Update
★ भगवान पार्श्वनाथ जयंती आयोजित।
💠 *बीकानेर*
💠 *दिल्ली*
💠 *बैतूल*
23.12.2016
प्रस्तुति > *तेरापंथ मीडिया सेंटर*
Downloadⓣⓜⓒapp ➡"https:/play.google.com/store/apps/details?id=com.tmc.news"
Source: © Facebook
Source: © Facebook
Source: © Facebook
News in Hindi
🌎 आज की प्रेरणा 🌏
प्रवचनकार - आचार्य श्री महाश्रमण
प्रस्तुति - अमृतवाणी
आलेखन - संस्कार चैनल के श्रवण से:-
आर्हत वाड्मय में कहा गया है - कामभोग समता को पैदा नहीं करते न ही भोग्य पदार्थ विकृति को पैदा करते हैं| व्यक्ति का राग भाव विकृति को पैदा करने वाला होता है | पदार्थों में वह ताकत नहीं कि वे मन में समता भर दे या फिर विकृति को पैदा कर दे | वे मात्र निमित्त बन सकते हैं | हमारे जीवन में निमित्त का भी महत्व है, उपादान का तो महत्व है ही | पदार्थों पर लिखी अच्छी चीज पढ़कर या सुनकर हम सुसंकल्प ग्रहण कर लें तो पदार्थ भी प्रेरणास्पद बन सकते हैं | कोई कामुक चीज या दृष्य देखकर राग भाव पैदा हो सकते हैं व किसी दुश्मन को देखकर द्वेष भाव | मूल तो हमारी चेतना के भीतर है, पदार्थ कारण बन सकता है| अच्छे वाक्य व चित्र बार-बार देखने से विचार अच्छे बन सकते हैं | चित्र चरित्र के निर्माण में अपनी भूमिका अदा कर सकते हैं | उसमें हमारा पुरुषार्थ जुड़ जाय तो कार्य सिद्ध हो सकता है | पुरुषार्थहीन व्यक्ति की कोई सहायता भी नहीं करता | अपने पुरुषार्थ व पुन्य का बल काम आता है, पर पूण्य से भी ज्यादा महत्व हम साधना को दें, यह काम्य है।
दिनांक - २३ दिसम्बर २०१६ शुक्रवार
Source: © Facebook
🔯 गुरुवचनों को अपनाये - जीवन सफल बनायें 🔯
#Acharyamahashraman #quotes #Tmc #suvichar #Thoughtoftheday
Source: © Facebook
🙏 जय जिनेन्द्र सा 🙏
दिनांक- 23-12-2016
तिथि: - पोष कृष्ण दसमी (10)
शुक्रवार का *त्याग/पचखाण*
★ *भगवान पार्श्वनाथ जयंती*
1> आज सभी तरह की मिठाई खाने का त्याग करें।
★ *ॐ नमो पार्श्वनाथाय नमः* मंत्र का 10 मिनट जाप करने का संकल्प करे।
जय जिनेन्द्र
प्रतिदिन जो त्याग करवाया जाता हैं सभी से निवेदन है की आप स्वेच्छा से त्याग आवश्य करे। छोटे छोटे त्याग करके भी हम मोक्ष मार्ग की आराधना कर सकते हैं। त्याग अपने आप में आध्यात्म का मार्ग हैं।
•••••••••••••••••••••••••
🙏तेरापंथ मीडिया सेंटर🙏
तेरापंथ धर्म संघ के समाचारों को देखने के लिए नीचे दिए लिंक पर लाइक करे 👇👇👇👇
https://m.facebook.com/TerapanthCenter
••••••••••••••••••••••••••