News in English:
Location: | Koyal |
Headline: | High Morale is Powerful◄ Acharya Mahashraman |
News: | Acharya Mahashraman motivated people to be powerful. He classified power in three categories: 1. Physical 2. Mental 3. Spiritual. We should have control over our mental attitude as mental power is important. History shows us that those people, who were powerful with high morale, have done something unique. Mental power is gained by internal force. |
News in Hindi:
सबसे बड़ी होती है मन की ताकत-आचार्य महाश्रमण
आचार्य महाश्रमण
गजपुर 15 JUNE 2011 जैन तेरापंथ समाचार ब्योरो
आचार्य महाश्रमण ने कहा कि मन के अधीन होकर व्यक्ति को दुर्लभ मनुष्य जीवन नादानी में नहीं गवाना चाहिए। मन की ताकत सबसे बड़ी ताकत है जो किसी भी समय कुछ भी करवा सकती है। यह ताकत तीन प्रकार की होती है। शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक। वे बुधवार को कोयल गांव में प्रवचन कर रहे थे। आचार्य ने कहा कि शारीरिक ताकत तो स्पष्ट नजर आ जाती है, लेकिन मानसिक बल प्रकट में दिखाई नहीं देता है, उसका परिणाम ही दिखाई देता है। आचार्य ने कहा कि इस मनोबल के कारण ही व्यक्ति दूसरे व्यक्ति से अलग है। मनोबल ही उसकी सही पहचान बनाती है। मनोबल ही उसके व्यक्तित्व का निर्माण करता है। शारीरिक शक्ति तो बाहर से प्राप्त होती है, उस पर बाहरी तत्व पूरा प्रभाव डाल सकते हैं, लेकिन मानसिक शक्ति का विकास तो अंदर से होता है। यह हमारी आंतरिक शक्ति है। मन ही है जो तन को शक्ति देता है। हम महापुरुषों के जीवन चरित्र पढ़ते है। हमें यह पढ़कर बहुत आश्चर्य होता है कि उनमें ऐसी कौनसी असाधारण शक्ति थी जिसके कारण उन्होंने कल्पनातीत कार्य कर दिखाए। विचार करने पर यही बात उभरती है, कि उनकी मानसिक शक्ति औरों से कहीं अधिक प्रबल थी जिसने उनको असाधारण बना दिया। उन्होंने मनुष्य जीवन का पूरा लाभ उठाने की बात कही। श्रावकों को उन्होंने व्यसन मुक्त जीवन की सीख भी दी।
कोयल के समान मीठा रहना चाहिए
साध्वी कनकप्रभा ने कोयल गांव के बाशिंदों को कोयल के समान मीठा स्वभाव रखने की सीख दी। उन्होंने कहा कि कोयल तथा कौवा दोनों का रंग काला होता है। दोनों दिखने में एक समान है फिर भी कौआ कड़वा तथा कोयल मीठा बोलती है। उन्होंने कहा कि इस गांव का नाम भी कोयल है। अत: यहां के लोगों को कोयल के समान मीठा एवं विनम्र बनकर रहना चाहिए। धर्मसभा का संचालन दिनेश मुनि ने किया। इससे पूर्व आचार्य महाश्रमण अपनी धवल सेना के साथ गांव गुड़ा से विहार कर कोयल पहुंचे। इस दौरान रास्ते भर ग्रामीणों ने उनकी अगवानी कर स्वागत किया।
आज सापोल पधारेंगे आचार्य महाश्रमण
आचार्य महाश्रमण गुरुवार को कोयल से विहार कर शिशोदिया का गुड़ा तथा थोरिया होते हुए सापोल गांव पहुंचेगे, सापोल में वे धर्मसभा को संबोधित करेंगे।
आचार्य ने झालों की मदार चौकी में पगल्ये धरे
झालों की मदार, खमनोर 15 JUNE 2011 जैन तेरापंथ समाचार ब्योरो
अहिंसा व शांति के दूत आचार्य महाश्रमण ने बुधवार को गांव गुड़ा से कोयल विहार के दौरान झालों की मदार पुलिस चौकी में पगल्ये धरे। चौकी प्रभारी के आग्रह पर वे यहां पहुंचे थे। आचार्य ने मादरेचों का गुड़ा में 40 लोगों को व्यसन मुक्ति की शपथ भी दिलाई। झालों की मदार तेरापंथ सभा के गणपत मेहता ने बताया कि आचार्य महाश्रमण ने गांव गुड़ा में एक दिन के प्रवास के बाद सुबह छह बजे विहार किया। गांव गुड़ा से वे झालों की मदार गांव होकर गुजर रहे थे, इस बीच गांव के बाहर स्थित पुलिस चौकी के सामने प्रभारी हैड कांस्टेबल शंकरसिंह, बहादुर मीणा ने आचार्य से चौकी में पधारने का आग्रह किया। आचार्य ने चौकी में पगल्ये धरे और व्यवस्थाओं के बारे में चौकी प्रभारी से जानकारी ली। इस दौरान राजपूत व अन्य समाज के 40 लोगों को आचार्य ने जीवन में व्यसन से होने वाले नुकसान बताए और व्यसन नहीं करने की शपथ भी दिलाई।