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जिज्ञासा समाधान -पूज्य गुरुदेव मुनिपुंगव श्री सुधासागर जी महामुनिराज्
घर के नांगल के समय, जिस केशर से आपने अभिषेक की थाली में श्री बनाया है, उसी केशर से घर के प्रवेश द्वार पर स्वास्तिक और श्री बनाना महामांगलिक होता है।* साथ ही पूजन के थाली के बचे हुए शेषाक्षत लाकर उस घर में छिड़क देना चाहिए। इसका उल्लेख शास्त्रों में भी मिलता है।_ परंतु जब भी मंदिर की केशर घर लाओ तो कोई न कोई दान राशि गुल्लक में अवश्य डालना चाहिए।
🥀 _*जिनके पुण्य का उदय होता है, उन्हें ही धर्म कार्यों में उत्साह आता है। पुण्यहींन के भाव चाहकर भी धर्म करने के नही हो सकते।* सांगानेर के भूगर्भ चैत्यालय के दर्शन मात्र की खबर से जिनके मन में आनंद की लहर दौड़ जाती है, वह उनके जीवन में निश्चित रुप से मंगलकारी होगी।_
_*मेरे प्रत्येक भक्त को यह संदेश देना मेरा कर्तव्य है, कि मेरे किसी भी भक्त का हाथ उन प्रतिमाओं का अभिषेक करके पावन होने से वंचित न रह पाए। और हर भक्त का मष्तक इस गंधोदक को लगाकर पावन हो।*_
🥀 _*मंदिर का धोती दुपट्टा पहनकर जो अभिषेक करता है, वह कभी सिद्धि को प्राप्त नहीं हो सकता।* मंदिर के धोती दुपट्टा एक दूसरे के उतरे हुए और मैले होते हैं, और किसी का उतरा हुआ या मैला कपड़ा पहनना दरिद्रता की निशानी है। अतः भगवान का अभिषेक करने के बाद जो सुख शांति समृद्धि मिलना चाहिए वह नहीं मिल पाती।_
_*धोती दुपट्टा का आपकी भक्ति पर बहुत बड़ा प्रभाव पड़ता है। अतः स्वयं का धोती-दुपट्टा पहन कर ही अभिषेक करना चाहिए। इसका बहुत बड़ा महत्व है। जिस घर में अभिषेक करने के बाद धोती दुपट्टे सूखने के लिए डालते हैं, उस घर में 24 घण्टे तक कोई नेगेटिव एनर्जी प्रवेश नहीं कर सकती।* अभिषेक के धोती दुपट्टे से मैं पहन कर कुछ भी खाना पीना नहीं चाहिए।_
🚩 *अमृतसिद्धि महोत्सव* 🚩
👉 *सोमवार 19 जून 2017 से रविवार 25 जून 2017 तक*
_*जो भी महानुभाव इस आयोजन में भूगर्भ से निकलने वाली प्रतिमाओं पर अभिषेक करना चाहते हैं, उसके लिए अभी से अपने कलशों की बुकिंग करा सकते हैं। बुकिंग कराने वाले प्रत्येक परिवार के लिए रुकने की व्यवस्था कमेटी की ओर से की जाएगी।*_
_आप अपना कलश आप इन नम्बरों पर बुक करा सकते हैं।_
*7014865774,*
*7014311036*
*(अनुराग जैन)*
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_*नोट*- पूज्य गुरुदेव जिज्ञासाओं को समाधान बहुत डिटेल में देते हैं। हम यहाँ मात्र उसका सार ही देते है। *किसी भी प्रकार की त्रुटि के लिए हम क्षमा प्रार्थी हैं।*_
_*📺पूज्य गुरुदेव का जिज्ञासा समाधान कार्यक्रम प्रतिदिन लाइव देखिये - जिनवाणी चैनल पर*_
_*👉🏻सायं 6 बजे से, पुनः प्रसारण अगले दिन दोपहर 2 बजे से*_
संकलन- *दिलीप जैन, शिवपुरी*
*9425488836*
*🚩पुण्योदय विद्यासंघ🚩*
