ShortNews in English
Jasol: 30.11.2012
Acharya Mahashraman completed successful Chaturmas of Jasol. In history of Terapanth he was first Acharya to do any Chaturmas at Jasol. He added golden page in books of history by his knowledge and conduct. He inspired people to stay addict free. Many functions were held during Chaturmas. As per custom Acharya Mahashraman give his Pravachan on Raja Pradeshi before Vihar. Devotees could not stop their tears to roll out from eyes when Acharya Mahashraman was leaving Jasol.
News in Hindi
जसोल चातुर्मास का समारोहपूर्वक समापन
जसोल(बालोतरा)त्न कहा जाता है कि विकास की कोई उम्र नहीं होती तथा उपलब्धियों की कोई सीमा नहीं होती। तेरापंथ धर्मसंघ के आचार्य महाश्रमण का वर्ष 2012 का जसोल चातुर्मास विकास व उपलब्धियों की कसौटी पर हर दृष्टि से खरा उतरा है। तेरापंथ धर्मसंघ की स्थापना के लगभग 250 वर्षों के काल में किसी आचार्य का जसोल में यह पहला चातुर्मास था। यानि तीन-चार पीढिय़ां खप जाने के बाद ही जसोल कस्बे को चातुर्मास का ऐसा अवसर मिल पाया। चातुर्मास के अंतिम दिन मंगल भावना समारोह में आचार्य ने राजा परदेशी का व्याख्यान दिया और कहा कि धर्म ध्यान का यह क्रम बना रहे। चातुर्मास समाप्ति पर जहां धर्मावलंबियों में खुशी की झलक दिखीं वहीं आचार्य की विदाई को लेकर आंखें नम। आचार्य महाश्रमण गुरुवार को जसोल से विहार कर जाएंगे।
बड़े आयोजनों में बही ज्ञान की गंगा: चातुर्मास अवधि में संतजनों की काव्य गोष्ठी तथा तेरापंथ युवक परिषद की ओर से विराट हास्य कवि सम्मेलन का आयोजन भी किया गया।