05.10.2015 ►Acharya Shri VidyaSagar Ji Maharaj ke bhakt ►News

Published: 05.10.2015
Updated: 05.01.2017

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❖ Jainism -the Philosophy ❖ तुझे जब देखू, सब कुछ फीका फीका लागे रे
मेरे जीवन में तेरी वाणी, ओ केवलज्ञानी!
एक एक अक्षर, मीठे बेर सम मिठास घोले रे

मन करता है तेरे चरणों में मैं, जल बनकर ढुल जाऊ,
मन करता है पद चिन्हों को मैं, अपना मार्ग बनाऊ,

रचना: @ Nipun Jain -Admin

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❖ Jainism -the Philosophy ❖ वर्षो से गुटखा बनाने का काम कर रहे फैक्ट्री मालिक इसकी लत से खुद ही मुंह के कैंसर के शिकार हो गए उन्होंने कारोबार बंद करने का फैसला लिया है। 52 साल के विजय तिवारी की छह बार कीमोथैरेपी हो चुकी है और 36 चरणों में रेडिएशन के दर्द का सामना कर चुके हैं। तिवारी ने बताया कि स्वाद का परीक्षण करते-करते वे दिन में 25 पुडिया खाने लगे। वर्ष 2011 में उन्हें मुंह के कैंसर का पता चला।

ऎसे लगी लत: तिवारी ने अपने उत्पाद को चेक करने के मकसद से गुटखा खाना शुरू किया था। थोड़े ही दिन बाद उन्हें गुटखा खाने की लत लग गई और रोजाना करीब 25 पैकेट खाने लग गए।

1 रूपए में असली फ्लेवर संभव नहीं" असली केसर के स्वाद वाला गुटखा आपको एक रूपए में कैसे मिल सकता है? एक किलो केसर की कीमत 1.6 लाख रूपए है, जबकि कैमिकल फ्लेवर की महज 2300 रूपए प्रति किलो। इलायची का मूल्य 19000 रूपए प्रति किलो है, जबकि इसका फ्लेवर 1500 रूपए में ही मिल जाएगा। 12 लाख रूपए कीमत वाले रूह गुलाब के बजाय 25 हजार रूपए के केमिकल फ्लेवर से काम चलाया जा सकता है। असली और नकली चीजों के दाम में इतना बड़ा अंतर होता है, इसलिए कोई भी गुटखा मेन्युफेक्चरिंग कंपनी असल खुशबू का इस्तेमाल नहीं करती है।

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❖ Jainism -the Philosophy ❖ जय जिनेन्द्र धर्मानुरागी बंधुओ, जैसा कि आपको पता है www.jinvaani.org वेबसाइट पर संत महान आत्माओ के प्रवचन डाउनलोड के लिए उपलब्ध है, जैसे आचार्य श्री विद्यासागर जी, आचार्य वर्धमानसागर जी, आचार्य श्री विशुद्धसागर जी, मुनि श्री नियमसागर जी, मुनि श्री सुधासागर जी, मुनि श्री क्षमासागर जी, मुनि श्री प्रमाणसागर जी, क्षुल्लक श्री ध्यानसागर जी, पूज्य गणेश प्रसाद वर्णी जी, पूज्य जिनेन्द्र वर्णी जी आदि विशिस्ट व्यक्तियो के प्रवचन का विभिन्न विषयो पर अकल्पनीय तथा विपुल भण्डार मौजूद है जो कि लगभग 300GB का है तथा ऊपर दिए गए सब महाराज लोगो का बहुत बहुत बड़ा प्रवचन का संग्रह है जो कि लिखा नि नहीं जा सकता इतना बड़ा है! तथा साथ में श्री रविन्द्र जैन आदि के अध्यात्मिक भजन संग्रह, पूजन, स्तोत्र, स्तुति, स्तवन, मंत्र आदि का भी बहुत बड़ा भण्डार इस वेबसाइट पर मौजूद है! आप सब इस वेबसाइट से डाउनलोड करे और ज्यादा से ज्यादा लोगो को बताए ताकि सब लोग इसका पूर्णरूप से फायेदा ले सके!

*एक विशेष बात: अगर आप ऐसे किसी व्यक्ति जो जानते है जो इन प्रवचन को सुनना चाहते है पर डाउनलोड नहीं कर सकते या डाउनलोड नहीं करपारहे परन्तु वे सुनना चाहते है अगर उनको CD इत्यादि कि माध्याम से मिल जाए, ऐसी परिस्थिति के लिए पेज के एडमिन द्वारा CD को कूरियर द्वारा भेज सकते है, जिन भी महाराज के जिस भी विषय पर वे प्रवचन सुनना चाहते हो! हमारा उदेश्य रत्न जिनवाणी को घर घर तक पहुचाना है जो भी सुनने और मनन के इक्छुक हो! धन्यवाद -Nipun Jain -ADMI

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