Update
Source: © Facebook
Source: © Facebook
Source: © Facebook
Waoww
Source: © Facebook
द्वितीय महामस्तकाभिषेक महोत्सव 04 जून से 09 कुंडलपुर दमोह म.प्र. में संत शिरोमणी आचार्य 108 श्री विद्यासागर जी महराज ससंघ विराजमान है जय बड़े बाबा- जय छोटे बाबा- जय जय गुरुदेव
Source: © Facebook
प्रभु पतित पावन मैं अपावन, चरण आयो शरण जी।
यों विरद आप निहार स्वामी, मेट जामन मरण जी॥
तुम ना पिछान्यो आन मान्यो, देव विविध प्रकार जी।
या बुद्धि सेती निज न जान्यो, भ्रम गिन्यो हितकार जी॥
भव-विकट-वन में कर्म बैरी, ज्ञान धन मेरो हर्यो।
सब इष्ट भूल्यो भ्रष्ट होय, अनिष्ट गति धरतो फिर्यो॥
धन घड़ी यों धन दिवस यों ही, धन जनम मेरो भयो।
अब भाग्य मेरो उदय आयो, दरश प्रभु को लख लयो॥
छवि वीतरागी नग्नमुद्रा, दृष्टि नासा पै धरैं।
वसु प्रातिहार्य अनन्त गुण-युत कोटि रवि छवि को हरैं॥
मिट गयो तिमिर मिथ्यात्व मेरो, उदय रवि आतम भयो।
मो उर हरष ऐसो भयो, मनु रंक चिंतामणि लयो॥
दोऊ हाथ जोड़ नवाऊँ मस्तक, वीनऊँ तुम चरण जी।
सर्वोत्कृष्ट त्रिलोकपति जिन, सुनहुँ तारन तरण जी॥
जाचूँ नहीं सुरवास पुनि नर, राज परिजन साथ जी।
‘बुध’ जाँचहूँ तुम भक्ति भव-भव दीजिए शिवनाथ जी॥
Update
Source: © Facebook
आचार्य श्री जी के नजरों से होकर आयी, श्री शांतिनाथ स्वामी जी की मूर्ति, जो प्रतिष्ठा (पंच-कल्याणक 2016 May 07 to 16 @ Chichwad Pune MS Bharat) के बाद विराजेंगे पुसद, महाराष्ट्र (विदर्भ) भारत में।
-Info with pic by @Samprada Jain -thanks her
News in Hindi
Source: © Facebook
आचार्य भगवन श्री विद्यासागर जी महाराज के पावन सानिध्य में कल 30 अप्रैल को दोपहर 1 बजे, सिद्ध क्षेत्र श्री कुण्डलपुर में एक आवश्यक सभा का आयोजन । जिसमे 4 से 9 जून को होने बाले बड़े बाबा के महा मस्तकाभिषेक आयोजन की अंतिम रूप रेखा एवं कलश आवंटन के बारे में विचार किया जाएगा । तीर्थ क्षेत्र कुण्डलपुर कमेटी अध्यक्ष श्री सन्तोष सिंघई जी का आप सभी से निवेदन- कृपया अधिक से अधिक संख्या में पधारें ।
■ पूज्य मुनिश्री समय सागर जी महाराज ससंघ का मंगल प्रवेश अभी कालानी नगर, इंदौर में हुआ ।
■ पूज्य मुनिश्री सुधासागर जी महाराज ससंघ का मंगल प्रवेश सलूम्बर में हुआ । उदयपुर अब 71 किमी दूर ।
Source: © Facebook
Source: © Facebook
Live Click:) @ Kundalpur
Source: © Facebook
Exclusive:)) subah subah chote baba darshan
Source: © Facebook