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Tohana: 08.04.2012
On occasion of Ramnavami Muni Kuldeep Kumar praised qualities of Lord Ram. he described him great man of Indian culture.
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भगवान राम का जीवन गुणों का विशाल संचयन: कुलदीप मुनि
Updated on: Sun, 01 Apr 2012 jtn
भगवान राम का जीवन गुणों का विशाल संचयन: कुलदीप मुनि
टोहाना, संवाद सहयोगी: भारतीय संस्कृति प्राणवान संस्कृति है। जहा समय-समय पर अनेकानेक महापुरुषों ने जन्म लेकर भारतीय संस्कृति की प्राण प्रतिष्ठा कर सम-सामयिक समस्याओं का समाधान किया है। यह उद्गार तेरापंथ जैन धर्मसंघ के आचार्य महाश्रमण के शिष्य कुलदीप मुनि ने श्री राम नवमी के अवसर पर आयोजित विशेष प्रवचनों में उपस्थित श्रावकों के समक्ष किये। उन्होने कहा कि विचार और आचार दोनों की समंविति जीवन है। उन्होने कहा कि वह जीवन सात्विक, उज्ज्वल और सुखी कहा जाता है। जिसमें विचार परिष्कृत हों और वैसा ही आचार हो। मुनि श्री ने कहा कि मर्यादा पुरूषोत्तम श्री राम का अवतरण भी भारतीय परम्परा में सात्विकता की विजय की जीवंत कहानी है। मुनि कुलदीप ने कहा कि भगवान राम का जीवन गुणों का विशाल संचयन है। उनका सम्पूर्ण जीवन और आदर्श मानवता के नाम एक प्रेरणा है। उन्होने कहा कि उनकी निस्पृहता, वचन प्रतिबद्धता, गुणग्राहक, भवत्सलता, सात्विकता, परोपकार व परायणता जैसे महान गुणों का शतास भी जीवन में अवतरित हो जाए तो हमारा जीवन स्वर्णिम और सुखद बन सकता है। मुनि जी ने कहा कि श्री राम धर्म के जीवंत रूप है। उनके गुणों का स्मरण और आचरण करते हुए व्यक्ति परम तत्व को पा सकता है। इस अवसर पर मुनि संभव कुमार व मुनि मुकुल कुमार ने भी अपनी मंगल भावना व्यक्त की।