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Jodhpur: 21.06.2013
Acharya Mahashraman said politics is not untouchable. He advised that politician should serve people and that should be their highest priority.
News in Hindi
राजाराम शिक्षण संस्थान में आयोजित अणुव्रत कार्यशाला में दिया उद्बोधन
आचार्य महाश्रमण ने कहा कि राजनीति अस्पृश्य नहीं है। राजनीति के बिना देश का संचालन नहीं हो सकता है, लेकिन राजनीतिज्ञ भी सेवा को प्रथम स्थान दें। सेवा आदमी को आदमी से जोडऩे वाली होती है और पवित्र सेवा भावना का महत्व अलग होता है।
सेवा के साथ शुचिता बनी रहे तो नैतिकता की सरिता बह सकती है और मानवता महक उठती है। उन्होंने गुरुवार को अमर नगर स्थित महाराज राजाराम शिक्षण संस्थान में गुरुवार को संभाग स्तरीय अणुव्रत कार्यशाला में उद्बोधन देते हुए यह बात कही। इस अवसर पर साध्वी विश्रुतविभा ने कहा कि अर्थ के प्रति बढ़ते आकर्षण ने अनैतिकता को जन्म दिया है, लेकिन नैतिकता का विकास वही व्यक्ति कर सकता है जो जीवन अच्छे तरीके से जीता है। जो व्यक्ति उन्नत चरित्र जीता है वह अच्छा जीवन जी सकता है।
कार्यक्रम में सैनाचार्य अचलानंद गिरी ने कहा कि सूर्यनगरी भाग्यशाली है कि आचार्य पधारे हैं। कार्यक्रम में हाइकोर्ट के पूर्व न्यायाधीश राजेश बालिया, रक्षा प्रयोगशाला के पूर्व निदेशक डॉ.रामगोपाल ने भी विचार प्रकट किए। कार्यक्रम के प्रारंभ में कन्या मंडल द्वारा अणुव्रत गीत 'संयममय जीवन हो...' प्रस्तुत किया। राजस्थान महिला आयोग की अध्यक्ष प्रो.लाडकुमारी जैन ने भी आचार्य से आशीर्वाद लिया।