Hindi:
❖ कलश स्थापना की 'बोली' साधुत्व की कसोटी नहीं ❖ आप जिन्हें देख रहे हैं ये गृहस्थ जीवन के मामा- भांजे रहें पर मामा जी श्री रंजीत भैया अब मुनि श्री संस्कार सागर जी बन गये और भांजे श्री सुधीर जैन "मौनूभैया" जी अब मुनि श्री ओम्कारसागर बन गये! नमन है मुनि श्री द्वय को । „smile“-Emoticon आचार्य श्री विद्यासागर जी गुरु पूर्णिमा पर तीन मुनि दीक्षा वीना-बारह में दी गयी!