ShortNews in English
Kankroli: 19.07.2013
Chaturmas Entry of Sadhvi Prabal Yahsha.
News in Hindi
साध्वी श्री प्रबलयशा का चातुर्मास के लिए राजसमंद कांकरोली प्रवेश
राजसमंद जुलाई जैन तेरापंथ न्यूज ब्योरो के लिए आशीष जैन
साध्वी श्री प्रबलयशा का बुधवार को शोभायात्रा के रूप में चातुर्मासिक के लिए जडिय़ा कॉम्पलेक्स में प्रवेश हुआ। सुबह सैकड़ों श्रावकों की मौजूदगी में उन्हें प्रवेश कराया गया। इस दौरान श्रावक जयकारे लगाते चल रहे थे।
चातुर्मास प्रवेश के बाद प्रवचन में साध्वी प्रबलयशा ने कहा कि जहां गुरु की दृष्टि होती है वहां पहुंच जाते है तो अत्यन्त प्रसन्नता की अनुभूति होती है। आज का स्वागत जैन धर्म की पावन संस्कृति का एवं गुरु का स्वागत है। गुरु की आराधना ही हमारी साधना है।
चातुर्मास के महत्व के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि चातुर्मासिक प्रवृति से निवृत्ति की ओर जाने का सुअवसर है। आत्मा को खुराक देने की सीजन है। साध्वी सौरभ यशा ने कहा कि संत चलते-फिरते पावन हाऊस होते है। भूले-भटके गुमराह इंसान को मार्गदर्शन देते है। हताश को जीवन प्रेरणा, कमजोर को शक्ति व सोए हुए को जागृति प्रदान करते है। इस दौरान स्वागत भाषण तेरापंथ सभा अध्यक्ष, युवक परिषद मंत्री दीपक चोरडिय़ा, कन्या मंडल, महिला मंडल, किशोर मंडल के विकास पीतलिया, धर्मेश डांगी, महेन्द्र कोठारी