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मर्यादा जीवन का शृंगार: मुनि मदन कुमार
जसोल ३१ जनवरी २०१२ जैन तेरापंथ न्यूज ब्योरो जसोल
मर्यादा जीवन का शृंगार है। जीवन को आनंदमय बनाने के लिए मर्यादित जीवन जीना चाहिए। ओसवाल भवन में 148वें मर्यादा दिवस पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुनि मदन कुमार ने यह विचार व्यक्त किए।
उन्होंने कहा कि अनुशासन से ही जीवन में विकास का मार्ग प्रशस्त होता है। साध्वी गुलाब कुमारी ने कहा कि संगठन के लिए मर्यादा व निष्ठा जरूरी है। मुख्य अतिथि व पुलिस उपअधीक्षक रामेश्वरलाल मेघवाल ने कहा कि गुरु की कृपा से ही जीवन धन्य बनता है। उन्होंने कहा कि मर्यादित जीवन जीने वाला व्यक्ति जीवन में सदैव प्रगति करता है। कार्यक्रम में साध्वी भानु कुमारी, हेमरेखा, मुनि शांतिप्रिय, डूंगरचंद सालेचा व पुष्पा देवी बुरड़ ने भी अपने विचार व्यक्त किए। इससे पूर्व तेरापंथ महिला मंडल की ओर से मंगलाचरण प्रस्तुत किया गया। इस अवसर पर दीपचंद ढेलडिय़ा, पुष्पराज कोठारी, सफरु खां, कालूराम संकलेचा, महेंद्र आर तातेड़, कांतिलाल जैन व प्रवीण भंसाली सहित कई श्रावक-श्राविकाएं उपस्थित थे।