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Jasol: 11.10.2012
Acharya Mahashraman praised work done by Mahila Mandal. He was addressing 37th Adhiveshan of Mahila Mandal. Mahila Mandal doing important work in field of Jain Scholar, Tatva Gyan. Narilok is also one of important activity. Muni Sumer mal said that women are centre point of whole family. Suraj Bararia president of Mahila Mandal told that we always inspired by Acharya Mahashraman.
News in Hindi
महिलाओं में है चेतना, स्फूर्ति व जागृति: आचार्य
Courtesy: भास्कर न्यूज
Shared by: Sanjay Mehta (JTN Bureau)
जैन तेरापंथ धर्मसंघ के आचार्य महाश्रमण ने महिला मंडल की सदस्याओं को इंगित करते हुए कहा कि महिलाओं ने विकास किया है। उनमें स्फूर्ति, चेतना व जागृति है और जागृति के लिए बार-बार मिलना जरूरी है। साध्वी प्रमुखा व साध्वियों का विशेष योग है। आचार्य बुधवार को धर्मसभा में अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल के तीन दिवसीय अधिवेशन 'सृजन' के समापन अवसर पर संबोधित कर रहे थे। आचार्य ने आचार्य तुलसी के जन्म शताब्दी अवसर पर सौ दीक्षाओं के निर्धारित लक्ष्य के संदर्भ में महिलाओं से कहा कि बाइयां भी इसमें अपना योगदान दे सकती है। बाइयों अपने परिवार में कोई दीक्षा के लिए तैयार हो, उसे मना न करें। उनकी ओर से मंगल भावना रहे कि हमारे परिवार में तैयार है, जो साधु-साध्वी बन सके। बाइयों का प्रयास रहे कि परिवार या आसपास दीक्षा के लिए तैयार हो। साधु-साध्वी बनना सौभाग्य की बात है। आचार्य ने कहा कि बाइयां तपस्या भी बहुत करती है, पर तपस्या के संदर्भ भोज व रुपए के लेन-देन के बारे में सोचें कि इसका क्या औचित्य है? तपस्या तो अध्यात्म की साधना व निर्जरा का साधन है। इसके साथ ही महिला मंडल की सदस्याओं में 5 साल के लिए तपस्या भोज नहीं करने का संकल्प किया। आचार्य ने महिला मंडल की ओर से किए जा रहे कार्यों की सुभाषंसा करते हुए कहा कि अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल द्वारा व्यवस्थित काम किया जा रहा है। नारी लोक भी एक उपयोगी उपक्रम है। संस्था को आगे बढ़ाने में यह एक सुंदर क्रम है। जैन दर्शन, तत्वज्ञान, जैन स्कॉलर का भी अच्छा काम चल रहा है। एक ठोस धरातल इसके अंतर्गत तैयार किया जा रहा है। जैन स्कॉलर का काम महिला मंडल पूरा कर रही है। महिला मंडल ने तत्वज्ञान का व्यवस्थित क्रम चलाया है, यह एक महत्वपूर्ण उपक्रम है। मंत्री मुनि सुमेरमल ने कहा कि तेरापंथ महिला मंडल सक्रिय संस्थाओं में अपना अग्रिम स्थान रखती है। महिलाओं की सक्रियता से परिवार की सक्रियता होती है, घर का आधार महिलाएं है। महिलाओं की जागरूकता, उपयोग युक्त व्यवहार व सक्रियता उन तक ही सीमित नहीं रहती, वे पूरे परिवार को जोडऩे में सक्षम होती है। इसलिए महिलाओं का सक्रिय व ज्ञानवान होना जरूरी है। कार्यक्रम के प्रारंभ में बालोतरा महिला मंडल द्वारा मंगल संगान किया गया। महिला मंडल की राष्ट्रीय अध्यक्ष सूरज बरडिय़ा ने महिलाओं के कार्यों का उल्लेख करते हुए आचार्य से सदैव प्रेरणा प्राप्त करने अपना वक्तव्य दिया। अभातेमम की चीफ ट्रस्टी सुशीला पटावरी ने 31,151 आयंबिल के फॉर्म आचार्य को उपहृत किए। मुंबई शाखा की अध्यक्षा निर्मला चिंडालिया ने अपना वक्तव्य दिया। शिल्पा बैद ने महिला सशक्तिकरण पर अपना वक्तव्य दिया। संचालन सोनाली पटावरी ने किया।
सम्मान समारोह आयोजित: अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल की ओर से दिए जाने वाले पुरस्कारों में प्रतिभा पुरस्कार उदयपुर मजिस्ट्रेट मेघना गेलड़ा को, श्राविका गौरव पुरस्कार अणचीदेवी कुहाड़ व श्रीमती प्रेम सेठिया को दिया गया। राष्ट्रीय अध्यक्षा सूरज बरडिय़ा, चीफ ट्रस्टी सुशीला पटावरी व महामंत्री पुष्पा बैद ने प्रशस्ति पत्र व शील्ड प्रदान किए। मजिस्ट्रेट मेघना, अध्यक्षा सूरज बरडिय़ा, अणचीदेवी ने अपने विचार व्यक्त किए। महामंत्री पुष्पा बैद ने आभार ज्ञापित किया। संचालन पुष्पादेवी बैंगाणी ने किया।
जसोल. अधिवेशन के समापन अवसर पर उपस्थित तेरापंथ महिला मंडल सदस्याएं।
जसोल. महिला मंडल की सदस्याओं द्वारा बनाए गए हस्तशिल्प उत्पादों को देखते आचार्य व उत्कृष्ट कार्यों के लिए सम्मानित करतीं मंडल की पदाधिकारी।
जसोल में आयोजित अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल के तीन दिवसीय अधिवेशन 'सृजन' का समारोहपूर्वक समापन, आचार्य के समक्ष महिला मंडल की सदस्याओं ने 5 साल के लिए तपस्या भोज नहीं करने का संकल्प किया