News in Hindi
Source: © Facebook
🚩🚩🚩आचार्य देशना🚩🚩🚩
🇮🇳"राष्ट्रहितचिंतक"जैन आचार्य 🇮🇳
आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज
तिथि: माघ कृष्ण चतुर्दशी, २५४२
मोक्ष कल्याणक: श्री १००८ आदिनाथ भगवान
------------------
सूत्र कभी भी
बासा नहीं होता सो
नया न मांगे
भावार्थ: कभी कभी ध्यान से पढ़ने और जीवन में उतारने से एक ही सूत्र हमारे जीवन का कल्याण कर देता है । और कभी कभी हजारों ग्रन्थ पढ़ने पर भी जीवन की दिशा नहीं बदलती ।सूत्र कभी भी पुराना नहीं होता । हर सूत्र को हमे स्मृति में रखने की आवश्यकता है इसलिए आचार्य श्री कहते हैं कि हर बार नया सूत्र मांगने की अपेक्षा पहले दिए हुए सूत्रों पर विचार करना चाहिए । इस हाईको को ध्यान में रखते हुए हम पिछले सप्ताह में भेजे हुए सूत्रों को रविवार को एक बार फिर भेज रहे हैं । आपको श्री १००८ आदिनाथ स्वामी के मोक्ष कल्याणक की शुभकामनाएं ।
जितना चाहा
जो चाहा जब चाहा
क्या कभी मिला
--- माघ कृष्ण त्रयोदशी, २५४२
----------------------------------------------
परिचय से
परीषह बीमारी
आई न करो
--- माघ कृष्ण द्वादशी, २५४२
-------------------------------------------------
सम्यक् धारणा
मार्ग प्रशस्त कर
मोक्ष ले जाती
--- माघ कृष्ण एकादशी, २५४२
-------------------------------------------------
हाथ डालो तो
वामी में सर्प को भी
सुधा दो हो तो
--- माघ कृष्ण दशमी, २५४२
-------------------------------------------------------
आगे बनूँगा
अभी प्रभु पदों में
बैठ तो जाऊं
--- माघ कृष्ण नवमी, २५४२
--------------------------------------------
भक्ति बहुत
फिर भी अपमान
विवेक न था
--- माघ कृष्ण अष्टमी, २५४२
---------------------------------------------
ऐसे सन्देश प्रतिदिन अपने फ़ोन पर प्राप्त करने के लिए इस नंबर को अपने फ़ोन में जोड़ें और व्हाट्सप्प के माध्यम से अपना नाम, स्थान एवं आयु सूचित करें ।
यदि पहले ही आप इस ब्रॉडकास्ट सेवा "आचार्य श्री के भक्त" के हमारे प्रतिनिधि से जुड़ चुके हैं तो आवश्यक नहीं है । -------------------------
7721081007
मोबाइल ब्रॉडकास्ट सेवा
"राष्ट्र हित चिंतक"आचार्य श्री के सूत्र ----------------------------