Posted on 22.05.2025 06:31
*_22 मई_*निष्ठा क्रिया की आत्मा है।
उसके बिना महान् कार्य नहीं किया जा सकता।
- आचार्य महाश्रमण
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📲 प्रस्तुति : *आदर्श साहित्य विभाग, जैन विश्व भारती*
📲 संप्रसारक : *अभातेयुप जैन तेरापंथ न्यूज़*
Source: © Facebook
*22 मई*
*कब क्या हुआ!*
- जाने तेरापंथ के इतिहास को
*सन् 1990 मे मच्छरदानी के प्रतिलेखन को लेकर एक नई विधि निर्धारित हुई।*
*मच्छरदानी का प्रतिलेखन*
सन् 1990 (वि. सं. 2046 ) में निर्णय हुआ कि ऊनी वस्त्र की तरह मच्छरदानी भी अप्रतिलेखनीय हो सकती है । ऊनी वस्त्र को जब काम में न लिया जाये तो उसे धूप में रखकर अप्रतिलेख्य बनाया जा सकता है | वैसे ही मच्छरदानी भी अप्रतिलेख्य हो सकती है । वर्तमान के नियम के अनुसार जब मच्छरदानी लगाई जाए, तब प्रतिलेखनीय है । प्रातः प्रतिलेखन के समय से पूर्व भी विद्युत के प्रकाश में उसकी प्रतिलेखना की जा सकती है ।
जैन धर्म को जानने के लिए चैनल से जुड़े - https://whatsapp.com/channel/0029VayfLav6GcG8zAG6gz2G
*समण संस्कृति संकाय*
कार्यालय संपर्क सूत्र-
*9784762373, 9694442373, 9785442373*
📲 प्रस्तुति : *समण संस्कृति संकाय, जैन विश्व भारती*
📲 संप्रसारक : *अभातेयुप जैन तेरापंथ न्यूज़*
*कब क्या हुआ!*
- जाने तेरापंथ के इतिहास को
*सन् 1990 मे मच्छरदानी के प्रतिलेखन को लेकर एक नई विधि निर्धारित हुई।*
*मच्छरदानी का प्रतिलेखन*
सन् 1990 (वि. सं. 2046 ) में निर्णय हुआ कि ऊनी वस्त्र की तरह मच्छरदानी भी अप्रतिलेखनीय हो सकती है । ऊनी वस्त्र को जब काम में न लिया जाये तो उसे धूप में रखकर अप्रतिलेख्य बनाया जा सकता है | वैसे ही मच्छरदानी भी अप्रतिलेख्य हो सकती है । वर्तमान के नियम के अनुसार जब मच्छरदानी लगाई जाए, तब प्रतिलेखनीय है । प्रातः प्रतिलेखन के समय से पूर्व भी विद्युत के प्रकाश में उसकी प्रतिलेखना की जा सकती है ।
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🌞 *नवप्रभात के प्रथम दर्शन* 🌞
22 मई, 2025
*प्रस्तुति : अभातेयुप जैन तेरापंथ न्यूज़*
22 मई, 2025
*प्रस्तुति : अभातेयुप जैन तेरापंथ न्यूज़*
Source: © Facebook