Short News in English:
Location: | Sardarshahar |
Headline: | Courage Needed For successes◄ Muni Vinay Kumar |
News: | Muni Vinay Kumar told devotees that problem in life is that we cannot control mind. Magic will happen if we can concentrate all energy on one point. Impossible becomes possible. Every person who shows courage becomes successful. In all filed may be it sports, business. Politics or society high morale is first thing for successes. We can raise our internal power. Our personality will be impressive by courage. In absent of confidence person cannot be courageous. |
News in Hindi:
साहस से संवरता है व्यक्तित्व: मुनि विनय
सरदारशहर, 21 JULY 2011 जैन तेरापंथ न्यूज ब्योरो सेवा
मुनि विनयकुमार आलोक ने कहा कि साहसी व्यक्ति जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में सफल होता है और साहस से ही व्यक्ति का व्यक्तित्व संवरता है।
वे सवसरण में हुई वृद्ध सभा में उपस्थित श्रद्धालुओं को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जीवन की सबसे बड़ी समस्या है अनियंत्रित मन। मन और बुद्धि को नियंत्रित नहीं करने पर मनुष्य भटकाव की स्थिति में रहता है। हमें मन को एक चिंतन के इर्द गिर्द घुमा देना चाहिए। इसी प्रक्रिया से हमारी दृष्टि लक्ष्य को परख सकती है। शरीर की सारी बौद्धिक ऊर्जा एक बिंदु पर आकर सिमट जाए तो चमत्कार हो सकता है। इससे असंभव भी संभव हो सकता है। बुद्धि को अनुसिक्त करके ही इंद्रियों को सही कार्य में नियोजित किया जा सकता है। चुनौती को स्वीकार करके खतरा उठाने वाले ही आखिरकार विजेता बनता है। खतरों से खेलने वालों के हौंसले बुलंद होते हैं। हर चुनौती उन्हें एक नई सीख देती है। हर खतरा उनके मनोबल को बढाता है। खेल हो या व्यापार, सामाजिक क्षेत्र हो या राजनीति का अखाड़ा हर जगह यही बात लागू होती है। बुद्धि का संपदा के रूप में इस्तेमाल किया जाना चाहिए, तभी व्यक्तित्व की अंतर्निहित शक्तियों को जागृत करना संभव हो सकता है। इसी से हमारा व्यक्तित्व प्रभावशाली बन सकेगा। जीवन के अंधकारमय दिनों में अपने साहस की पताका ऊंची रखने वालों को कोई भी दुश्मन हरा नहीं सकता। आत्मसम्मान और आत्माभिमान से हम साहस की भावना को विकसित कर सकते। उन्होंने कहा कि आत्मविश्वास के अभाव में व्यक्ति साहसी नहीं हो सकता।