नया प्रयोगञ्ज
केलवा 1नवम्बर २०११ जैन तेरापंथ न्यूज ब्योरो केलवा
केलवा में चातुर्मास के तहत आयोजित नव दंपती शिविर ‘तालमेल‘ के समापन पर आचार्य महाश्रमण ने कहा
केलवा केलवा १ नवम्बर २०११ जैन तेरापंथ न्यूज केलवा
तेरापंथ धर्म संघ के 11वें अधिशास्ता आचार्य महाश्रमण ने तेरापंथ महिला मंडल की ओर से तीन दिनों तक आयोजित दंपती शिविर को एक नया प्रयोग बताते हुए कहा कि स्वस्थ परिवार का निर्माण एक विशिष्ट कार्यक्रम है।
मेवाड़ के युवक-युवतियों को यह पहला सुअवसर प्राप्त हुआ है। भारतीय संस्कृति में विवाह को जन्म-जन्मांतर का संबंध माना गया है। यह 16 संस्कारों वाला एक अच्छा उपक्रम है। व्यक्ति के जीवन में धार्मिक सहिष्णुता, संयम और धार्मिकता का समावेश होना आवश्यक है।
आचार्यश्री ने यह विचार तेरापंथ समवसरण में चल रहे चातुर्मास के दौरान सोमवार को अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल की ओर से आयोजित नव दंपती शिविर ‘तालमेल’ के समापन पर उपस्थित श्रावक समाज को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होंने संबोधि के छठे अध्याय में उल्लेखित ‘मृत्यु के बाद स्वर्ग में कौन जाता है’ को परिभाषित किया। उन्होंने कहा कि साधना करने से संयम की पुष्टि और निर्जरा की प्राप्ति हो सकती है। संयम और तपस्या को मूल कसौटी का पर्याय माना गया है। केवल वस्त्र धारण करने से ही कोई साधु नहीं बन जाता। इसके लिए उसे इस तरह की कसौटी पर खरा उतरने का प्रयास करना चाहिए।
व्यवहार, खान-पान और रहन-सहन में तालमेल जरूरी
मंत्री मुनि सुमेरमल ने कहा कि व्यक्ति के व्यवहार, खान-पान और रहन-सहन में तालमेल बहुत आवश्यक है। विवाह के बाद दो व्यक्ति आपस में तालमेल बनाकर जीवन को जीने का प्रयास करते है। एक-दूसरे के दु:ख को समझना और अहंकार का भाव नहीं लाना सुखी जीवन का आधार स्तंभ माना गया है। अपनी बात को थोपकर मनाने से तनाव की स्थिति बनती है। इसलिए अपने स्वार्थ को गौण रखकर तालमेल के माध्यम से जीवन व्यतीत करने का प्रयास करना चाहिए। साध्वी प्रमुखा कनकप्रभा ने भी सुखी परिवार की अवधारणा को लेकर विचार व्यक्त किए। मुनि जयंत कुमार, मुनि जितेन्द्र कुमार ने अपनी दीक्षा दिवस को लेकर विचार रखे। इस अवसर पर महिला मंडल की अध्यक्ष सूरज बरडिया ने स्वागत करते हुए तीन दिवसीय शिविर का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। संचालन नीलम बोरड़ ने किया।