News In English
Location: | Sujangarh |
Headline: | Acharya Mahashraman Gave New Height To Sangh ◄ Sadhvi Rajimati |
Content: | Amrit Mahotsav celebrated at Dasani Bhavan in presence of Sadhvi Rajimati. Sadhvi Rajimati, Sadhvi Karuna Shree and Sadhvi Samata Shree presented a song titled "Live In Our Heart" for Acharya Mahashraman. Sadhvi Rajimati described Acharya Mahashraman a great person in tap, sadhana and in knowledge. |
News in Hindi:
म्हारै मन सदा बिराजो गणमाली-साध्वी राजीमती,साध्वी करुणाश्री,साध्वी समताश्री
सुजानगढ़. अमृत महोत्सव को संबोधित करती साध्वी राजीमती।
सुजानगढ़ 15 मई 2011 (जैन तेरापंथ समाचार ब्योरो राजस्थान कार्यालय)
कस्बे के दस्सानी भवन में रविवार को तेरापंथ सभा के तत्वावधान में आचार्य महाश्रमण का 50 वां जन्म दिवस अमृत महोत्सव के रूप में मनाया गया।शासन गौरव साध्वी राजमती के सानिध्य में हुए कार्यक्रम की अध्यक्षता विजयराज सिंधी ने की। जबकि पूर्व जिला प्रमुख रामदेव ढाका मुख्य अतिथि व पालिकाध्यक्ष डॉ. विजयराज शर्मा विशिष्ट अतिथि थे। कार्यक्रम की शुरूआत ज्ञान शाला के ज्ञानार्थियों ने महाश्रमण अष्टकम व तेरापंथ महिला मंडल एवं कन्या मंडल की बहिनों ने गीतिका से की। बाद में अमृत महोत्सव के उपलक्ष में आचार्य महाश्रमण द्वारा भेजे गए पावन पाथेय का साध्वी करुणाश्री ने व साध्वी प्रमुखा कनकप्रभा के पावन पाथेय का साध्वी समताश्री ने वाचन किया। इस अवसर पर साध्वी राजमती ने कहा कि आचार्य महाश्रमण एक तपोश्रेष्ठ, ज्ञान श्रेष्ठ व साधना श्रेष्ठ महापुरुष है। जिन्होंने अपने संयम से धर्मसंघ को नई ऊंचाइयां प्रदान की है। साध्वी ने कहा कि जिसमें अभिमान व अंहकार न हो भगवान उसी के पास आते है। मुख्य अतिथि ढाका ने कहा कि हिंदुस्तान में धर्म और संप्रदाय अनेक बने व विलुप्त हो गए। जैन धर्म का आज भी अस्तित्व इसलिए बना हुआ कि इस धर्म संघ के श्रावकों में अपने धर्म के प्रति आस्था है। इस अवसर पर उपस्थित साध्वी वृंदों ने शासन गौरव साध्वी राजमती द्वारा रचित गीतिका म्हारै मन सदा बिराजों गणमाली पेश की तो उपस्थित श्रावक समाज भाव विभोर हो उठा। कार्यक्रम में समारोह अध्यक्ष विजयराज सिंघी, तेरापंथ सभा के अजय चोरडिय़ा व तेयुप अध्यक्ष संजय बोथरा ने भी विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर तेरापंथ सभा मंत्री विजयङ्क्षसह बोरड़, धर्मचंद बोथरा व तनसुख लोढ़ा ने अतिथियों का साहित्य भेंट कर सम्मान किया। कार्यक्रम में हाजी शमसुद्दीन स्नेही, युवा चेतना मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रदीप सुराणा, बुद्धिप्रकाश सोनी, बाबूलाल फूलफगर, आईसी जैन, नगराज सेठिया, कन्हैयालाल तूनवाल व विद्याप्रकाश बागरेचा सहित अनेक जैन धर्मावलंबी उपस्थित थे। कार्यक्रम के अंत में सभा के मंत्री विजयङ्क्षसह बोरड़ ने अतिथियों का आभार जताया। संचालन वंदना कुंडलिया ने किया।