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#Jainism #Jain #Digambara #Nirgrantha #Tirthankara #Adinatha #LordMahavira #MahavirBhagwan #RishabhaDev #Ahinsa #Nonviolence
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मैत्री समूह परिवार, सभी Senior Awardees एवं Volunteers से आत्मीय निवेदन है कि आप सभी अपने-अपने क्षेत्र में Young Jaina Award-2017 (जैन युवा प्रतिभा सम्मान - २०१७) के पोस्टर की कापी (colour / black&white) मंदिर जी में लगवाएं एवं जैन छात्र-छात्राओं को आवेदन पत्र भरवाने में सहयोग करके Young Jaina Award -2017 में अपनी सहभागिता प्रदान करें।
पोस्टर डाउनलोड की लिंक: https://goo.gl/gQkK0C
आवेदन फ़ॉर्म की लिंक: http://yja.maitreesamooh.com/apply-for-yja.html
आवेदन की अंतिम तारीख: 15 जुलाई 2017
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#खुशखबरी चन्द्रप्रभु भगवान की 1215 संवत की यह प्रतिमा बड़वानी जिले के सिलावद थाना क्षेत्र के पोखलया ग्राम में सेवा नामन के आदिवासी कृषक को खेत की जुताई में प्राप्त हुई है... जैन धर्म की जय
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News in Hindi
प्रभु देव तुम्हारे पवित्र मुख से, निःसृत जो शीतल वाणी!
जग-जन-मन के मल को धोती, अतः कहाती जिनवाणी।
जयवंतों में जग में तब तक, जब तक सूरज-चाँद रहे!
शीश नवाते कर्म हरो माँ, अब तक हम विषयांध रहे!!
आज श्रुतपञ्चमी महापर्व है,माँ जिनवाणी की आराधना का यह महापर्व दिगंबर जैन समाज में हर्षोल्लास से मनाया जाता है। इस पावन दिन आचार्य धरसेन सूरी के शिष्य आचार्य भूतबली स्वामी ने षट्खण्डागम ग्रंथराज का लेखन पूर्ण किया था। श्रुतपंचमी पर्व 2100 से अधिक वर्षों से भारत में मनाया जाता रहा है। आचार्य भूतबली जी व पुष्पदंत जी आचार्य धरसेन स्वामी के शिष्य थे,जिनको आचार्य श्री ने सिद्धक्षेत्र गिरनार जी में वर्धमान महावीर स्वामी की दिव्य देशना में आए ज्ञान का साररुप प्रदान किया था। श्रुतपञ्चमी पर्व के दिन जिनालय में जिनवाणी माता की पूजन,स्तुति की जाती है,व जीर्ण-शीर्ण जिनवाणी को जिल्द लगाकर पुनः विनयपूर्वक विराजित किया जाता है। श्रुत विनय की महिमा निराली है,ग्वाले ने माँ जिनवाणी की रक्षा की उसके फलस्वरूप आगामी भव में वह आचार्य कुन्दकुन्द बनें। पूर्वाचार्य भगवंतों के हमपर अनन्य उपकार है जो अपनी साधना के अमूल्य समय में से उन्होंने समय निकालकर श्रुतग्रन्थों की रचना की,हमें उनका उपकार चुकाने के लिए नित्य कम से कम 15 से 20 मिनट स्वाध्याय करना चाहिए। जहाँ तक संभव हो सके स्वाध्याय मूल आर्ष ग्रन्थों से ही करे जिनके रचयिता दिगंबराचार्य हो,पंडितों द्वारा लिखित शास्त्र टीकाएँ मूल नहीं होती उनमें वह स्वविवेक के आधार पर विषय मिला देते है व मुख्य पक्ष गौण हो जाता है।
