ShortNews in English
Balotara: 10.01.2013
Muni Kishanlal told saints give proper guidance to people for better life. Saints show ways that lead unity and better relation in family and society.
News in Hindi
संत जनता का जीवन सुधारते हैं: -मुनि श्री किशनलाल जी
बालोतरा 10 जनवरी 2013 जैन तेरापंथ न्यूज ब्योरो
संतों का मिलन सुखदायी होता है। संत जनता का जीवन सुधारते हैं, उनके व्यवहार में संस्कारों का बीज बोहते हैं। परिवारों में सहिष्णुता, सामंजस्य, उदारता, गुणग्राहता के गुणों को विकसित करते हैं। संतों में परस्पर सौहार्द, विनय और शालीनता के दर्शन कर श्रावक परम आल्हाद का अनुभव करते हैं। ये विचार प्रेक्षा प्राध्यापक मुनि किशनलाल ने न्यू तेरापंथ भवन बुधवार सवेरे प्रवचन सभा में व्यक्त किए।
मुनि धर्म रूचि, मुनि जम्बुकुमार, हेमंत मुनि और पुनीत मुनि का स्वागत करते हुए कहा कि मुनि धर्म रूचि जागरूक और विवेकी संत है। संयोग से वे मोमासर के संचेती परिवार के है। मैं भी मोमासर में वास करने वाला था। दोनों के पिता का नाम भी एक भोजराज है। उन्होंने आचार्य तुलसी बागमय का सुंदर संपादन किया है। वे धुन के धनी है।
वर्षों से इस कार्य में लगे हुए है। आचार्य महाश्रमण के आगमन की तैयारी है। वे 15 जनवरी को बालोतरा आ रहे हैं। मुनि जम्बुकुमार तमिलनाडु के संत है। छोटी उम्र में उन्होंनें आचार्य तुलसी के द्वारा दीक्षा ग्रहण की। शासन गौरव मुनि मधुकर के सान्निध्य में रहकर सेवा और विकास किया। मुनि विमलकुमार ने संतों के आत्मीय भाव का उल्लेख कर उनके विनय और जागरूकता का उल्लेख किया।
मुनि अशोक कुमार ने मुनियों की विशेषताओं को व्यक्त करते हुए कहा कि मुनियों में संघ सेवा और साहित्य सेवा का विशेष गुण है। उनके साथ आए मुनि हेमन्त कुमार, मुनि पुनीत कुमार अच्छे संत है। मुनि धर्म रूचि ने संतों के आत्मीय भाव का उल्लेख करते हुए कहा हम सब कुल वास में साथ-साथ रहे हैं। मुनि दय से बहुत कुछ सीखा है। मुनि जम्बुकुमार ने आचार्य की शताब्दी महोत्सव पर दीक्षा एवं अणुव्रत को स्वीकार करने की चर्चा की और संतों के सद्भाव की अनुशंषा की है।