ShortNews in English:
Amet: 01.02.2012
Live Life with Strong Will Power: Sadhvi Pramukha Kanak Prabha
Sadhvi Pramukha Kanak Prabha while addressing Mewar level workshop for young women told to develop inner energy. With strong will power we can make possible to impossible. Young women should keep direction, speed, aim and destination in mind while working. Acharya Bhikshu faced many challenges. He was strong enough to cross all hurdles. He reached on height due to his strong will power. Local M.L.A. Kiran Maheshawari advised to read good literature.
News in Hindi
संकल्पित जीवन जीएं: साध्वी प्रमुखा श्री कनकप्रभाजी
आमेट में मेवाड़ स्तरीय युवती प्रशिक्षण कार्यशाला
आमेट ०१ फरवरी २०१२ जैन तेरापंथ न्यूज ब्योरो
साध्वी प्रमुखा कनकप्रभा ने महिलाओं से भीतर की ऊर्जा को सामने लाने का प्रयास करने की सीख दी है। उन्होंने कहा कि ऊर्जा को बढाने, जगाने और समुचित प्रयोग करने की आवश्यकता है। हमारा जीवन संकल्पित होगा तो अच्छी गति के साथ लक्ष्य की तरफ अग्रसर हो पाएंगे। असंभव को संभव बनाया जा सकेगा।
साध्वी प्रमुखा गांधी चौक के पास महावीर कॉम्पलेक्स में तेरापंथ महिला मंडल आमेट की ओर से मेवाड़ स्तरीय युवती प्रशिक्षण कार्यशाला में महिलाओं और युवतियों को प्रवचन दे रही थी। उन्होंने कहा कि आज के परिवेश में महिलाओं को दृष्टि, दिशा, गति और मंजिल का ध्येय बनाकर काम करने की आवश्यकता है।
हमारी संस्कृति में महिला का स्वरूप एक शक्ति के रुप में सामने आता है। वह अपनी संकल्प शक्ति से अनेक समस्याओं से लड़ते हुए मंजिल को प्राप्त करने में सफल हो ही जाती है। हमें भी अपना जीवन इसी तरह से गुंथित करने की जरूरत है। तेरापंथ धर्म संघ के प्रथम गुरु आचार्यश्री भिक्षु के जीवन में कितनी चुनौतियां थी, उन्हें कितनी मुश्किलों से सामना करना पड़ा। इसके बावजूद उन्होंने धर्म संघ की स्थापना की। इनके बाद के आचार्यों ने इसे नए शिखर की ओर अग्रसर किया।
साहित्य पढऩे की जिज्ञासा रखें:
०१ फरवरी २०१२ जैन तेरापंथ न्यूज ब्योरो
भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव एवं राजसमंद विधायक किरण माहेश्वरी ने महिलाओं से साधु-संतों के साहित्य पढऩे के प्रति जिज्ञासा रखने की बात कही। तेरापंथ महिला मंडल की ओर से प्रारंभ किया जा रहा आओ चले गांव की ओर कार्यक्रम बहुत अच्छी सोच का परिणाम है, लेकिन इसके सारगर्भित परिणाम सामने आए। इसकी अपेक्षा है। उन्होंने कहा कि महिलाओं को गांवों में जाकर परिवारों से बात करने और स्कूलों से वंचित लड़कियों को स्कूल भेजने संबंधी जागरुता फैलानी होगी। साध्वी कल्पलता ने कहा कि आन-बान और शान के प्रतीक मेवाड़ की इस धरा पर महिलाओं को संकल्प के साथ काम करने की चेष्टा रखने की आवश्यकता है। तेरापंथ महिला मंडल की राष्ट्रीय अध्यक्ष सूरज बरडिया ने मंडल कार्यकलापों की जानकारी दी।
कार्यक्रम में उपखंड अधिकारी कीर्ति राठौड़, महिला मंडल की राष्ट्रीय महामंत्री पुष्पा बैद, गौरव प्रेम सिसोदिया, सुशीला कच्छारा, कंचनदेवी बोल्या, आमेट मंडल अध्यक्ष मंजू गेलड़ा, मंत्री रेणु छाजेड़, कोषाध्यक्ष मीना गेलड़ा, सह मंत्री निवेदिता बाफना, लीला चोरडिय़ा, परामर्शक जतनदेवी, उपाध्यक्ष भगवती मूथा, सुधा मेहता, रेखा खाब्या, रिना रांका, प्रियंका हिरण आदि ने भी विचार रखे। कार्यशाला का संचालन रेणु छाजेड़ ने किया।