Update
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*श्रावक सन्देशिका*
👉 पूज्यवर के इंगितानुसार श्रावक सन्देशिका पुस्तक का सिलसिलेवार प्रसारण
👉 श्रृंखला - 3 - श्रावक दायित्व
कल्याण परिषद का स्वरूप क्रमशः हमारे अगले पोस्ट में....
📝 धर्म संघ की तटस्थ एवं सटीक जानकारी आप तक पहुंचाए
🌻 *तेरापंथ संघ संवाद* 🌻
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👉 जींद - कोन बनेगा ज्ञानवान प्रतियोगिता का आयोजन
👉 बालीगंज (कोलकाता) - ज्योत्सना गृह शोभा सेमिनार आयोजित
👉 अहमदाबाद - "बजट एनालिसिस -२०१७" कार्यक्रम का आयोजन
👉 गुडियातम - भाग्य अजमाओ प्रतियोगिता आयोजित
👉 बारडोली - जैन संस्कार विधि से सामूहिक जन्मोत्सव
प्रस्तुति - 💐 *तेरापंथ संघ संवाद*🌻
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Update
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आचार्य तुलसी की कृति...'श्रावक संबोध'
📕अपर भाग📕
📝श्रृंखला -- 211📝
*तेरापंथ*
गतांक से आगे...
आचार्य भिक्षु ने धर्मसंघ के लिए जो मर्यादाएं बनाईं, उनमें कुछ मर्यादाएं मौलिक हैं। उत्तरवर्ती आचार्य उन्हीं के आधार पर शासन का संचालन कर रहे हैं। आज की भाषा में उन मर्यादाओं का स्वरूप इस प्रकार है--
*1.* सर्व साधु-साध्वियां एक आचार्य की आज्ञा में रहें।
*2.* विहार-चातुर्मास आचार्य की आज्ञा से करें।
*3.* अपने शिष्य न बनाएं।
*4.* आचार्य योग्य व्यक्ति को ही दीक्षित करें। दीक्षित करने पर कोई अयोग्य निकले तो उसे गण से अलग कर दें।
*5.* आचार्य अपने गुरुभाई या शिष्य को उत्तराधिकारी चुनें तो सब साधु-साध्वियां सहर्ष स्वीकार करें।
साधु-साध्वियां संघ के अंग हैं, वैसे ही श्रावक-श्राविकाएं भी संघ से अभिन्न हैं। संघ की अखण्डता और विकास में श्रावक समाज का भी पूरा योग रहता है। आचार्य श्री तुलसी ने श्रावकों के लिए भी एक निष्ठापत्र का निर्माण किया, उसका स्वरूप इस प्रकार है--
मैं तेरापंथ धर्मशासन का अनुयायी श्रावक/श्राविका हूं। इसका मुझे गौरव है। मैं इसे जीवन-विकास का तथा समस्याओं के समाधान में सबसे बड़ा आलम्बन मानता हूं। अतः अपने दायित्व-निर्वाह तथा आस्था की पुष्टि के लिए मैं इन संकल्पों को स्वीकार करता हूं--
*1.* मैं आचार्य भिक्षु की मर्यादा, तेरापंथ धर्मशासन तथा शासनपति के प्रति समर्पित रहूंगा।
*2.* मैं शासन की अखण्डता के लिए सतत जागरूक रहूंगा। दलबन्दी को प्रोत्साहन नहीं दूंगा।
*3.* मैं शासन से बहिर्भूत व्यक्ति (टालोकर) को प्रश्रय नहीं दूंगा।
*4.* मैं आचार्य की आज्ञा के प्रतिकूल प्रवृत्ति को समर्थन नहीं दूंगा।
*5.* शासन के किसी साधु-साध्वी में दोष जान पड़े तो स्वयं उसे या आचार्य को जताऊंगा। प्रचारित नहीं करूंगा।
*6.* मैं अपने खान-पान की शुद्धि बनाए रखूंगा।
*7.* मैं प्रतिदिन एक सामायिक या कम से कम बीस मिनट धर्मोपासना करूंगा।
👉 *नोट--* उपरोक्त श्रावक निष्ठापत्र श्रावक संबोध पुस्तक के अनुसार है। नवीन संशोधित *(मुख्यतः 7 वां बिन्दु)* श्रावक निष्ठापत्र जो वर्तमान में अनुकरणीय है, वह श्रावक-संदेशिका पुस्तक में निर्दिष्ट है।
*तेरापंथ धर्म संघ में एक से बढ़कर एक श्रद्धावान समर्पित श्रावक हुए हैं। उनकी समर्पण और श्रद्धा की गाथाएं पढ़ेंगे और प्रेरणा पाएंगे…* हमारी अगली पोस्ट में... क्रमशः।
प्रस्तुति --🌻तेरापंथ संघ संवाद🌻
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News in Hindi
👉 सिकंदराबाद - तेरापंथ प्रोफेशनल फोरम हैदराबाद द्धारा "बजट 2017 - आप पर प्रभाव" कार्यक्रम आयोजित
👉 कोलकाता - ज्योत्सना गृह शोभा सेमिनार आयोजित
👉 सांताक्रुज, मुम्बई - दीक्षार्थी मंगल भावना कार्यक्रम
👉 दोंडाईचा(महाराष्ट्र) - शासन श्री अलंकरण अभिनन्दन समारोह
👉 खामगांव (महा) - आध्यात्मिक मिलन
प्रस्तुति -🌻 *तेरापंथ संघ संवाद* 🌻
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08 फरवरी का संकल्प
तिथि:- माघ शुक्ला द्वादशी
मनुष्य जीवन है दुर्लभ विस्मृत न हो जाए यह चिंतन।
कदम बढ़े उसी दिशा में जहाँ बन सकें हम अकिंचन।।
📝 धर्म संघ की तटस्थ एवं सटीक जानकारी आप तक पहुंचाए
🌻 *तेरापंथ संघ संवाद* 🌻
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