ShortNews in English
Tosham: 21.10.2012
Dheeraj Jain Will be Given Diksha on 5th November by Acharya Mahashraman.
News in Hindi
तोशाम के धीरज जैन लेंगे दीक्षा, शोभा यात्रा 28 को
धीरज का जीवन परिचय
तोशाम भिवानी २१ अक्तूबर २०१२ जैन तेरापंथ न्यूज ब्योरो
बाबा मुंगीपा नगरी तोशाम में 28 अक्टूबर को आध्यात्म में एक नया अध्याय जुड़ जाएगा। तोशाम के मुमुक्षु धीरज जैन पांच नवंबर को जसोल राजस्थान जैनमुनि की दीक्षा लेंगे। इससे पूर्व तोशाम में 28 अक्टूबर को भव्य शोभा यात्रा व मंगल भावना समारोह आयोजित होगा। श्वेताम्बर तेरापंथ धर्मसंघ के 11वें अधिष्ठाता आचार्य श्री महाश्रमणजी धीरज को पांच नवम्बर को दीक्षा प्रदान करेंगे।
चार सितंबर 1987 को मुकेश जैन के घर जन्मे धीरज जैन की मुनि बनने की इच्छा जागृति 2009 में उस समय हुई जब उन्होंने साध्वी विनयवती जी के विचार सुने। सितम्बर 2009 में धीरज ने अपनी इच्छा परिवार को बताई लेकिन परिवार से अनुमति नहीं मिली। परिवार ने कहा कि दादा जी की सेवा व छोटी बहन की शादी के बाद ही कुछ सोचना। परिजन नहीं चाहते थे कि धीरज मुनि बने इसलिए दुकानदारी के व्यवसाय में लगा दिया लेकिन धीरज की इच्छा दबी नहीं। उन्होंने 28 मार्च 2012 को दुकान की चाबी पिता मुकेश जैन व माता कमलेश जैन को सौंप दी। दो अप्रैल को धीरज ने राजस्थान के धीनावास में संस्था में प्रवेश किया। आठ मई को बालोतरा में प्रतिक्रमण आदेश हुआ और 21 जून को राजस्थान के पचपदरा में धीरज को दीक्षा आदेश मिला कि पांच नवम्बर को जसोल में आपका दीक्षा दिवस होगा। 28 अक्टूबर को दीक्षार्थी मुमुक्षु धीरज जैन के लिए साध्वी भाग्यवती जी के सानिध्य में तोशाम में शोभा यात्रा व समारोह होगा। मुख्यातिथि जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी मंत्री किरण चौधरी होंगी। अध्यक्षता पूर्व मंत्री व विधायक सावित्री जिंदल करेंगी।
धीरज ने पहली से दसवीं तक शिक्षा आदर्श सीनियर सेकंडरी स्कूल से प्राप्त की। इसके बाद उसने 10 साल खुद की हार्डवेयर की दुकान पर काम किया। साध्वी विनयवती व घरवालों की प्रेरणा से उसने मुनि बनने का फैसला किया। इसके बाद उसने 2 अप्रैल 2012 से 4 सितंबर 2012 तक राजस्थान के बालोतरा आचार्य महाश्रमण से मुनि की शिक्षा ग्रहण की।