ShortNews in English
Tapara: 14.02.2013 Acharya Mahashraman said that religion is greatest shelter. He defined religion as Non-violence, Sanyam and Tap. He told to keep compassion for all living creatures.
News in Hindi
आत्मा को साधने वाले होते हैं साधु: आचार्य
जय मर्यादा समवसरण: धर्म धुरंधर पर 'धम्मं सरणं गच्छामि' पर हुआ प्रवचन
टापरा 13 फरवरी 13 जैन तेरापंथ न्यूज ब्योरो
'दुनिया में धर्म से बड़ा कोई शरणदाता नहीं है। अर्हतों की शरण ली जाती है, सिद्धों और साधुओं की शरण ली जाती है। वह शरण इसलिए ली जाती है क्योंकि इनके साथ धर्म जुड़ा हुआ है। अर्हत हमारे परम उपकारी धर्म का प्रतिपादन करने वाले होते हैं। अर्हत केवल ज्ञानी होने के साथ अधिकृत प्रवचनकार ज्ञान देने वाले होते हैं। दुनिया में इस प्रकार उत्तम आदमी तीर्थंकर होते हैं। वे अध्यात्म जगत के महा सूर्य होते हैं। भौतिक रूप से भी पुण्य संपन्न होते हैं। इनमें धर्म की साधना होती है।' ये उद्गार तेरापंथ धर्मसंघ के आचार्य महाश्रमण गुरुवार को टापरा में आयोजित धर्मसभा को संबोधित करते हुए दे रहे थे।