आचार्य गुरुवर श्री विद्यासागर जी महा मुनिराज ने प्रातः 7:15 बजे से 8:15 बजे तक अकलंक स्वामी के द्वारा रचित राजवार्तिक ग्रंथ राज्य का स्वाध्याय प्रारंभ किया दोपहर में 2:45 बजे से सभी सामान भव्य जीवो के लिए आचार्य भगवन शुभ चंद्र स्वामी द्वारा रचित ज्ञानारणव ग्रंथराज की वाचना प्रारंभ हो गई बाल ब्रह्मचारी संघ नायक आचार्य श्री 108 विद्यासागर जी महामुनिराज ससंघ
प्रतिदिन के कार्यक्रम
समय ………………………………. कार्यक्रम
प्रात: 6 बजे …………………. आचार्य भक्ति
प्रात: 7 से 8.30 बजे ……… स्वाध्याय
प्रात: 9.00 बजे………….….. गुरु पूजन
प्रात: 9.30 बजे…………….. आहार चर्या
प्रात: 1130 बजे……….……. इर्यापथ भक्ति
सन्ध्या 5.45 बजे……………. आचार्य वन्दना
सन्ध्या 7.00 बजे…………….. सामायिक
विशेष: हर रविवार को दोपहर 4 बजे से तपोमूर्ति आचार्य श्री विद्यासागरजी महामुनिन्द्राय के प्रवचन होते हैं। क्षेत्र पर भोजन तथा आवास की सुविधा उपलब्ध है।
विश्व वंदनीय आचार्यश्री विद्यासागरजी महाराज (ससंघ) का चातुर्मास नेमावर (खातेगांव) में चल रहा है। इस अवसर पर आप सादर आमंत्रित हैं। हरदा (रेलवे कोड HD) से नेमावर 23 किमी और इंदौर (रेलवे स्टेशन कोड INDB) से नेमावर की दूरी 133 किमी है। अधिक जानकारी हेतु संपर्क करें…
दिलीप सेठी: +91-9827800729,
जिनेश काला: +91-9425476152,
प्रतिदिन के कार्यक्रम
समय ………………………………. कार्यक्रम
प्रात: 6 बजे …………………. आचार्य भक्ति
प्रात: 7 से 8.30 बजे ……… स्वाध्याय
प्रात: 9.00 बजे………….….. गुरु पूजन
प्रात: 9.30 बजे…………….. आहार चर्या
प्रात: 1130 बजे……….……. इर्यापथ भक्ति
सन्ध्या 5.45 बजे……………. आचार्य वन्दना
सन्ध्या 7.00 बजे…………….. सामायिक
विशेष: हर रविवार को दोपहर 4 बजे से तपोमूर्ति आचार्य श्री विद्यासागरजी महामुनिन्द्राय के प्रवचन होते हैं। क्षेत्र पर भोजन तथा आवास की सुविधा उपलब्ध है।
विश्व वंदनीय आचार्यश्री विद्यासागरजी महाराज (ससंघ) का चातुर्मास नेमावर (खातेगांव) में चल रहा है। इस अवसर पर आप सादर आमंत्रित हैं। हरदा (रेलवे कोड HD) से नेमावर 23 किमी और इंदौर (रेलवे स्टेशन कोड INDB) से नेमावर की दूरी 133 किमी है। अधिक जानकारी हेतु संपर्क करें…
दिलीप सेठी: +91-9827800729,
जिनेश काला: +91-9425476152,
अन्य: +91-7274-277818, +91-7274-277991
*पर्व राज पर्यूषण पर्व*
🙏 *आज का दिन* 🙏
*उत्तम तप*
▪ *तप का मतलब सिर्फ उपवास भोजन नहीं करना सिफॅ इतना ही नहीं है बल्कि तप का असली मतलब है कि इन सब क्रिया के साथ अपनी इच्छाओं और ख्वाहिशों को वश में रखना ऐसा तप अच्छे गुणवान कर्मों में वृद्धि करते है ॥*
▪ *साधना इच्छाओं की वृद्धि ना करने का एकमात्र मागॅ है ॥ पहले तीर्थंकर भगवान आदिनाथ ने करिब छह महीनों तक ऐसी तप साधना (बिना खाए बिना पिए) कि थी और परम आनंद मोक्ष को प्राप्त किया था ॥*
*हमारे तीर्थंकरों जैसी तप साधना करना इस जमाने में शायद मुमकिन नहीं है पर हम भी ऐसी ही भावना रखते है और पर्यूषण पर्व के 10 दिनों के दौरान उपवास (बिना खाए बिना पिए), ऐकाशन (एकबार खाना-पानी) करतें है और परम आनंद मोक्ष को प्राप्त करने की राह पर चलने का प्रयत्न करते हैं ॥*
🙏 *आज का दिन* 🙏
*उत्तम तप*
▪ *तप का मतलब सिर्फ उपवास भोजन नहीं करना सिफॅ इतना ही नहीं है बल्कि तप का असली मतलब है कि इन सब क्रिया के साथ अपनी इच्छाओं और ख्वाहिशों को वश में रखना ऐसा तप अच्छे गुणवान कर्मों में वृद्धि करते है ॥*
▪ *साधना इच्छाओं की वृद्धि ना करने का एकमात्र मागॅ है ॥ पहले तीर्थंकर भगवान आदिनाथ ने करिब छह महीनों तक ऐसी तप साधना (बिना खाए बिना पिए) कि थी और परम आनंद मोक्ष को प्राप्त किया था ॥*
*हमारे तीर्थंकरों जैसी तप साधना करना इस जमाने में शायद मुमकिन नहीं है पर हम भी ऐसी ही भावना रखते है और पर्यूषण पर्व के 10 दिनों के दौरान उपवास (बिना खाए बिना पिए), ऐकाशन (एकबार खाना-पानी) करतें है और परम आनंद मोक्ष को प्राप्त करने की राह पर चलने का प्रयत्न करते हैं ॥*
*पारस सिंघाई जैन शहडोल*