ShortNews in English
Chhapar: 01.03.2013
Santhara of Muni Jasraj is Completed and Last Rites Took Place. Thousand of people joined last journey.
News in Hindi
मुनि जसराज का देवलोक गमन
संथारा तपस्या में थे, बैकुंठी यात्रा में शामिल हुए सैकड़ों श्रावक
छापर 01 मार्च 2013 जैन तेरापंथ न्यू ब्योरो
जैन संत मुनि जसराज का गुरुवार सुबह करीब साढ़े दस बजे देवलोकगमन हो गया। वे छापर सेवा केंद्र में संथारा तपस्या में थे।
हनुमानगढ़ के भादरा कस्बे में जन्मे मुनि जसराज दो साल से छापर में प्रवासरत थे। उनके अंतिम दर्शन के लिए सैकड़ों श्रावक पहुंचे। शाम 4.15 बजे बैकुंठी यात्रा निकाली गई। गाजे-बाजे के साथ यात्रा भिक्षु साधना केंद्र से रवाना हुई जो सिंघी पोळ, चौपड़ा बाजार, पुरानी मोटर गैराज व अशोक स्तंभ होते हुए मोक्ष धाम पहुंची। जहां मुनि जसराज की देह को पंचतत्व में विलीन किया गया। हरियाणा से आए उनके संसारिक भतीजे बाबूलाल बोथरा, विनोद बोथरा व गुलाबचंद बोथरा ने मुखाग्नि दी। यात्रा रवानगी से पहले मुनि सुमेरमल सुदर्शन ने भिक्षु साधना केंद्र में मंगल पाठ सुनाया। मुनि जयंत कुमार, मुनि तन्मय कुमार व मुनि अनुशासन कुमार भी मौजूद थे। बैकुंठी यात्रा में छापर तेरापंथ सभा के प्रवक्ता प्रदीप सुराणा, रूपचंद दुधोडिय़ा, विमल दुधोडिय़ा, जीवणमल मालू, आलोक नाहटा, मंजू देवी दुधोडिय़ा, शांति देवी, कंचन देवी नाहटा, सरोज भंसाली, ज्योति दुधोडिय़ा, हर्षा दुधोडिय़ा व लोमा भंसाली समेत सैकड़ों श्रावक शामिल हुए। चाड़वास, बीदासर, रतनगढ़, सुजानगढ़, लाडनूं, पडि़हारा व राजलदेसर से सैकड़ों जैन श्रावक पहुंचे थे।