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Parari: 05.01.2012 Non-Violence and Truth in Life Can do welfare of Soul: Acharya Mahashraman.
News in Hindi
‘जीवन में अहिंसा, सत्य आ गया तो आत्मा का कल्याण निश्चित’
अहिंसा यात्रा बुधवार को पारड़ी पहुंची, धर्मसभा में आचार्य ने दिए प्रवचन
भीम Published on 05 Jan-2012 जैन तेरापंथ न्यूज ब्योरो
अहिंसा यात्रा के प्रणेता एवं तेरापंथ धर्म संघ के आचार्य महाश्रमण ने कहा कि आदमी सत्य से संपन्न बने, प्राणीमात्र के साथ मैत्री का व्यवहार करे, सत्य की साधना बहुत महत्वपूर्ण है। जिसके जीवन में अहिंसा, सत्य आ गया उस आत्मा का कल्याण होना निश्चित हैं। आचार्य महाश्रमण बुधवार को अहिंसा यात्रा के साथ पारड़ी पहुंचे, जहां ग्रामीणों एवं श्रावक-श्राविकाओं ने अहिंसा यात्रा का गर्मजोशी के साथ स्वागत किया। इस अवसर पर आयोजित धर्मसभा में महाश्रमण ने कहा कि हमारे जीवन में अणुव्रत, ब्रह्मचर्य, सत्य सहित पांच सूत्र को यम कहा गया हैं। आदमी मिथ्यावाद से बचने का प्रयास करे, व्रतों की साधना महान है। इसके साथ ज्ञान भी जुड़ा हुआ हैं। सत्य बोलो, प्रिय बोलो। ऐसा सत्य बोलने से बचो जो अप्रिय, कटु हो। आचार्य ने कहा कि असत्य अविश्वास का कारण होता है। आदमी को सच्चाई के पथ पर चलने वाला होना चाहिए। व्यापार एक प्रकार की जनसेवा हैं। उसमें पवित्रता रखें।
People of Parari hearing Pravachan of Acharya Mahashraman on Wednesday.