ShortNews in English:
Amet: 28.01.2012Upavas is Part of Sadhana: Acharya Mahashraman
Title of Samaj Bhushan Awarded to Mangilal Sethia.
News in Hindi
उपवास करना भी आराधना -आचार्य श्री
आचार्य महाश्रमण ने कहा, सेठिया को समाज भूषण अलंकरण
आमेट २८ जनवरी २०१२ जैन तेरापंथ न्यूज ब्योरो
आचार्य महाश्रमण ने उपवास को एक तरह की साधना के रूप में विवेचित करते हुए कहा कि यह धर्म की ओर बढऩे का एक संकेत है। उपासना करने से विभिन्न दोषों से मुक्ति मिलती है। मनुष्य तप, आराधना, उपासना और ज्ञान अर्जन में तल्लीन रहता है और निर्जरा की दिशा में अग्रसर होता है उसे पुण्य का फल मिल सकता है।
आचार्य श्री यहां अहिंसा समवसरण में शुक्रवार को दैनिक प्रवचन सभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि व्यक्ति प्राय: पुण्य के बदले सुख की कामना करता है। वह सुख तो भोग लेता है, लेकिन विकारों को अपने जीवन में निमंत्रण दे देता है। सभा के दौरान जैन श्वेतांबर तेरापंथी महासभा की ओर से संबोधन अलंकरण समारोह भी हुआ। श्रावक समाज की सेवा भावना त्याग-तपस्या उज्ज्वल चरित्र का अंकन करते हुए आचार्य ने इन 135 श्रावक-श्राविकाओं को विशेष संबोधन दिया और महासभा की ओर से स्मृति चिन्ह भेंट किए गए। महासभा का सर्वोच्च सम्मान समाज भूषण अजातशत्रु सुजानगढ़ हाल दिल्ली निवासी मांगीलाल सेठिया और उपासक प्रवक्ता पुरस्कार घीसू लाल नाहर को दिया गया। साथ ही आमेट निवासी स्व. लक्ष्मी लाल ढीलीवाल व स्व. रोशनलाल सुराणा को श्रद्धानिष्ठ श्रावक का सम्मान दिया गया। प्रारंभ में व्यवस्था समिति के संयोजक धर्मचंद खाब्या ने स्वागत उद्बोधन दिया।
गणतंत्र दिवस पर हुआ विशेष प्रवचन सत्र
आमेट २८ जनवरी २०१२ जैन तेरापंथ न्यूज ब्योरो
गणतंत्र दिवस पर अहिंसा समवसरण में विशेष प्रवचन सत्र में आचार्य श्री ने भारत जैसे लोकतांत्रिक देश में अनुशासन और कर्तव्य निष्ठा को आवश्यक बताया है। उन्होंने कहा कि इसके अभाव में अच्छे प्रजातंत्र का सपना साकार करने में कठिनाइयां आ सकती हैं। कर्तव्य और अनुशासन के बिना लोकतंत्र का देवता विनाश को प्राप्त हो सकता है।
संयम लाइफ फाउंडेशन का शुभारंभ:
आमेट २८ जनवरी २०१२ जैन तेरापंथ न्यूज ब्योरो
आचार्य महाश्रमण ने कंकू बाई फौजमल चौधरी की स्मृति में समाज के हितार्थ संयम लाइफ फाउंडेशन का गुरुवार को दैनिक प्रवचन के उपरांत विधिवत शुभारंभ किया। यह जानकारी मैनेजिंग ट्रस्टी अर्जुनलाल चौधरी ने दी।