ShortNews in English
Balotara: 02.05.2012
Third Acharya Padabhishek Celebrated. Acharya Mahashraman become Acharya of Terapanth 2 years ago at Sardarshahar. Acharya Mahashraman said i am feeling myself very lucky that I got Terapanth sect.
News in Hindi
मैं भाग्यशाली हूं, मुझे तेरापंथ शासन मिला: आचार्य
मैं भाग्यशाली हूं, मुझे तेरापंथ शासन मिला: आचार्य
नया तेरापंथ भवन में आचार्य महाश्रमण का तृतीय पदाभिषेक दिवस समारोहपूर्वक मनाया
बालोतरा बालोतरा 02 May-२०१२ जैन तेरापंथ न्यूज ब्योरो
वैशाख शुक्ल दशमी के दिन भगवान महावीर मोह कर्म का क्षय कर कैवल्य के सूर्य से आलोकित हो गए थे। यह दिन मेरे लिए बेहद महत्वपूर्ण है। ये उद्गार जैन धर्म तेरापंथ धर्मसंघ के आचार्य महाश्रमण ने नया तेरापंथ भवन में मनाए जा रहे अपने तृतीय पदाभिषेक दिवस समारोह के अवसर पर व्यक्त किए।
आचार्य ने कहा वैशाख शुक्ल दशमी मेरे दायित्व के औपचारिक रूप से स्वीकारने का दिन है। यूं तो भाद्रव शुक्ला द्वादशी का दिन भी मेरे लिए महत्वपूर्ण है, जब गुरुदेव महाप्रज्ञ ने अपने हाथों से मुझे दायित्व की चादर ओढ़ाई थी। मूल दायित्व तो गुरुदेव ने ही मुझे सौंपा था। गुरुदेव की ओर से सौंपे गए दायित्व का औपचारिक क्रियाकलाप उनके महाप्रयाण के बाद धर्मसंघ ने किया। मेरे लिए दीपावली का दिन भी महत्वपूर्ण है, जिस दिन गुरुदेव महाप्रज्ञ ने गुरुदेव तुलसी के सान्निध्य में मेरे लिए उत्तराधिकार पत्र लिखा था। उन सारे दिनों को मैं आज के दिन में अंतर्गभित मान लेता हूं तो वैशाख शुक्ल दशमी का दिन मेरे लिए बहुत महत्वपूर्ण हो जाता है।
मैं भाग्यशाली हूं
बालोतरा 02 May-२०१२ जैन तेरापंथ न्यूज ब्योरो
आचार्य महाश्रमण ने कहा कि दो युग प्रधान गुरुओं का साया मिलना मेरे लिए महत्वपूर्ण बात है और साया भी तब मिला जब वे जीवन का काफी समय पार कर चुके थे। यानी अनुभवी बन चुके थे। तेरापंथ के 11 आचार्यों में आज तक ऐसा कोई आचार्य नहीं हुआ जो अपने दीक्षा प्रदाता के सामीप्य में आचार्य पद पर रहा हो। ऐसा मैं एक मात्र व्यक्ति हूं। मैं भाग्यशाली हूं, जिसे तेरापंथ शासन जैसा संघ प्राप्त हुआ है। ऐसे शासन का नेतृत्व करना भी बिना भाग्य के हो नहीं सकता।
आभार जताया:
बालोतरा 02 May-२०१२ जैन तेरापंथ न्यूज ब्योरो
आचार्य ने साध्वी प्रमुखा के निर्देशन और मुनि कुमार श्रमण के श्रम की सराहना की। उन्होंने कहा मुनि कुमार साधुवाद के पात्र हैं। साध्वी प्रमुखा कनक प्रभा ने आचार्य की अभ्यर्थना करते हुए कहा कि हमने वरदान के रूप में अमृत महोत्सव को मनाया है। मंत्री मुनि सुमेरमल ने कहा कि यह हम सभी के लिए उल्लास व उमंग का विषय है कि हम अपने आचार्य का अमृत महोत्सव मना रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमने आचार्य का जो उद्बोधन सुना है उसके अनुरूप जीवन का बनाने का सलक्ष्य प्रयास करना है। कार्यक्रम के प्रारंभ में मुमुक्षु बहनों की ओर से मंगल संगान किया गया। शासन मुनि किशनलाल, मुनि शुभंकर, मुनि मुदु कुमार, मुनि अनंतकुमार, साध्वी रति प्रभा, समणी ज्योति प्रभा, समणी प्रसन्न प्रभा की ओर से श्रद्धासिक्त अभिव्यक्ति हुई। मुनिवृंद की ओर से गीत की प्रस्तुति दी गई। समणी वृंद की ओर से गीत 'जय-जय हो महाश्रमण गाएं' और साध्वी वृंद की ओर से 'जय महाश्रमण जय बोल रहे' गीत की ओर से भाव सुमन अर्पित किए गए। मुनिवृंद की ओर से गुरुवर की अभ्यर्थना की गई। महासभा महामंत्री विनोद चौरडियान गौतम सालेचा ने अपने भावाभिव्यक्ति दी।
आचार्य को भेंट किए उपहार
बालोतरा 02 May-२०१२ जैन तेरापंथ न्यूज ब्योरो
साध्वी प्रमुखा ने आचार्य को अभिनंदन पत्र भेंट किया, जिसका वाचन मुख्य नियोजिका ने किया। प्रेमलता बागरेचा की ओर से कलात्मक हस्तनिर्मित आचार्य के पंचाचार को निरूपित करते चित्र भेंट किए। अणुव्रत आचार संहिता की पुस्तक भेंट की गई।
कार्यक्रम के अंत में संघगान किया गया। कार्यक्रम का संचालन मुनि कुमार श्रमण ने किया।