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Rourkela: 03.02.2012Acharya Mahashraman Has Divine Power: Sadhvi Kundan Rekha.
Amrit Mahotsav Celebrated at Rourkela in Presence of Sadhvi Kundan Rekha.
News in Hindi
आचार्य महाश्रमण दुनिया के देवदूत:साध्वी श्री कुंदनरेखाजी
Updated on: Wed, 03 Feb 2012
राउरकेला, जैन तेरापंथ न्यूज ब्योरो संवाददाता:
बसंती नगर स्थित तेरापंथ भवन में साध्वी कुंदन रेखा के संदिग्ध में आचार्य श्री महाश्रमण की 50वीं जयंती अमृत महोत्सव के रूप में मनाई गई। साध्वी कुंदन रेखा ने आचार्य महाश्रमण को दुनिया के कष्टों से उबारने वाले देवदूत बताया और कहा कि वे दिव्य शक्ति से आधि-व्याधि एंव उपाधि को दूर करने का संदेश जन-जन तक पहुंचाने का काम कर रहें है।
आचार्य महाश्रमण की जयंती पर आयोजित समारोह में अनुयायियों ने उनकी आराधना की और उनकी बताए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया। साध्वी कुंदन रेखा ने आचार्य महाश्रवण की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वे मानवजाति को शांति का संदेश दे तनावमुक्त जीवन शैली अपनाने की प्ररेणा दे रहें हैं। वास्तव में आचार्य महाश्रवण साधारण मानव नहीं महा मानव हैं, वे व्यक्ति नहीं, बाहर रहते हुए अंदर आत्म में जीते हैं। आचार्य प्रवर तेरापंथ धर्म संघ के प्राण है, त्राण है व शक्ति हैं। साध्वी सौभाग्य यशा ने आचार्य को जीवन श्रम की जीवंत निशानी बताया। उन्होंने कहा कि हम सौभाग्यशाली है जो हमें ऐसे गुरु का आशीर्वाद मिला है। साध्वी कल्याण यशा ने राउरकेला श्रावक समाज की प्रशंसा की। तेरापंथ युवक परिषद के अध्यक्ष जगत कोठारी, महिला मंडल की अध्यक्ष संपत भंसाली, तेरापंथ सभा के अध्यक्ष रुपचंद्र बोथरा, मुख्य अतिथि गांधी कॉलेज के प्राचार्य जेके राव, खुशबू जैन, अंजली जैन, सुनीता जैन की अगुवाई में सुमधुर गिर प्रस्तुत कि गई। इस मौके पर आचार्य प्रवर पर आधारित अभिनंदन गीत गाया गया। कार्यक्रम का संचालन रुपल जैन, कनक बोथरा आदि ने सहयोग किया।