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नाहं रामो न में वांछा, भोगेश्वपीदमे मनः! शान्तिमास्था तु मिछामी, स्वात्मन्नेव जिनो यथा!!
--- गुरु वशिष्ट से श्री राम योगवाशिष्ट "महारामायण", वैराग्य प्रकरण में कहते है!!
"जिन" शब्द का प्रयोग करते है श्री राम और कहते है हे गुरुवर... मैं वो राम नहीं हूँ जिसको प्रजा राम राम बुलाती है और अब मेरी वांछा भी नहीं, अब मैं मर्यादा पुरुषोतम के सत्कार को, अयोध्या नरेश के सम्मान को, और सारे वैभव को नहीं चाहता, और सांसारिक सुखो में भी मेरा मन नहीं लगता और अब मैं तो अपने ही स्वरुप में रम जाना चाहते हूँ..जिस राम में योगी रमण करते है उसी राम में मैं राम जाना चाहता हूँ...जिस प्रकार जिन अपने भीतर के राम में राम जाते है उसी प्रकार उस शुद्ध आत्मा राम में रम जाना चाहता हूँ [ये जिन शब्द को प्रयोग महर्षि बाल्मीकि ने अपनी रामायण में किया है ]!!
क्षुल्लक ध्यानसागर जी.. #AcharyaVidyasagar #KshullakDhyansagar
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आचार्य गुरुवर विद्या सागर महाराज जी से प्रश्न पूछा गया कि महाराज, आप को इतना पैदल विहार करना पड़ता है, सुबह भी, शाम को भी, आहार के बाद भी, अन्तराय हो जाए तो भी, उपवास हो तो भी आप थकते नहीं क्या?
उत्तर में जो उन्होंने कहा वह इस प्रश्न का उत्तर नहीं, उपदेश था- हम पैरों से नहीं, इरादों से चलते हैं 🙂🙂 #AcharyaVidyasagar
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आचार्य श्री विद्यासागर महाराज का मंगल विहार इन दिनों रामटेक से देवरी होकर डोंगरगांव की ओर चल रहा है.. 1 नवंवर को रात्रि विश्राम छत्तीसगढ़-महाराष्ट्र की बार्डर पर बने चेकपोस्ट पर हुआ यहां से चिंचोला की दूरी 28 किमी है...
2 नवंवर आज आहार चर्या घोरतालाब गांव में होगी..
उल्लेखनीय हैं कि आचार्य श्री के ससंघ सानिध्य में डोंगरगांव छत्तीसगढ़ में आगामी 9 से 15 नवंबर तक पंचकल्याणक गजरथ महोत्सव का आयोजन होना है...
रामटेक से डोंगरगांव की दूरी लगभग 187 किलोमीटर है अब तक आचार्य श्री जी 130 किमी का पद बिहार कर चुके हैं। संभावना है कि आचार्यश्री जी ४ नवंबर को डोंगरगांव पहुंच जाएंगे...
स्वतंत्र जैन आमगॉव
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कन्नड़ भाषा में प्रसिद्ध भजन.. श्रवणबेलगोला के भगवान बाहुबली स्वामी जो जग केल्ला नामी ओर शांतिय मुरतिए हैं ऐसे गोमटेश्वर स्वामी के चरणो में शांतिधारा 🙂 exclusive #Shravanbelgola #Bahubali