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जिज्ञासा समाधान 📚 पूज्य गुरुदेव मुनिपुंगव श्री सुधासागर जी महामुनिराज् -दिनांक 28 मई 2017 रविवार #MuniSudhasagar
दिगंबर परंपरा में एक पैर पर खड़े होकर तपस्या करने का कोई उल्लेख नहीं मिलता। हमारे यहां सिर्फ कायोत्सर्ग मुद्रा का ही उल्लेख मिलता है।* अतः यह कहना गलत है, कि कभी आचार्य श्री ने कहीं पर एक पैर पर खड़े होकर ध्यान किया है। यह किसी की कपोल कल्पना लगती है।
🥀 _*वर्तमान में शादी में जो महिला संगीत की परम्परा चल रही है, वह बहुत ही फूहड़ निंदनीय और चरित्रहीनता की ओर ले जाने वाली है।* शादी के पहले ही दूल्हा अपनी दुल्हन को उठाकर सारे बड़े-बुजुर्गों के सामने नाचता है। *आज कैसी विडंबना है कि, आज शादी के पहले ही माता-पिता अपनी बिटिया को होने वाले पति के साथ घूमने भेज देते हैं। और अर्धनग्न अवस्था में फ़ोटो खिचबाते हैं, जिसे शादी के दिन सभी को दिखाया जाता है, यह सब पाश्चात्य संस्कृति की होड़ लगी है, जिसके कारण धर्म और संस्कृति का नाश हो रहा है।* अब शादी तो नाम मात्र की रह है।_
_*सारे भारत की समाज को मेरा संदेश है, आज जिस तरह का महिला हो रहा है वह निंदनीय है सारे भारत में यह कार्य बंद होना चाहिए।* जैसे बने तैसे इसे बंद करने के लिए सारी समाज को आगे आना चाहिए। और इसकी शुरुवात बड़े आदमियों को करना चाहिए, क्योंकि यदि उन्होंने बंद कर दिया तो गरीब तो अपने आप बंद कर ही देंगे।_
🥀 _*भूगर्भ से चैत्यालय बिना साधना, तपस्या, विधान के नहीं निकाला जा सकता। इसके लिए 19 जून के पहले सारे भारत की जैन समाज को अपने अपने मंदिरों में सामूहिक शांति विधान करना चाहिए। ऐसा करने वाले प्रत्येक परिवार और समाज को सांगानेर के भूगर्भ चैत्यालय की एनर्जी और आशीर्वाद अपने आप पहुंच जाएगा।* भूगर्भ चैत्यालय सारी दुनिया में अपनी ख्याति फैलाएंगे, जिसका लाभ जन-जन तक पहुंचे, इसके लिए सारे भारत को शांति विधान करना चाहिए।_
🚩 *अमृतसिद्धि महोत्सव* 🚩
👉 *सोमवार 9 जून 2017 से रविवार 25 जून 2017 तक*
_*जो भी महानुभाव इस आयोजन में भूगर्भ से निकलने वाली प्रतिमाओं पर अभिषेक करना चाहते हैं, उसके लिए अभी से अपने कलशों की बुकिंग करा सकते हैं। बुकिंग कराने वाले प्रत्येक परिवार के लिए रुकने की व्यवस्था कमेटी की ओर से की जाएगी।*_
_आप अपना कलश आप इन नम्बरों पर बुक करा सकते हैं।_
*7014865774,*
*7014311036 (अनुराग जैन)*
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_*नोट*- पूज्य गुरुदेव जिज्ञासाओं को समाधान बहुत डिटेल में देते हैं। हम यहाँ मात्र उसका सार ही देते है। *किसी भी प्रकार की त्रुटि के लिए हम क्षमा प्रार्थी हैं।*_
_*📺पूज्य गुरुदेव का जिज्ञासा समाधान कार्यक्रम प्रतिदिन लाइव देखिये - जिनवाणी चैनल पर*_
_*👉🏻सायं 6 बजे से, पुनः प्रसारण अगले दिन दोपहर 2 बजे से*_
संकलन- *दिलीप जैन, शिवपुरी*
*9425488836*
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