Short News in English
Location: | Rajsamand |
Headline: | Muni Subhkaran Free From Terapanth Sangh For Sadhana |
News: | Muni Subhkaran requested Acharya Mahashraman to allow him to do Sadhana freely and he wanted to be free from code of conduct of Sangh. Acharya Mahashraman after considering all the point allowed him to stay out of sangh for personal Sadhana. Chainrup Chindalia delivered message of this effect. Earlier shravaks requested Muni Subhkaran to reconsider his decision but Muni Subhkaran said that he spent most of time in meditation and wanted to engage himself in Sadhana. |
News in Hindi
मुनि शुभकरण को तेरापंथ धर्मसंघ से मुक्ति - आचार्य महाश्रमण ने दी स्वीकृति
मुनि शुभकरण को तेरापंथ धर्मसंघ से मुक्ति
आचार्य महाश्रमण ने दी स्वीकृति
राजसमंद २८ नवम्बर जैन तेरापंथ न्यूज ब्योरो भीलवाड़ा से
तेरापंथ धर्मसंघ के आचार्य महाश्रमण ने ध्यानयोगी मुनि शुभकरण को उनकी भावना अनुसार धर्मसंघ से मुक्ति की स्वीकृति प्रदान कर दी है। मेवाड़ तेरापंथ कांफ्रेंस अध्यक्ष न्यायविद डॉ. बसंतीलाल बाबेल ने बताया कि संबोधि उपवन में प्रवासरत मुनि शुभकरण ने विशेष संदेशवाहक के जरिए आचार्य महाश्रमण के पास तेरापंथ धर्मसंघ से मुक्त करने को लेकर पत्र भिजवाया था, जिसे आचार्य ने स्वीकार कर लिया। तेरापंथ महासभा अध्यक्ष चैनरूप चंडालिया के हाथों आचार्य ने उक्त आदेश भिजवाया, जिसका मुनि सुरेश कुमार हरनावां ने उपस्थित श्रावकों के सम्मुख वाचन किया। इससे पूर्व संबोधि उपवन ट्रस्ट मंडल एवं संचालक मंडल सदस्यों की आपात बैठक हुई, जिसमें श्रावकों ने मुनि शुभकरण से अपने निर्णय पर पुनर्विचार का आग्रह किया था, लेकिन मुनि ने कहा कि वे सदैव ध्यान योग, साधना में रत रहते हैं एवं अब पृथक रहकर अपनी आत्मसाधना करना चाहते हैं, इसलिए उन्हें यह निर्णय लेना पड़ा। उन्होंने सभी शुभचिंतकों एवं समाजजनों के प्रति अपनी सद्भावना व्यक्त की।
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(टिपणी जैन तेरापंथ न्यूज ब्योरो की - मुक्ति का आवेदन देना और स्वीकार करने का यह कभी भी अर्थ नही है की स्वय इच्छा से मुक्ति..धर्म संघ की मर्यादाओ एवं गुरुआदेशो की कड़ाई से पालना करने के निर्देश थे किन्तु मुनि श्री ने मुक्ति का सरल उपाऊ खोजा एसा हमारा मानना है!!)