Update
Source: © Facebook
👉 भीलवाड़ा: "आध्यात्मिक मिलन"
प्रस्तुति: 🌻तेरापंथ संघ संवाद🌻
Source: © Facebook
👉 शाहीबाग, (अहमदाबाद): "आध्यात्मिक मिलन"
प्रस्तुति: 🌻तेरापंथ संघ संवाद🌻
Update
👉 आचार्य तुलसी की कृति- श्रावक संबोध की श्रृंखला - 6प्रस्तुति - 🌻तेरापंथ संघ संवाद🌻
💢⭕💢⭕💢⭕💢⭕💢⭕
कल से आगे -
📝 श्रावक संबोध-6 📝
लय- देव तुम्हारे...।
~~~~~~~~~~
6.
रहे भक्ति में शक्ति-संतुलन,
महा-अणु-व्रत का आधार।
जिनशासन की यह व्यापकता,
यूनिवर्सल श्री वीर-विचार।।
अर्थ - "शक्ति के अनुसार भक्ति" - यह एक कहावत है। भक्ति में शक्ति का संतुलन बिठाने के लिए महाव्रत (अनगार धर्म) और अणुव्रत (अगार धर्म) को आधार बनाया जा सकता है। महाव्रत और अणुव्रत का वर्गीकरण जिनशासन की व्यापकता और भगवान महावीर के सार्वभौम विचारों का प्रतीक है ।
भाष्य - शक्ति सारू भक्ति - यह एक आम कहावत है। भगवान महावीर ने इसको चरितार्थ कर दिया। वे केवल भक्ति के आधार पर साधना करने के पक्ष में नहीं थे।
उन्होंने कहा -
बलं थामं च पेहाए,
सद्धामारोगमप्पणो।
खेत्तं कालं च विण्णाय,
तहप्पाणं निजुंजए।।
व्यक्ति अपने बल, पराक्रम, श्रद्धा और आरोग्य को देखकर, क्षेत्र एवं काल को जानकार आत्मा का नियोजन करे। इस कथन का तात्पर्यार्थ यह है कि शक्ति अनुसार तप आदि का आचरण करना चाहिए।
प्रस्तुत पद्य में यूनिवर्सल शब्द का प्रयोग विशेष उद्देश्य से किया गया है। इसका अभिप्राय यह है कि जैनदर्शन में कहीं कोई संकीर्णता नहीं है। वह वर्ण, जाति, देश, भाषा आदि में उलझा हुआ नहीं है। जैन लोग जैनधर्म की व्यापकता और सार्वभौमता का अनुभव कर उसे व्यापक बनाने का प्रयास करें, यह आवश्यक है।
क्रमशः....कल
प्रस्तुति - 🌻तेरापंथ संघ संवाद🌻
💢⭕💢⭕💢⭕💢⭕💢⭕
News in Hindi
Source: © Facebook
👉 नैतिकता और नशा मुक्ति के पथ पर बढ़ते जाएँ ।
सद्भभावों के संस्कारों की घर-घर अलख जगाएँ ।।
👉 सद्भावना, नैतिकता व नशामुक्ति का संदेश देती "अहिंसा यात्रा" के पाँच दिवसीय 'तेजपुर' प्रवास का आज तृतीय दिवस
👉 पूज्य प्रवर प्रेरणादायी उद्बोधन प्रदान करते हुए..
दिनांक:- 07-05-2016
📝 धर्म संघ की तटस्थ एवं सटीक जानकारी आप तक पहुंचाए
🌻"तेरापंथ संघ संवाद"🌻
Source: © Facebook