12.05.2014 ►Nyoli Mandi ►Savitri Jindal Taking Blessing of Acharya Mahashraman

Published: 15.05.2014
Updated: 08.09.2015

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Nyoli Mandi: 12.05.2014

Acharya Mahashraman led Ahimsa Yatra reached Nyoli Mandi. M.L.A. and former minister Savitri Jindal did Darshan of Acharya Mahashraman and took his blessing. She praised Ahimsa Yatra and discussed many topics for welfare of humanity.

News in Hindi

हमें अपनी इच्छाओं का परिसीमन करना होगा: सावित्री जिंदल
पूज्य प्रवर आचार्य श्री महाश्रमण जी से आशीर्वाद लेने पहुंची शहरी निकाय मंत्री सावित्री जिंदल ने कहा कि जैन समाज सदैव से ही दानी, परमार्थी और परसेवी रहा है लेकिन तब भी आचार्यश्री ज़ी से प्रेरणा पाकर हमें अपनी इच्छाओं का परिसीमन करना होगा। गरीबी और अभाव के कारण कोई भी बच्चा निराश और मायूस न हो और साथ ही शिक्षा प्राप्त करने की अपनी अभिलाषा को पूरी न कर पाए, ऐसी स्थिति कहीं न रहे इसके लिए सभी को संकल्पबद्ध होना पड़ेगा। आचार्य श्री से हमें उनकी वाणी, सादगी, गुण, तपस्या और दिनचर्या से जीवन जीने की प्रेरणा मिलती है। आचार्य श्री स्वयं अपनी अहिंसा यात्रा के माध्यम से अपने भक्तों के पास पहुंच उन्हें सार्थक जीवन जीने की राह बता रहे हैं। 11/05/2014

अनुकंपा की चेतना का विकास ही यात्रा का लक्ष्य: आचार्य श्री महाश्रमणजी
गांव न्योली मंडी आदमपुर 11 मई 2014 जैन तेरापंथ न्यूज देवेंद्र डागा

पूज्य प्रवर आचार्य श्री महाश्रमण जी ने अहिंसा यात्रा के प्रमुख चार सूत्रों की चर्चा करते हुए कहा कि हर संप्रदाय में आपसी सामंजस्य हो, हर व्यक्ति नशा मुक्त जीवन जीएं, कन्या भ्रूण हत्या का समग्र विरोध हो और यथा संभव ईमानदारी का हर व्यक्ति पालन करें ताकि उसमें नैतिक मूल्यों का समावेश हो। यदि ऐसा हुआ तो फिर सारी समस्याएं स्वत: ही समाप्त हो जाएगी। यह विचार जैन तेरापंथ धर्मसंघ के 11वें अधिशास्ता आचार्य श्री महाश्रमणजी ने रविवार को गांव न्योली कलां के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में अपने श्रद्धालुओं से व्यक्त किए। इससे पूर्व गांव सीसवाल से होकर न्योली कलां में पहुंची यात्रा का ग्रामीणों ने जोरदार अभिनंदन किया।

प्रवचन में पूज्य प्रवर आचार्य श्री महाश्रमण जी ने फ़रमाया कि अहिंसा यात्रा का लक्ष्य अनुकंपा की चेतना का विकास करना है। यदि मनुष्य में दया, करुणा और अनुकंपा का विकास होता रहे और वह संवेदनशील बना रहे तो परिवार, समाज और राष्ट्र की सभी समस्याओं और विसंगतियों से मुक्त हुआ जा सकता है और विश्व में शांति स्थापित करने का पथ प्रशस्त हो सकता है। उन्होंने कहा कि बाजार में नैतिकता और व्यवहार में अहिंसा रहे तो ही सामाजिक समरसता कायम हो सकेगी। इन्हीं सब उद्देश्यों को लेकर आचार्य श्री तुलसी, आचार्य महाप्रज्ञ और उनके अनुसरण पर हमारा धर्मसंघ गतिमान होता रहेगा।

इस मौके पर मेयर शकुंतला राजलीवाला, प्रदेशाध्यक्ष घीसाराम जैन, कृष्णा भाटी, प्रमोद जैन, हनुमानदास भाटी, सुभाषचंद्र गोयल, जगदीश जिंदल, ललित शर्मा, महावीर असरावां, सुभाष अग्रवाल, पवन जैन, विजय गर्ग, ताराचंद बरवालिया, राकेश शर्मा, सुभाष मित्तल, राजेश मोंगा, अनूप बसंल, चंद्रमोहन गोयल, गौरव व कपिल आदि मौजूद थे। 11/05/2014

Sources

ShortNews in English:
Sushil Bafana

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